
हर हर गंगे
हरिद्वार देश के सात प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। मान्यता है कि गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है |
हरिद्वार, जिसे हरद्वार भी कहा जाता है, जो उत्तराखण्ड जिले में स्थित है, इस जिले के उत्तर में देहरादून, पूर्व में पौड़ी गढ़वाल, पश्चिम में उत्तर प्रदेश राज्य का सहारनपुर जिला तथा दक्षिण में उत्तर प्रदेश राज्य के ही मुजफ्फरनगर तथा बिजनौर जिले हैं। यह पवित्र तीर्थ स्थल उत्तराखंड के यमनोत्री धाम, गंगोत्री धाम, केदरनाथ धाम और बद्रीनाथ धाम का प्रवेश द्वार भी कहा जाता है। ज्यादातर श्रद्धालु हरिद्वार में स्नान करने के बाद अपनी चार धाम यात्रा शुरू करते है।
माना जाता है कि इसी स्थान पर ब्रह्मा विष्णु महेश धरती पर प्रकट हुए थे। जिस वजह से इस स्थान को भगवान शिव की भूमि और भगवान विष्णु की भूमि भी कहा जाता है। सबसे पहले इस स्थान का नाम मायापुरी शहर के नाम से जाना जाता था। हरिद्वार देश के सात प्रमुख तीर्थ स्थलों में से एक है। यह भी माना जाता है कि गंगा में डुबकी लगाने से सारे पाप धुल जाते हैं और मनुष्य को मोक्ष की प्राप्ति हो जाती है |

मा गंगा का प्रादुभाव
इसी स्थान पर माँ गंगा धरती को स्पर्श करती है इसलिये इसे गंगाद्वार भी कहा जाता है। वास्तव में दोस्तो इसका नाम “गेटवे ऑफ़ द गॉड्स” है । हरिद्वार भारत की संस्कृति और प्राचीन सभ्यता का खजाना है।


हरिद्वार के प्रमुख पर्यटक स्थल - हरिद्वार कई महत्वपूर्ण मंदिरों और आश्रमों के साथ, हिंदू धर्म का एक महत्वपूर्ण केंद्र है।
अपने धार्मिक महत्व के अलावा, हरिद्वार अपनी प्राकृतिक सुंदरता के लिए भी जाना जाता है, जिसमें गंगा शहर से होकर बहती है और हिमालय के पहाड़ पृष्ठभूमि से निकलती है।

शांति कुञ्ज
शांतिकुंज एक आध्यात्मिक शिक्षा केंद्र है यहां पर जीवन जीने की शैली सिखायी जाती है ताकि व्यक्ति अपने देश और परिवार के लिए मानव जीवन में शिक्षा के साथ-साथ अपनी आध्यात्मिक उन्नति भी करे। यहाँ पर दी जाने वाली शिक्षा का कोई शुल्क नहीं लिया जाता बल्कि साथ में शिक्षा लेने आने वाले व्यक्तियों को रहने और खाने की निशुल्क व्यवस्था दी जाती है |

भारत माता मंदिर
भारत माता मंदिर को मदर इंडिया मंदिर भी कहा जाता है। यह मंदिर भारत माता को समर्पित है और यह देश का इकलौता ऐसा मंदिर है जहाँ भारत माता की मूर्ती की पूजा होती है। यह मंदिर 108 फीट ऊंचा है और इसमें कुल 8 मंजिलें हैें। हर एक मंजिल में अलग अलग देवी-देवताों और स्वतंत्रता संग्रामियों की मूर्ती व फोटो हैं।

चंडी देवी मंदिर
हरिद्वार का मशहूर मंदिर चंडी देवी मंदिर नील पर्वत पर स्थित है | धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जब शुम्भ और निशुम्भ राक्षसों ने धरती पर प्रलय मचाया था तब देवताओ ने उनका संहार करने का प्रयास किया और उन्हें सफलता नहीं मिली तब चंडी देवी ने प्रकट होकर दोनों राक्षसों का वध किया । तब से चंडी माता यहीं विराजमान हो अपने भक्तो का कल्याण कर रही है ।





हर की पौड़ी हरिद्वार की प्रमुख जगहों में से एक है। हर की पौड़ी का अर्थ है - प्रभु के पैर। ऐसा माना जाता है कि यहां भगवान विष्णु प्रकट हुए थे और हरि की पौड़ी पर एक पत्थर पर भगवान के पदचिन्ह भी हैं। इस घाट से गंगा पहाड़ों को छोड़ मैदान की तरफ मुड़ती है। इस घाट पर श्रद्धालुओं की सबसे ज़्यादा भीड़ होती है।



विष्णु घाट
हरिद्वार के सबसे प्रसिद्ध घाटों में से एक विष्णु घाट है। ऐसा माना जाता है की यहां भगवान विष्णु ने स्नान किया था और यहां स्नान करने से सभी पाप मिट जाते हैं, इसी वजह से यहां श्रद्धालुओं की बड़ी भीड़ देखने को मिलती है।

मनसा देवी मंदिर
हरिद्वार से 3 किलोमीटर की दूरी पर बिलवा पर्वत पर स्थित यह मंदिर आस्था का एक प्रमुख स्थल है। मनसा देवी को पार्वती का ही एक रूप कहा गया है। माना जाता है कि मनसा देवी मंदिर में मांगी गई मन्नत ज़रूर पूरी होती है इसलिए दूर-दूर से श्रद्धालु यहां आते हैं। हरिद्वार से यहां तक चल कर आया जा सकता है या रोपवे के जरिए भी पहुंचा जा सकता है।

महाकुंभ का आयोजन
यहां हर 12 साल में महाकुंभ का आयोजन किया जाता है। इस माहकुंभ मेला में विश्व भर से संत महात्मा शामिल होते हैं और भोले नाथ की नगरी में कुछ समय व्यतीत करके जाते हैं | हरिद्वार की गंगा आरती बहुत प्रसिद्ध है और दुनिया भर से लोग इस आरती में शामिल होते हैं।

हरिद्वार आप काभी भी जा सकते हैं किसी भी समय में आप हरिद्वार की यात्रा का आनंद उठा सकते हैं |
यहां की जलती बातियों और बजती घंटियों के साथ गंगा होती है | इस आरती में हजारों सैलानी शामिल होते हैं। यहां हर शाम 7 बजे आरती होती है, लेकिन लोगों की भीड़ 5 बजे से ही शुरू हो जाती है। शाम 6 बजे से ही लोग यहां हर-हर गंगे और जय गंगा मैया बोलने लगते हैं। लेकिन गंगा आरती के समय अपने सामान का विशेष ध्यान रखें, चोरी होने का डर रहता है |

अगर आप हरिद्वार में अच्छे खाने की तलाश में हैं तो आप निम्नलिखित जगहों का भी दौरा कर सकते हैं:
चोटीवाला : यहाँ पर भारतीय व्यंजनों का विस्तृत विकल्प है। यहाँ पर आप दाल मखनी, शाही पनीर, बटेर चिकन, तंदूरी रोटी आदि खा सकते हैं। इसके अलावा यहाँ पर दूध जलेबी भी बहुत लोकप्रिय है।
होशियार पूरी : यहाँ पर आप उत्तर भारतीय व्यंजनों का विस्तृत विकल्प खा सकते हैं। यहाँ पर आप छोले भटूरे, पालक पनीर, दाल मखनी, तंदूरी रोटी आदि खा सकते हैं। 1
यहाँ पर और भी अनेक रेस्तरां हैं जो आपके लिए उपयुक्त हो सकते हैं।