3500 मीटर की ऊँचाई पर स्थित युमथांग वैली की तुलना अक्सर स्विट्जरलैंड की घाटियों से की जाती है और सिक्किम घूमते समय ये आपकी सूची में पहले स्थान पर होना चाहिए। दुनियाभर से सैलानी इस घाटी की अछूती और सुरम्य सुंदरता को देखने आते हैं जो यहाँ कोने कोने तक फैली हुई है | युम्थान्ग वैली में चारों ओर आपको हरे-भरे जंगल, कल-कल बहती नदियों की छोटी धाराएँ और बर्फ से ढके पर्वत देखने को मिलते हैं जिन्हें देखकर आपका मन भर जाएगा |
नई दिल्ली से युमथांग वैली कैसे जाएँ?
हवाई मार्ग द्वारा: सिक्किम से सबसे करीब हवाई अड्डा पश्चिम बंगाल के बागड़ोगरा में है | आप दिल्ली से बागड़ोगरा जाने वाली किसी भी विमान में बैठ सकते हैं जो पूरे दिन उड़ान भरते रहते हैं | हवाई अड्डे पर उतर कर आप प्रीपेड या शेयर टैक्सी ले सकते हैं जो आपको गंगटोक पहुँचाएँगी | बागड़ोगरा से गंगटोक की दूरी 124 कि.मी. यानी 4 घंटे हैं |
रेल मार्ग द्वारा : गंगटोक के सबसे करीबी रेलवे स्टेशन न्यू जलपाईगुड़ी है | ये पश्चिम बंगाल के सिलीगुड़ी में स्थित है जो गंगटोक से 150 कि.मी. दूर है | रेल द्वारा नई दिल्ली से न्यू जलपाईगुड़ी पहुँचने में लगभग 21 घंटे लग जाते हैं | यहाँ से गंगटोक जाने के लिए आप सरकारी या निजी बस ले सकते हैं जो आपको गंगटोक 6 घंटे में पहुँचाएगी |
सड़क मार्ग द्वारा : सड़क से गंगटोक तभी जाएँ अगर आप उत्तर पूर्वी राज्यों में रह रहे हो या पश्चिम बंगाल में |
गंगटोक
गंगटोक से लांचुंग की ओर निकल पड़ें जो गंगटोक से 118 कि.मी. दूर है और यहाँ तक जाने में आपको सड़क मार्ग द्वारा 4 घंटे 30 मिनट लग जाएँगे | लांचुंग जाने के लिए टैक्सी या बस सबसे अच्छा साधन है| घुमावदार सड़क के साथ ही बहने वाली शानदार तीस्ता नदी के मनोरम दृश्यों का आनंद लें। लाचुंग में देखने लायक बहुत कुछ है इसलिए गंगटोक से जल्दी ही प्रस्थान का प्रबंध करें |
लाचुंग
अब आप 2700 मीटर ऊँचाई पर स्थित शांत पहाड़ी गाँव में बैठे होंगे | गाँव की सुरम्यता में खो जाएँ और फिर खूबसूरत लाचुंग मठ, नागा व भीम नाला झरने की ओर निकल जाएँ | लाचुंग के जंगली फूलों की किस्में आपको युम्थान्ग वैली की दास्तान बयान कर देंगे | तो कैमेरा उठाइए और रोडोडेंड्रोन फूलों और सिक्किम एस्टर फूलों की खूबसूरती को तकनीक के माध्यम से कैमरे में क़ैद कर लीजिए | रात को लाचुंग में ही रुक जाएँ | बजट में रुकने के लिए तेन्सिन्ग रिट्रीट या होटल गोल्डन वैली को चुन सकते हैं | बेहतरीन अनुभव के लिए चाहें तो हिमालयन रेजीडेंसी या मैगलन के ऐप्पल वैली इन में कमरा बुक कर सकते हैं।
युम्थान्ग
लाचुंग से युमथांग वैली की ओर जाएँ जो सिर्फ 25 कि.मी. दूर है और 3564 मीटर की ऊँचाई पर स्थित है | सड़क वैली के भीतर तक जाती है मगर हमारी माने तो वैली में घूमने के लिए पैदल ही निकल पड़ें | लुभावने नज़ारों के साथ आपका वैली में स्वागत होगा |
रॉडॉडेनड्रन के फूलों की मानों किसी ने चादर बिछा दी हो | इतने रंगों के फूल कि देखकर लगता है जैसे किसी ने इंद्रधनुष को आसमान से तोड़कर युम्थान्ग की ज़मीन पर मल दिया हो | फूलों की इतनी किस्में जिन्हें आपने कभी देखा भी नहीं होगा और रंग इतनी तरह के जिन्हें कभी सोचा नहीं होगा | ये प्रकृति-उत्साही और वनस्पतिविदों के लिए एक आदर्श स्थान है। बटरकप, फर्गेट-मी-नॉट, जेरेनियम, लूसेवॉर्ट्स, सिंकफिल्स और कई अन्य किस्में इतनी लुभावनी दिखती है, मानों आपको इशारा करके करीब बुला रही हों | फूलों के नज़ारों का लुत्फ़ लेते हुए बढ़ते जाइए, जल्द ही आप पावन तीस्ता नदी के पास स्थित गरम पानी के सोतों के पास पहुँच जाएँगे |
प्रकृति के नज़ारों मे अपनी सारी चिंताएँ भूल जाइए और असीम हरियाली, हरे-भरे जंगलों और बर्फ से ढकी चोटियों के सौंदर्य में खो जाइए |
ज़ीरो पॉइंट युमेसम्दोन्ग
चाहें तो युम्थान्ग से एक घंटे की दूरी पर ही आगे चलकर ज़ीरो पॉइंट तक भी पहुँच सकते हैं | बताया जाता है कि यहाँ तक जाने वाली सड़क काफ़ी खड़ी चढ़ाई वाली और ख़तरनाक है | लेकिन ख़तरे को पार करके आने वाला नज़ारा काफ़ी ज़बरदस्त होगा ये वादा है | केवल वह टूर ओपरेटर जिनके वाहन सिक्किम पर्यटन विभाग द्वारा पंजीकृत हैं, वे ही आगे तक जा सकते हैं | ज़ीरो पॉइंट तक जाने के लिए वाहन का अतिरिक्त शुल्क देना पड़ेगा | आपको सिक्किम के अधिकृत टूर ऑपरेटर से टूर पैकेज लेना होगा।
अब आप 4663 मीटर की ऊँचाई पर होंगे | ज़ीरो पॉइंट साल भर ही बर्फ से ढका रहता है इसलिए अगर आप ताज़ा बर्फ में खेलने का मज़ा उठाना चाहते हैं तो यहाँ ज़रूर जाएँ |
जाने का सबसे अच्छा समय:
युमथांग वैली की यात्रा के लिए सबसे अच्छा मौसम फरवरी-जून के महीनों में है जब फूलों की हज़ारों प्रकार किस्में पूरी तरह खिल जाती हैं। सितंबर से दिसंबर के महीनों में आसमान एकदम साफ और बर्फ से लदी पर्वत की चोटियों के नज़ारों का मज़ा लेने के लिए आदर्श समय है।
क्या आपने इस घाटी का सफर किया है? अपनी यात्रा का अनुभव Tripoto पर यात्रियों के सबसे बड़े समुदाय के साथ बाँटे। सफरनामा लिखने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें
Tripoto हिंदी के इंस्टाग्राम से जुड़ें और फ़ीचर होने का मौक़ा पाएँ।
यह आर्टिकल अनुवादित है | ओरिजिनल आर्टिकल पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें |