कई बार सफ़र का संयोग अचानक ही बन जाता है,यात्राओं की योजनायें बनानी नहीं पड़ती, बल्कि ये किस्मत से हमें मिलती हैं और फिर रह जाती है हमारी यादों में ताउम्र यादगार बन कर।ऐसा ही कुछ हमारे संग हुआ जब हमारे जिगरी यार अनिरुद्ध ने बनारस का ट्रिप प्लान किया।किसी ने शायद सही ही कहा हैं कि जब आपको मन में कुछ पल के लिए सुकून ढूंढना हों, या खुद को तराशने का जी चाहे तो एक बार जनाब बनारस जरूर घूम आएं। क्योंकि यहां बने घाट और शाम की गंगा आरती का नजारा आपको वो सुकून दिलाएगा जो आपको कहीं और नहीं मिलेगा। वहीं सुकून की तलाश करने मैं और अनिरुद्ध निकल पड़े बनारस की ओर क्योंकि कहते हैं ना
"जीवन की सुधा अध्यात्म के रस में है,
स्वयं ही भगवान शिव बनारस में है"
वैसे तो बनारस मैं कई दफा हो के आया,पर हर बार मुझे बनारस नया सा ही लगता हैं।इस बार बनारस में जो जगह मुझे अपनी ओर सबसे ज्यादा आकर्षित की वो थी,रामनगर फोर्ट।इस फोर्ट की खूबसूरती के आगे दुनिया का हर नजारा फेल लगा मुझे।
रामनगर का किला बनारस के रामनगर में स्थित एक प्रसिद्ध किला है। 18वीं शताब्दी में बनाया गया यह किला बलुआ पत्थर से बना हैं।बलुआ पत्थर से बनने के कारण इसकी सुंदरता में चार चांद लग जाती हैं। रामनगर फोर्ट को गंगा के पूर्वी तट पर 1742 में राजा मंशाराम द्वारा स्थापित किया गया था।महाभारत काल के दौरान रामनगर ही वह स्थान था जहाँ वेद व्यास रहकर तपस्या किया करते थे।वर्तमान शाही परिवार अभी भी किले के अंदर रहता है।ये बात मुझे रामनगर जा के पता चला जिससे की मैं इस जगह की ओर और भी आकर्षित हुआ।
रामनगर किले में एक मंदिर और मैदान के भीतर एक संग्रहालय है।इस किले का आकर्षण ही इसका संग्रहालय हैं। जहां आपको हाथीदांत की कृतियों, अमेरिका की पुरानी कारों, मध्यकालीन वेशभूषा, सोने के गहने, चांदी के काम, पालकी कुर्सियों, पालकी, पुरानी बंदूकें, हाथी की काठी और अन्य का दुर्लभ संग्रह दिखने को मिल जायेंगे। यहां का मुख्य आकर्षण अमेरिका की पुरानी कारें हैं,जो लोग कारों का शौक रखते हैं उनके लिए ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं होगी।संग्रहालय में रखी वस्तुएं हमारी सांस्कृतिक धरोहर और प्रकृति को प्रदर्शित करती हैं। वैसे तो किले में प्रवेश के लिए कोई प्रवेश शुल्क नहीं है। पर संग्रहालय का प्रवेश शुल्क स्थानीय लोगों के लिए 20 रुपये और विदेशियों के लिए 150 रुपये है।
कैसे पहुंचें
चूंकि रामनगर वाराणसी में स्थित है इसलिए इस शहर में आने के लिए देश के प्रत्येक कोने से सुविधाएं उपलब्ध हैं। किला बनारस के गंगा नदी के पूर्वी तट पर स्थित है। यह बनारस रेलवे स्टेशन से 14 किमी और बनारस हिंदू विश्वविद्यालय (बीएचयू) से 2 किमी दूर स्थित है। यह तुलसी घाट के ठीक सामने स्थित है।ऑटो के माध्यम से आप यहां आसानी से पहुंच सकते हैं।
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