नमस्कार दोस्तों
दोस्तों आज से मैं एक एक नई सीरीज की शुरुआत कर रहा हूं जिसका नाम होगा हिमालय ग्यान
इसमें मैं आप लोग को बताऊंगा हिमालय के बारे में, ट्रैकिंग के बारे में और माउंटेनियरिंग के बारे में।
अगर आप ट्रेकिंग की शुरुआत करना चाह रहे हैं तो आज मैं आपको बताऊंगा आपको कौन-कौन से ट्रैक से शुरुआत करनी चाहिए।
उससे पहले दोस्तों मैं आपको थोड़ा अपना परिचय दे दूँ।मेरा नाम पंकज मेहता है।मैं अल्मोड़ा उत्तराखंड का रहने वाला हूं और पिछले ४ साल से आसाम में हूं।
मैं एक माउंटेनियर, एक ट्रैकर, एक ट्रैवलर और एक साइकिलिस्ट हूं। मैंने भारत में और नेपाल में बहुत सारे ट्रेक किए हुए हैं. जैसे एवरेस्ट बेस कैंप , चोला पास , गोक्यो लेक, रूपकुंड , हेमकुंड, नंदी कुंड, गोचा ला पास, ज़ूको वैली, काकभूसंडी ताल, संदकफू, पंच केदार और भी छोटे-मोटे बहुत सारे ट्रैक।
कालानाग पर्वत 6387 मीटर को भी मैंने रिकॉर्ड 6 दिन में फ़तेह किया है।
मैंने आसाम में करीब 20 जिले साइकिल से कवर किए है। अरुणाचल में 7जिले साइकिल से कवर किए हैं। मैं आसाम से तवांग भी साइकिल से जा चूका हूँ।मैंने आसाम से लेकर अल्मोड़ा उत्तराखंड तक का सफर भी साइकिल में तय किया हुआ है।और यह सारा काम मैंने पिछले 6 सालों में ही किया हुआ है।
ट्रेकिंग की शुरुआत किन आसान ट्रेक्स से करें.....
देवरिया ताल उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में स्थित है. देवरिया ताल का ट्रैक शुरू होता है सारी गांव से। यह ट्रैक करीब 3 किलोमीटर का बहुत आसान ट्रेक है।यह ट्रैक आपके ट्रैकिंग की शुरुआत करने के लिए सबसे बेहतर ट्रेक होगा। यहां से आपको चौखंबा पर्वत का नजारा बहुत ही अद्भुत दिखाई देता है।
चंद्रशिला पीक भी समर सीजन का एक बहुत ही आसान ट्रेक है। लेकिन अगर यह ट्रैक ऑफ़ विंटर सीजन में करेंगे तो एक हार्ड ट्रेक बन जाता है। यह ट्रेक भी उत्तराखंड के रुद्रप्रयाग जिले में है। जो कि चोपता से स्टार्ट होता है और करीब 4 किलोमीटर का है।अगर आप मार्च में यह ट्रैक करते हैं तो आपको भी 360 डिग्री एंगल पर पूरा हिमालय दिखाई देगा।
यह एक शानदार ट्रेक है. यहां से आपको बंदरपूंछ काला नाग यानी कि ब्लैक पीक, द्रौपदी का डंडा और गंगोत्री और यमुनोत्री के साइड के बहुत सारे पीक दिखाई देते हैं।दायरा बुग्याल ट्रेक उत्तरकाशी के भटवारी के समीप बरसु नामक गांव से स्टार्ट होता है। यह ट्रैक 8 या 9 किलोमीटर का एक बहुत ही सिंपल ट्रेक है।
यह ट्रैक हिमाचल प्रदेश के मैकलोडगंज नामक स्थान से शुरू होता है. यह Trek धौलाधार की रेंज में है।यह ट्रैक 10 किलोमीटर का एक बहुत ही सिंपल ट्रेन है। आप त्रियुण्ड में जाकर 1 दिन रुक सकते हैं और वहां कैंपिंग का मजा ले सकते हैं।
यह ट्रेक उत्तराखंड के कौसानी से शुरू होता है।यहां से आपको गढ़वाल और कुमाऊं हिमालय की लंबी रेंज दिखाई देती है। यहां से आप बंदरपूंछ, यमुनोत्री , भागीरथी, केदार डोम, चौखंबा, हाथी घोड़ी पर्वत, नीलकंठ, त्रिशूल, नंदा घुंटी, नंदा देवी, पंचाचुली और नेपाल का कुछ हिमालया देख सकते हैं।
कुकुछिना से पाण्डूखोली का छोटा सा 1 घंटे का ट्रेक शुरू होता है। कुकुछिना उत्तराखंड के अल्मोड़ा जिले में है।यहाँ पहुंचने के लिए आपको सब से पास एयरपोर्ट पंतनगर पड़ेगा और रेल्वे स्टेशन काठगोदाम।
बाँज के घने जंगलों से होकर ये खूबसूरत ट्रेक गुजरात है। अपने वनवास अवधि में पांडव यहाँ एक रात रुके थे तब ही इस जगह का नाम पाण्डूखोली पडा।
50 मिनट का है ये ट्रेक।यहाँ से पिनाथ मंदिर का ट्रेक 20 km का है और भरत कोट पहाड़ी का 9 km का। पिनाथ और भरत कोट दोनों जगह से आपको हिमालय के सुदर दर्शन होते है।