~ पंगोट यात्रा ~ एक सुखद अहसास
नमस्ते दोस्तो ! भारत की भूमि देवभूमि कहे जाने वाले राज्य उत्तराखण्ड के नैनीताल में स्थित पंगोट एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल है। जिसे पांगोट कहा जाता है | इस भागदौड़ भरी जिंदगी में अपने लिये समय निकाना बाद ही कठिन हो गया है | ऐसे में कुछ तो ऐसा करना पड़ता भाई जहां हमे इस भौतिक जीवन से कुछ समय के लिये छुटकारा मिल सके |व्यस्त जीवन से एक ब्रेक के लिए हर किसी को इस शांत जगह की यात्रा जरूर करनी चाहिए।
नैनीताल में स्थित यह राजसी पहाड़ियां से पंगोट का नजारा बहुत खूबसूरत दिखता है। नैनीताल से 15 किमी दूर समुद्र तल से 6300 फीट की ऊंचाई पर स्थित पंगोट एक छोटा खूबसूरत गांव है। पंगोट अपने पक्षियों और जंगलों के लिए पर्यटकों की पसंदीदा जगह है। पंगोट गांव एक टूरिस्ट प्लेस है। यहां पर बहुत से लोग घूमने के लिए आते रहते हैं।
खूबसूरत प्राकृतिक सुंदरता __
यह जगह अपनी प्राकृतिक सुंदरता और यहां के सुंदर पक्षियों के कारण जाना जाता है। यहां की सुंदरता बहुत ही मनमोहक है इसलिए सालाना हजारों टूरिस्ट यहां पर घूमने के लिए आते रहते हैं। यह पक्षी पसंद लोगों के लिए स्वर्ग जैसा है और यहां पर आपको पक्षियों की 300 से अधिक किस्में देखने को मिल जाएंगी जिनको देखकर आप मनोरंजन कर सकते हैं।
वैसे तो पूरा नैनीताल अपनी खूबसूरती के लिये जाना जाता है लेकिन यहाँ पहुंचने का रास्ता भी काफी सुंदर है | हम जनवरी में पंगोट गए थे, उस समय वहाँ पर धूप खिली हुई देखकर हम जनवरी की शरदी भूल गए और खूब यात्रा का आनंद लिया | नैनीताल से ड्राइव करते हुए हिमालय दर्शन, किलबरी के जंगल, चाइना पीक रेंज से होकर यहां आना सुकून का अहसास दिलाता है |
घूमने के लिए पंगोट बहुत ही खूबसूरत है, यहां पर आपको घूमने के कई इलाके मिल जाएंगे। गांव में घूम कर आप गांव की खूबसूरती के बारे में एक झलक ले सकते हैं। यहां पर आप उत्तराखंड के लोकल इलाकों के बारे में जानकारी ले सकते हैं। आप जान सकते हैं कि यहां के लोकल नागरिक किस प्रकार से अपना रहन सहन करते हैं। गांव में आपको पुराने रीति रिवाज भी देखने को मिलेंगे जिससे कि आप उत्तराखंड के आम लोगों और यहां की परंपरा से अवगत हो सकते हैं।
यह स्थान पहाड़ वाइकिंग, ट्रैकिंग और हाइकिंग ट्रेल्स जैसे साहसिक गतिविधियों के लिए अविश्वसनीय जगह है। सर्दियों के मौसम में बर्फ से ढके पर्वत शिखर को देखने दुनिया भर के पर्यटक यहाँ आते हैं।
यदि आप नई दिल्ली से नैनीताल जा रहे हैं, तो आप एनएच 24 को रामपुर में और एनएच 87 को हल्दवानी से नैनीताल तक ले जा सकते हैं। वहां से आप एक टैक्सी बुक कर सकते हैं और पैंगोट तक पहुंच सकते हैं। बड़ी संख्या में ए / सी और गैर ए / सी बसें हैं जो दैनिक आधार पर दिल्ली से नैनीताल तक पहुंचती हैं।
हवाईजहाज द्वारा यात्रा --
पंगोट का निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर हवाई अड्डा है, जो लगभग 75 किमी दूर है। हर हफ्ते, इस हवाई अड्डे पर 6 उड़ानें निर्धारित की गई हैं।
ट्रेन द्वारा पंगोट यात्रा --
निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम रेलवे स्टेशन है। स्टेशन पांगोट से लगभग 50 किमी दूर है। दिल्ली से काठगोदाम के दो रखरखाव रणखेत एक्सप्रेस और सम्पर्क क्रांति हैं। यह सुझाव दिया जाता है कि बुकिंग अग्रिम में की जाती है।
यात्रा पर जाने का सबसे अच्छा समय --
यूं तो पंगोट का मौसम सालभर सुहावन रहता है| पांगोट की यात्रा निश्चित रूप से मार्च और अप्रैल होगा इस सीजन में खिलता है पूरी घाटी को कवर करता है| सर्दियों के मौसम में भी आप पांगोट जाने की योजना बना सकते हैं | एक कप चाय का आनंद लेते हुए बर्फ के टुकड़े को इस पहाड़ी स्टेशन पर देख सकते हैं।