भारत के रंग पूरे विश्व से लोगों को अपनी ओर आकर्षित करते हैं और हमारा भारत इतना अनोखा है की हर मौसम अपने रंग बदलता है। ऐसे ही हर मौसम में रंग बदलती हैं भारत की फूलों की कई घाटी जिसके बारे में मैं आपको आज बताउंगी।
कास घाटी, महाराष्ट्र
कास घाटी मुंबई से 280 कि.मी. की दूरी पर है और पंचगनी के रास्ते में पड़ती है। भारत का स्विट्ज़रलैंड कही जाने वाली ये घाटी अपने अनेक रंगों से यात्रियों को आकर्षित करती है। अगस्त से सितंबर वो महीना है जब भारत में बारिश का मौसम आ जाता है और यहाँ घूमने की सबसे बेस्ट समय भी यही है। अलग-अलग रंगों के फूल यहाँ देखने को मिलते हैं। ठंड के मौसम में आपको यहाँ हिल स्टेशन जैसा वातावरण महसूस होगा। कास घाटी की खासियत है कास के फूल जो आपको 7 साल में एक बार देखने को मिलते हैं। 850 तरह के फूलों की इस घाटी में टूथब्रश आर्किड, दीपकड़ी के फूल जैसे पौधे भी आपको देखने को मिलेंगे।
युमथांग घाटी, सिक्किम
अगर आप रंग बिरंगे फूलों से सजे प्राकृतिक कालीन पर चलना चाहते हैं तो आपको सिक्किम की इस युमथांग घाटी पर ज़रूर जाना चाहिए। 3596 मीटर की उँचाई पर बसी ये घाटी गर्मियों के महीने में रंग बिरंगे फूलों से भर जाती है। अगर आपको सिन्क्वेफ़ोइल्स, रोडोडेनड्रोंस, प्रिम्रोसेस जैसे अद्भुत फूलों का नज़ारा देखना है तो मार्च से जून के महीने में आप इस घाटी के प्राकृतिक सौन्दर्य का आनंद ले सकते हैं। सर्दी के मौसम में यहाँ आपको फूल कम बर्फ ज्यादा दिखेगी जो इस घाटी कमो सफ़ेद रंग से ढक देती है।
फूलों की घाटी, उत्तराखंड
उत्तर चमोली में बसी ये घाटी भारत के सबसे प्रसिद्ध घाटियों में से एक है। इस घाटी को यूनेस्को द्वारा राष्ट्रिय संपत्ति का दर्ज़ा भी प्राप्त है। 3658 मीटर की उँचाई पर बसी ये घाटी अपने विभिन्न प्रकार के फूलों की वजह से पूरे विश्व में प्रसिद्ध है। यहाँ आपको ब्रह्मा कमल, कोबरा लिली, एलिगेंट स्लिपर आर्किड जैसे फूल देखने को मिलेंगे। उत्तराखंड की इस फूलों की घाटी में आने का सबसे बेहतर समय जून से सितम्बर महीना है जब न ज्यादा सर्दी होती है न गर्मी। गर्मी के समय घाटी पौधों की वजह से हरी हो जाती है तो वहीँ सर्दी के मौसम में करीब 6 महीने तक यह घाटी बर्फ की सफ़ेद चादर से ढकी होती है।
ज़ुकोऊ घाटी, नागालैंड
नागालैंड और मणिपुर के बॉर्डर पर बसी उत्तर भारत की यह घाटी नागालैंड के लोगों के बीच ही प्रचलित है। ये जगह उन यात्रियों के लिए बेहतरीन है जो सभी मशहूर जगह पर ट्रेकिंग कर चुके हैं और किसी नई जगह की तलाश में हैं। फूलों के कालीन से बनी इस घटी की खासियत है ज़ुकोऊ लिली जो सिर्फ इसी घाटी में देखने को मिलती है। गर्मी के मौसम में ऐसी प्राकृतिक सुन्दरता आपको कहीं और देखने को नहीं मिलेगी। यहाँ पहुँच कर आपको ऐसा लगेगा की इस घाटी पर हरी मखमली चादर बिछी है और सर्दी के मौसम में यह घाटी बर्फ के सफ़ेद रंग से ढक जाती है।
मुन्नार घाटी, केरल
केरल के इद्दुकी जिले में बसी मुन्नार घाटी यात्रियों के लिए हनीमून मानाने की सबसे उम्दा जगह मानी जाती है। पूरे साल हरी दिखाई देने वाली ये घाटी अगस्त के महीने में नीलाकुरिंजी के फूलों से सबका स्वागत करती है। नीलाकुरिंजी का पौधा बाकी पौधों से असामान्य है और पश्चिमी घाटी के शोला घास पर ही पाया जाता है। नीलाकुरिंजी के फूल 12 साल में एक बार ही दिखाई देते हैं और अगली बार आप 2030 में इन फूलों का आनंद ले सकते हैं। नीलाकुरिंजी के अलावा सितम्बर और अक्टूबर के महीने में आप अन्य रंग बिरंगे फूलों का आनंद ले सकते हैं।
आपने भारत को इनमें से किस रंग में रंगा देखा है? हमें कॉमेंट्स में लिख कर बताएँ या अपनी यात्रा के किस्से यहाँ क्लिक कर लिखें।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल, हमें कमेंट बॉक्स में बताएँ।
अपनी यात्राओं के अनुभव को Tripoto मुसाफिरों के साथ बाँटने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती के सफ़रनामे पढ़ने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।
रोज़ाना Telegram पर यात्रा की प्रेरणा के लिए यहाँ क्लिक करें।