काशी के 84 घाटों में चर्चित एक घाट का नाम है मणिकर्णिका। इस घाट के बारे में कहा जाता है कि यहां दाह संस्कार होने पर व्यक्ति की आत्मा को मोक्ष की प्राप्ति होती है। इसी कारण अधिकतर लोग अपने अंतिम समय में इसी घाट पर आना चाहते हैं। यहां पर शिवजी और मां दुर्गा का प्रसिद्ध मंदिर भी है, जिसका निर्माण मगध के राजा ने करवाया था। काशी के मणिकर्णिका घाट के बारे में एक मान्यता है कि यहां चौबीसो घंटे चिताएं जलती रहती हैं. दुनिया इधर से उधर हो जाए, लेकिन यहां चिताओं की अग्नि तबसे जल रही है, जब शंकर भगवान की पत्नी माता पार्वती ने श्राप दिया और कहा कि यहां की आग कभी नहीं बुझेगी. October 2020 #banarasi #varanasi #kashi
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