वाराणसी में खाने के वो बेहतरीन ठिकाने जो गूगल को भी नहीं पता!

Tripoto
Photo of वाराणसी, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

मेरे लिए किसी जगह को समझने का सबसे अच्छा तरीका उस जगह का खाना होता है। जब भी मैं कोई ट्रिप प्लान करती हूँ तो सबसे पहले मैं उस जगह के कैफे, रेस्टोरेंट और स्ट्रीट फूड स्टॉल्स के बारे में जानकारी इकट्ठा करती हूँ और मेरा पूरा ट्रिप इन्हीं जगहों के आस-पास घूमता नज़र आता है।

हमेशा की तरह अपने पिछले हफ्ते की वाराणसी ट्रिप पर भी ऐसा ही किया। अच्छी बात ये रही कि बिना इंटरनेट पर घंटों सर्च किए ही मुझे कुछ बेहतरीन स्ट्रीट फूड के ऑप्शंस मिल गए।

लोकल खाने-पीने की चीजों की तलाश में मैंने कुछ बातों का ध्यान रखा जिससे मुझे कई बेहतरीन स्ट्रीट फूड जॉइंट्स खोजने में मदद मिली। ये फूड स्टॉल्स इंटरनेट पर अपनी जगह इसलिए नहीं बना पाए थे क्योंकि आजकल कोई भी ऐसी जगहों पर तब तक नहीं जाता जबतक कि उस जगह के बारे में ऑनलाइन पूरी जानकारी ना मिल जाए।

मैं आप लोगों को अपने सुझाव तो दूँगी और साथ ही उन जगहों के बारे में भी बताउँगी जहाँ हमने खाना खाया था। इनमें से ज्यादातर स्टॉल्स का कोई नाम नहीं था क्योंकि वो गलियों में लगने वाले फूड स्टॉल्स मात्र थे लेकिन आपको उस जगह की लोकेशन के बारे में बताती हूँ जिससे वाराणसी जाने पर आपको उन जगहों को खोजने में आसानी होगी।

मेरे हिसाब से ये हैं वाराणसी बेस्ट फूड ऑप्शंस:

1. पूड़ी, सब्जी और जलेबी

गोदौलिया-लक्सा रोड एक कोने पर अवनी जेनरल स्टोर के सामने हमें एक स्टॉल मिला जहाँ हमें दिन का पहला खाना मिला। जब हम यहाँ पहुँचे तो लोकल लोग काफी ज्यादा थे और वाराणसी के इस खास नाश्ते पर जुटे हुए थे। जॉस्टल के मैनेजर राज के सुझाव से हम इस बेहतरीन जगह खाने के लिए पहुँचे थे।

Photo of रामपुर लुक्सा, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati
Photo of रामपुर लुक्सा, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

2. फ्राइड इडली

हमाली लिस्ट में अगला आइटम था फ्रायड इडली। वाराणसी में साउथ इंडियन नाश्ते का काफी चलन है। ज़्यादातर स्टॉल्स पर लगभग ये नाश्ता मिल जाता है लेकिन अलग-अलग लोगों के बनाने की वजह से टेस्ट में थोड़ा बदलाव रहता है। हम शिवाला के सोनारपुरा क्रॉसिंग पहुँचे जहाँ हमारी ये खोज पूरी हुई। एक बूढ़े अंकल अपनी पत्नी के साथ यादव टी स्टॉल के पास ये छोटा-सा स्टॉल चलाते हैं।

Photo of सोनारपुरा मार्ग, Malti Bagh, Tilbhandeshwer, Bhelupur, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati
Photo of सोनारपुरा मार्ग, Malti Bagh, Tilbhandeshwer, Bhelupur, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

3. कचौड़ी-भाजी

कचौड़ी-भाजी वाराणसी का एक और प्रमुख नाश्ता है, पहले ही बता दँ कि ये पूरी भाजी से अलग है। ये जगह भी हमें स्थानीय लोगों ने बताई थी जो बांसफाटक रोड पर जयपुरिया भवन के पास थी। अगर आप गोदौलिया चौक की तरफ से आ रहे हैं तो ये पहले बाएँ मोड़ पर ही है। एक छोटे से हाथ-रिक्शे वाला ये स्टॉल हर सुबह यहाँ ताजी कचौड़ी भाजी बेचता है। आपको यहाँ समय से पहुँचना होगा क्योंकि ये कचौड़ी भाजी बहुत जल्द ही बिक जाती है।

Photo of होटल जयपुरिया, Awadhpuri, Shivala, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati
Photo of होटल जयपुरिया, Awadhpuri, Shivala, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

4. चाट

बनारस का सबसे प्रसिद्ध स्ट्रीट फूड शायद चाट ही है। हालांकि हमें दीना चाट भंडार का पालक चाट काफी पसंद आया लेकिन अगर आप और मसालेदार चाट खाना चाहते हैं और वो भी घाट पर बैठकर तो आपको भौकाल चाट ज़रूर जाना चाहिए। अस्सी घाट पर लगने वाले इस छोटे से स्टॉल का चाट काफी लुभाता है और इसका स्वाद तो बेहतरीन है। मुझे इस स्टॉल की आलू टिक्की बहुत पसंद आई।

Photo of वाराणसी में खाने के वो बेहतरीन ठिकाने जो गूगल को भी नहीं पता! by Bhawna Sati
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5. भांग लस्सी

वाराणसी में हर कोने पर एक लस्सी की दुकान आपको मिल जाएगी और सिर्फ एक गूगल सर्च में आपको वहाँ की प्रसिद्ध लस्सी की दुकानें भी आपको मिल जाएँगी। हालांकि ये सभी दुकानें अलग-अलग वजहों से फेमस हैं। 2 जगहों पर लस्सी आज़माने के बाद मुझे ग्रीन लस्सी शॉप में भांग ठंढाई मिली जो सबसे बेहतर और असरदार थी। अगर आप फ्लेवर्ड लस्सी नहीं चाहते हैं तो ब्लू लस्सी जाने की बिल्कुल ज़रूरत नहीं है क्योंकि ये शॉप काफी महंगी है।

Photo of ग्रीन लस्सी, Anandbagh, Bhelupur, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

6. पान

जितने भी पान की दुकानों पर मैं गई, उनमें मेरा फेवरेट अस्सी चौक वाली पान दुकान है। इस शॉप पर सबसे ज्यादा फ्लेवर्ड पान थे और यहाँ आप अपना पान अपने हिसाब से कस्टमाइज़ भी करा सकते हैं। मैंने मीठा पान ट्राई किया और मेरी दोस्त ने सादा पान खाया। हमने दो पान होटल में वापस आकर खाने के लिए पैक भी करा लिया था। ये पहला पान था जो मैंने वाराणसी में खाया था और मुझे इस क्वालिटी का पान किसी और दुकान पर नहीं दिखा। इस दुकान का कोई नाम नहीं था लेकिन इसे मैंने गुलाबी रंग से मार्क किया हुआ है।

Photo of अस्सी घाट, Shivala, Varanasi, Uttar Pradesh, India by Bhawna Sati

ये तो हुई दुकानों की बात। अब आपको अपना वो गुर सिखाती हुँ जिससे आप भी किसी नई जगह जाकर बिना इंटरनेट के बेहतरीन फूड जाइंट्स ढूँढ सकें:

1. वहाँ के लोकल लोगों से बात करिए

रिक्शा चलाने वालों, होटल के स्टाफ, छोटे दुकानदारों और यहाX तक की सड़क पर चल रहे लोगों से बात कीजिए। वाराणसी में जितने भी शानदार जगहें हमें मिलीं वो इसी तरीके से लोगों से बात करके पता चलीं। हालांकि टूरिस्ट्स और टूर गाइड्स भी आपकी मदद अच्छी जगह खोजने में कर सकते हैं लेकिन वो ज्यादातर आपको ऐसी जगहों पर ही ले जाएँगे जहाँ ज्यादातर टूरिस्ट जाते हों लेकिन इससे आपको उस जगह के असली फ्लेवर का शायद पता ना लग पाए।

Photo of वाराणसी में खाने के वो बेहतरीन ठिकाने जो गूगल को भी नहीं पता! by Bhawna Sati

2. उन जगहों पर जाइए जहाँ स्थानीय लोग खाते हों

सबसे पहले तो पता करिए कि स्थानीय लोग कहाँ पर खाने जाते हैं, एक बार जब ये पता चल जाए तो उस जगह को खोजिए जहाँ सबसे ज्यादा लोकल लोगों की भीड़ है। ऐसी जगहों पर आपको सबसे ज्यादा स्वादिष्ट और उस जगह के फ्लेवर वाली चीजें खाने को मिलेंगी। अगर उस फूड स्टॉल पर काफी ज्यादा भीड़ रहती है तो इसका मतलब ये है कि उस जगह खाना फ्रेश मिलेगा जिससे आपके बीमार पड़ने की संभावना कम पड़ जाती है।

3. टहलते हुए शहर को घूमिए

अगर आप किसी जगह को कार या किसी पब्लिक ट्रांसपोर्ट में बैठकर घूमते हैं तो आप उन जगहों तक शायद नहीं पहुँच पाएँगे जिन गलियों में लोकल फूड स्टॉल्स हैं। टहलते हुए शहर को घूमने का फायदा ये होता है कि आप उस जगह को पूरी तरह एक्सप्लोर कर पाते हैं। हमने इसी तरह एक गली में अपने नाश्ते के लिए एक शानदार जगह की खोज की थी।

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4. हमेशा अलर्ट रहिए

कभी-कभी एक चीज खाने के चक्कर में कुछ दूसरा छूट जाता है। वाराणसी में परफेक्ट नाश्ते की तलाश में हमलोग एक छोटे से स्टॉल पर फ्राइड इडली खा रहे थे तभी हमारी नजर एक और स्टॉल पर पड़ी जहाँ कुल्हड़ में चाय बेची जा रही थी। काफी सारे स्थानीय लोग लाइन लगाकर अपनी चाय का इंतजार कर रहे थे। हमें तुरंत समझ आ गया कि यही वो जगह है जहाँ हमें अपनी सुबह की पहली चाय पीनी चाहिए और ये वाकई एक शानदार फैसला था।

अगर आपको भी वाराणसी के ऐसे छुपे ठिकानों के बारे में पता है, तो नीचे कॉमेंट्स में लिखकर हमें बताएँ या अपना अनुभव Tripoto पर लिखें।

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