उज़्बेकिस्तान एक सेंट्रल एशियन देश हैं जो कि कज़ाकिस्तान ,अफ़ग़ानिस्तान ,तुर्कमेनिस्तान जैसे देशो से अपनी बॉर्डर शेयर करता हैं। जुलाई 2023 में ही मेरा यात्रा पर जाना हुआ था। उज़्बेकिस्तान की राजधानी ताशकन्त से मेरा यहाँ का सफर शुरू हुआ था और करीब 5 दिन में मैंने यहाँ की काफी जगहें घूमी हैं। जो मैं इस देश के बारें में,यहाँ के लोगों और कल्चर के बारें में सोचता था उससे काफी अलग अनुभव मेरा यहाँ रहा था। इस यात्रा के आधार पर ये कुछ बातें मैंने विभिन्न बिंदुओं में लिखी हैं ,आप उज़्बेकिस्तान जाए या ना जाए ,ये बातें इस देश के बारें में काफी ज्ञानवृद्धि तो कर ही देगी -
1. सबसे पहले तो इंडियन पासपोर्ट होल्डर को यहाँ जाने के लिए वीजा लेना पड़ता हैं। जो आप खुद ऑनलाइन अप्लाई करके ले सकते हैं। यह करीब 2500 रूपये का पड़ता हैं। इसकी वेबसाइट काफी धीमी हैं ,कई तरह की एरर दे देती हैं। आपको अनेको बार कोशिश करनी पड़ेगी तब जाकर आपका डाटा यहाँ एक्सेप्ट होगा।
2. यह एक डबल लेंड लॉक कंट्री हैं। मतलब इसकी कोई सीमा खुद भी समुद्र से नहीं लगती ,साथ ही साथ इसके पडोसी देशों की सीमा भी समुद्र से नहीं लगती। पूरी दुनिया में दो ही ऐसे देश हैं जो कि डबल लेंड लॉक देश हैं। उज़्बेकिस्तान के अलावा ऐसा एक देश Liechtenstein (लिकटेंस्टीन )हैं।
3. यहाँ घूमने के लिए ताशकंत ,समरकंद ,बुखारा और खीवा जैसे शहर हैं। इनमें से केवल खीवा थोड़ा दूर पड़ता हैं और खीवा तक के लिए अच्छी ट्रेन भी नहीं मिलती। लेकिन समरकंद ,ताशकेंट और बुखारा ज्यादा दूर दूर नहीं हैं। यहाँ आपस में आने जाने के लिए बुलेट ट्रैन चलती हैं।
4. समरकंद ,खीवा और बुखारा शहर यूनेस्को वर्ल्ड हेरिटेज साइट्स की लिस्ट में आते हैं। यहाँ की प्राचीन इमारतें ,मीनारें और गुंबद यहाँ के मुख्य अट्रेक्शन हैं।
5.आप भारत से सीधे ताशकंत या समरकंद के लिए फ्लाइट ले सकते हैं यहाँ घूमने के लिए।समरकंद एयरपोर्ट एक विशाल किताब के शेप में बना हैं।समरकंद से कुछ देशो की फ्लाइट्स काफी सस्ती हैं जैसे कि दुबई की फ्लाइट।
6. उज़्बेकिस्तान सिल्क रूट का एक अहम हिस्सा था।भारत में मुग़ल वंश को लाने वाला बाबर उज़्बेकिस्तान से ही आया था। भारत के दूसरे प्रधानमंत्री श्री लाल बहादुर शास्त्री जी की रहस्य्मयी मृत्यु भी ताशकेंट में हुई थी। जिसपर the tashkent files फिल्म भी बनी हैं।
7. अगर आपको उज़बेकिस्तान की सस्ती फ्लाइट नहीं मिल रही हो तो आप कज़ाकिस्तान के अल्माटी या शीमकेंट की दिल्ली से सस्ती फ्लाइट ढूंढ कर फिर लेंड बॉर्डर से उज़बेकिस्तान पहुंच सकते हैं। कज़ाकिस्तान हमारे लिए वीजा फ्री देश हैं।
8. उज़्बेकिस्तान पहले सोवियत रूस (USSR ) का भाग था जो 1991 में टूट कर अलग देश बन गया। इसीलिए यहाँ के कई लोग रशियन भाषा भी बोलते समझते हैं।
9. अगर आप शाकाहारी हैं तो आपके लिए शुद्ध शाकाहारी रेस्टोरेंट यहाँ नहीं मिलेगा। केवल गिनती के 3 से 4 इंडियन रेस्टोरेंट्स यहाँ मिलेंगे जो दोनों तरह का खाना रखते हैं । बुखारा में तो एक भी नहीं मिलेगा। एकदम शुद्ध शाकाहारी लोगों के लिए भुट्टे ,जुस ,फल ही ऑप्शंस हैं।
10.भाषा की भी यहाँ समस्या हैं। क्योंकि लोग यहाँ अंग्रेजी भी नहीं जानते। आपको गूगल ट्रांसलेटर का इस्तेमाल करना होता हैं इधर। बस जो बात करनी हो उसे मोबाइल पर अपनी भाषा में लिख दीजिये और वह बात उनकी भाषा में कन्वर्ट हो जाएगी।
11. उज़्बेकिस्तान में घूमने को कई चीज़ीं हैं जैसे कि शानदार चार्वाक झील ,जहाँ आप कई साहसिक गतिविधियां कर सकते हैं।बर्फीले इलाके में ट्रेक भी कर सकते हैं। यहाँ की प्रसिद्ध मस्जिद ,मदरसे ,मीनार,लोकल बाज़ार और एडवेंचर पार्क्स जैसी चीजें कई देश के पर्यटकों को यहाँ खिंच कर लाती हैं।
12. उज़्बेकिस्तान को सही से और आराम से घूमने के लिए कम से कम आपको 10 दिन चाहिए।
13. यहाँ गर्मीं का मौसम जितना गर्म होता हैं सर्दियों में बर्फ़बारी से ठंड भी उतनी ही खतरनाक पड़ती हैं।
14 . भारत से यहाँ हजारों छात्र MBBS करने आते हैं। रूस -यूक्रेन युद्ध के बाद यूक्रेन से कई छात्रों को उज़्बेकिस्तान में ही mbbs की आगे की पढाई कराई जा रही हैं।
15. यहाँ का समय हमसे आधा घंटे पीछे हैं।
16. समरकंद में टूरिस्ट के रुकने के लिए सबसे अच्छी जगह हैं रेगिस्तान एरिया। यह असल में कोई रेगिस्तान नहीं हैं केवल नाम ही ऐसा हैं।
इन सबके अलावा अभी कई और सारी बातें हैं जो आपको उज़्बेकिस्तान के बारें में पता होनी चाहिए। जल्द ही अगली पोस्ट में आपको वे बातें जानने को मिलेगी।आप उज़्बेकिस्तान के वीडियो मेरे चैनल Rishabh Bharawa Vlogs पर भी देख सकते हैं।
-Rishabh Bharawa