यह कोई आश्चर्य की बात नहीं है कि जब भी कोई बीच पर छुट्टियाँ बिताने की बात करता है, तो आप सभी गोवा की कल्पना करते हैं। लेकिन गोवा के साथ ठीक यही समस्या है कि - यह बहुत लोकप्रिय है।और इसी लोकप्रियता ने उसके आराम वाले वातारण को पिछले एक दशक में पूरी तरह से ख़त्म कर दिया है, और वहाँ अब इतनी भीड़ हो गई है कि किसी भी तट पर वास्तव में "आराम" करना अब नामुमकिन है।
लेकिन निराश होने की कोई ज़रूरत नहीं, क्योंकि हमारे देश में अभी भी एक हिप्पी स्वर्ग है जो हमारा इंतज़ार कर रहा है।
जी हाँ ! मैं गोकर्ण के बारे में बात कर रहा हूँ - गोवा का एक बहुत ही बढ़िया विकल्प।
गोकर्ण, कर्नाटक का एक छोटा-सा शहर है, और शुक्र है, अभी भी यह जगह ये भीड़-भाड़ से दूर है। शुरुआती तौर पर ये जगह महाबलेश्वर मंदिर के कारण मशहूर हूई थी। ये माना जाता है हाँ भगवान शिव के लिंग की असली छवि है। भीड़-भाड़ और हलचल से दूर यह शांत शहर ( वर्षों पहले जैसे कभी गोवा हुआ करता था ) हाल ही में अपने शुद्ध और साफ़ समुद्री तटों ( खासकर कुडल और ओम बीच ) के कारण सुर्खियों में आया है।
अगर आप में अचानक इस जगह को जानने की इच्छा हुई है,तो आपकी मदद के लिए एक पूरी वीकेंड यात्रा का कार्यक्रम आपके लिए नीचे लिखा है।
गोकर्ण यात्रा- पहला दिन
गोकर्ण पहुँचे
इस जगह के प्राकर्तिक सौंदर्य के बीच अपनी भूख मिटाते हुए विशाल और अनंत समुद्र को देखने से ज्यादा मज़ेदार भला और क्या हो सकता है? ऐसा करने के लिए यहाँ दो शानदार जगह हैं:
ब्रेकफास्ट
लिटिल पैरेडाइज़ इन, गोकर्ण
सही कीमत पर अंतरराष्ट्रीय व्यंजन परोसने वाला यह एक छोटा सा हट है।एक अच्छा इज़राइली या कॉन्टिनेंटल नाश्ता आपको सिर्फ 250रुपए में मिल जाता है। हालांकि स्टाफ इतना मिलनसार तो नहीं है पर कुल मिला कर पूरा अनुभव अच्छा है।
कैफ़े 1987, गोकर्ण
कुदाल बीच रोड पर कैफे 1987 शायद यहाँ का सबसे अच्छा कैफे है। हालांकि यहाँ भोजन दूसरो कैफे की तुलना में थोड़ा महंगा है, लेकिन बहुत स्वादिष्ट है।
अच्छे माहौल, विनम्र स्टाफ, और बॉलीवुड संगीत के बीच यहाँ आपको कई तरह के व्यंजन मिलेंगे, ताकि आप यहाँ कुछ भी ऑर्डर कर सकें। मैं व्यक्तिगत रूप से उनका चायनीज़ खाना काफी पसंद आया।
साईट सीइंग के लिए जाएँ
एक बार जब आप अपनी यात्रा की थकान और पेट की माँगों को पूरा कर लें, तब आप आस- पास की जगहें देखने जा सकते हैं। मैं सबसे पहले महाबलेश्वर मंदिर को देखने की सलाह दूँगा। इस मंदिर के दर्शनों के लिए ही ज्यादातर तीर्थयात्री यहाँ पर आते हैं। इस मंदिर के अंदर मुख्य देव शिवलिंग है, और मान्यता है कि जो कोई भी इनके दर्शन करता है, उसे सौभाग्य प्राप्त होता है । यह मंदिर कुदाल बीच से सिर्फ 1.5 कि.मी. दूर है - सिर्फ 15 मिनट की पैदल दूरी पर।
अगर आप कुछ रोमांचक अनुभव चाहते हैं, तो आप किराए पर बाइक या कार से याना गाँव जा सकते हैं जो 53 कि.मी. दूर है। इसका मतलब यह हुआ कि आप लगभग 1.5 घंटे तक सड़क पर रहेंगे।
यह गाँव पत्थरों की अजीबो-गरीब संरचनाओं के लिए मशहूर है जिसे कार्स्ट या क्षुद्रग्रह ( एसट्रोईडस ) कहा जाता है। यही रॉक्स कई ट्रेकर्स को यहाँ आने के लिएआकर्षित करते हैं।
यहाँ पर शिवरात्रि के समय एक वार्षिक कार उत्सव भी आयोजित किया जाता है। आसपास के इलाके हरे- भरे घने जंगलों से आबाद हैं और आप गोकर्ण वापस जाने से पहले कुछ देर के लिए यहाँ के नज़ारों का आनंद ले सकते हैं।
आपके दिन का आख़िरी पड़ाव विश्व प्रसिद्ध मुरुदेश्वर मंदिर हो सकता है, जहाँ विश्व में दूसरी सबसे ऊँची शिव प्रतिमा है। वास्तव में यहाँ देखने के लिए केवल शिव की विशाल मूर्ती ही नहीं है, बल्कि आस-पास एक दिव्य सौंदर्य है जो किसी को भी मंत्र- मुग्ध कर देता है।यह मंदिर कंडुका पहाड़ी पर बना है, जो तीनों ओर से अरब सागर से घिरी हुई है।
शिव प्रतिमा के पास ही 20 मंजिला संरचना बनाई गई है ताकि मूर्ती की भव्यता का पूरा आनंद लिया जा सके।
ओम बीच पर वापसी
ओम बीच, कुदाल बीच से भी ज्यादा शांत है, और इसलिए यह आपके पूरे दिन की थकान को दूर करने के लिए एक शानदार जगह है। यहाँ पर बैठने और आनंद लेने के लिए बहुत सारे रॉक पूल हैं।और ऑफ-सीज़न के दौरान 100 रुपए प्रति घंटे के रूप से समुद्र का मज़ा लेने के लिए, नाव किराए पर मिल जाती हैं।
यह जगह इज़राइलियों और रूसियों की पसंदीदा जगह बन गई है, जिन्होंने गोवा की हलचल से दूर इसे अपना एक स्थायी आश्रय बना लिया है।'ओम' शब्द के आकार जैसा होने के कारण इस तट को नाम भी ओम बीच पड़ गया।
गोकर्ण में डिनर
नमस्ते कैफ़े, गोकर्ण
ओम बीच की शुरुआत में बना यह कैफे, समुद्र के शानदार दृश्य आपके सामने रख देता है। सी फ़ूड के लिए मशहूर, इस रेस्तरां में पीक सीजन के समय भारी भीड़ होती है। अगर आप कहीं और जाने की जल्दी में ना हों तो अपने हाथ में एक ठंडी बियर के साथ रात के उजले आसमान को देखना एक बढ़िया विकल्प है। आपको यहाँ के वेज सिज़लर को ज़रूर आज़माना चाहिए।
शेज़ क्रिस्टोफ, गोकर्ण
गोकर्ण में सबसे पॉप्युलर रेस्तरां ‘ शेज़ क्रिस्टोफ ’ रात होने पर ही अपने असली रूप में नज़र आता है। हालांकि यह ओम बीच से 1 कि.मी. दूर है लेकिन म्यूज़िक का मज़ा लेना है तो यहाँ आना तो बनता है। लाइव म्यूज़िक से साथ विस्की के घूंट लेते हुए आपको यहाँ पर बैगुएट्स और क्रोसां को ज़रूर आज़माना चाहिए।
गोकर्ण में दूसरा दिन
अगर आपने पहला दिन यहाँ दिए हुए कार्यक्रम के हिसाब से बिताया है, तो आप काफी घूम चुके हैं। इसलिए दूसरे दिन आपको गोकर्ण के शांत माहौल में आराम करने की ज़रूरत है।आप आराम से ब्रंच करने के लिए गंगा कैफे जाएँ और वहाँ देर दोपहर तक बैठें।
गंगा कैफ़े, गोकर्ण
गोकर्ण के सभी कैफ़े में सबसे पसंदीदा ‘ गंगा कैफ़े जैसा कोई दूसरा नहीं है। नागेश का यह कैफे कुदाल बीच का शानदार नज़ारा पेश करता हैं। यहाँ की सबसे अच्छी बात यह है कि आप जब तक चाहें यहाँ बैठ सकते हैं । आप यहाँ भारतीय भोजनन करें, क्योंकि ये इसे आपके स्वाद की मुकाबले ज्यादा मसालेदार बनाते हैं। बस एक बीयर और कुछ पकौड़े लें और एक मज़ेदार दोपहर यहाँ बिताएँ ।
गोकर्ण के दूसरे बीच देखें
पैरेडाइज़ बीच, गोकर्ण
अगक आप हिप्पी कल्चर में खुद को डुबोना चाहते हैं, तो पैरेडाइज़ बीच आपके लिए सही जगह है। इस बीच तक ट्रेक या नाव के ज़रिए ही जाया जा सकता है, इसलिए यहाँ वही लोग जाते हैं जिन्हें भीड़ से दूर एकांत पसंद है। लेकिन यहाँ बिजली या दूसरी सुविधाएँ नहीं है, सिर्फ कुछ मुट्ठी भर चिप्स और पकौड़े बेचने वाले हट हैं। अगर आप इस तरह की असुविधाओं से परेशान नहीं हैं, तो यह सफेद रेत वाली बीच पूरी तरह से शानदार है।
हॉफ मून बीच, गोकर्ण
पैरेडाइज़ बीच की तरह, हाफ मून बीच भी एक सुनसान तट है, जहाँ जाने के लिए आप ओम और कुदाल बीच, दोनों से ही नाव ले सकते हैं या फिर पैरेडाइज़ बीच से ट्रेक करके जा सकते हैं। मैं यहाँ आपको थोड़ी देर रुकने की सलाह देता हूँ क्योंकि यहाँ कभी-कभी डॉल्फिनस दिखाई दे जाती हैं।
यहाँ शैक की संख्या पैरेडाइज़ से भी कम है, इसलिए, अगर आप सूर्यास्त तक यहाँ रहने की योजना बना रहे हैं तो अपने साथ कुछ खाने पीने का सामान ज़रूर ले जाएँ।
गोकर्ण में डिनर
प्रेमा रेस्तरां, गोकर्ण
गोकर्ण में इतना समय बिताने के बाद, अगर आप शुद्ध भारतीय भोजन को तरसने लगे हैं, तो प्रेमा रेस्तरां इसका हल है। शुद्ध भारतीय भोजन के स्वाद के लिए, यह रेस्तरां बेहद लोकप्रिय है, खासकर विदेशी पर्यटकों के बीच।
साउथ इंडियन फ़ूड प्रेमा की ख़ासियत है, और अगर आप थोड़ा ध्यान दें तो आपको उडुपी-तरह का भोजन भी मिलेगा। आप इसकी बाहरी सरलता से धोखा न खाएँ क्योंकि शायद ये पूरे गोकर्ण में सबसे अच्छा रेस्तरां है और शुद्ध शाकाहारी भी ।
लिटिल पैरेडाइज़ इन, गोकर्ण
अब छुट्टियों की दुनिया से निकलकर वास्तविक दुनिया में आने का समय हो गया था इसलिए यहाँ पर आप अपना आखिरी भोजन कर सकते हैं। लिटिल पैरेडाइज़ अपने सी फ़ूड के लिए मशहूर है और अगर आप शुद्ध मांसाहारी हैं, तो प्रेमा रेस्तरां के बजाय सिर्फ इस जगह पर प्रॉन्स खाकर आपकी भूख शांत होगी ।