भारत में बहुत तरह की संस्कृतियाँ, परंपराएँ और मान्यताएँ हैं | इनके चलते इस बात में कोई शक नहीं कि भारत दुनिया के सबसे विविध देशों में से एक है |
इस देश के कोने-कोने में प्रकृति की ऐसे अचरज बसे है, जिनमें से कुछ तर्क के पैमाने पर खरे नहीं उतरते | देश के कई जगहों पर रहने वाले स्थानीय लोग मानते हैं कि एक ख़ास तरह के पानी के स्त्रोत में डुबकी मारने से शरीर के रोग ठीक हो सकते हैं |
इनका मानना है कि एक डुबकी में ही आपके शरीर के विकार तो ठीक होंगे ही, साथ ही कोई लंबे समय से चली आ रही बीमारी भी ठीक होगी |
भारत में 7 तरह के जल स्त्रोत है जहाँ बीमारियाँ ठीक होने की मान्यता है :
कहाँ: उत्तरी सिक्किम, सिक्किम
ख़ासियत: भारत की सबसे ऊँची झीलों में से एक सिक्किम की गुरुडोंगमार झील को सिखों, हिंदुओं और बौद्धों द्वारा समान रूप से पवित्र माना जाता है। कहते है कि सिखों के गुरु नानक देव जी ने एक बार झील के एक हिस्से को जैसे ही छुआ, वह हिस्सा वैसे ही जम गया | तब से स्थानीय लोग ये दावा करते हैं कि गुरुडोंगमार के पवित्र जल को पीने से इंसान को ताकत मिलेगी।
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कहाँ: देहरादून, उत्तराखंड
ख़ासियत: मशहूर हिल स्टेशन देहरादून से 20 कि.मी. दूर सहस्त्रधारा का झरना अपने आप में एक अजूबा है | यहाँ के स्थानीय लोगों का मानना है कि इस झरने के पानी में सल्फर की मात्रा अधिक होने से केवल एक डुबकी ना सिर्फ़ आपकी शारीरिक बीमारियों को ठीक कर सकती है बल्कि आपको मानसिक स्तर में भी सुधार कर सकती है |
कहाँ: छतरपुर, मध्य प्रदेश
ख़ासियत : साधारण सी दिखने वाली प्राकृतिक गुफा के बीच बना ये कुंड भारत के सबसे रहस्यमयी जल स्त्रोतों में से एक है | कहावतों के अनुसार ये कुंड महाभारत काल से यहाँ मौजूद है और इसकी गहराई आज तक कोई नहीं माप पाया | डिस्कवरी चैनल का एक टीवी दल भी इस काम में असफल रहा | और तो और, प्राकृतिक आपदा आने से पहले यहाँ का जलस्तर भी बढ़ जाता है | स्थानीय लोगों का मानना है कि भीमकुंड में लगाई हुई एक डुबकी-ख़ास कर के मकर संक्रांति को- आपका स्वास्थ्य तो सुधार सकती ही है, साथ ही आपके पाप भी धो देती है |
कहाँ: मणिमहेश रेंज, हिमाचल प्रदेश
ख़ासियत : रहस्यमयी मणिमहेश, कैलाश चोटी की तलहटी में बनी ये ऊँची झील अपनी जादुई शक्तियों के लिए जानी जाती है। स्थानीय लोगों का मानना है कि यहाँ का पानी मांसपेशियों को तो मज़बूत करता ही है, साथ ही शारीरिक घावों को ठीक करता है | हर साल हज़ारों श्रद्धालु इस पवित्र झील की ओर तीर्थ यात्रा करने आते हैं | श्रद्धालु झील में डुबकी लगाकर इसके चारों ओर तीन बार परिक्रमा भी लगाते हैं |
कहाँ : गंगोत्री, उत्तराखंड
ख़ासियत : ये छोटा-सा गाँव प्रसिद्ध गंगोत्री रूट पर पड़ता है जिसकी वजह से आते जाते श्रद्धालु इस गरम पानी के सोते में डुबकी लगा लेते हैं | बहुत से लोगों का मानना है कि इस सोते में डुबकी लगाने से गंगोत्री की चढ़ाई के लिए वे तरोताज़ा तो हो ही गये, साथ ही उनके शारीरिक विकार भी दूर हो गये |
बकरेश्वर हॉट स्प्रिंग
कहाँ: बकरेश्वर, पश्चिम बंगाल
ख़ासियत : इसके बारे में ज़्यादा लोग जानते नहीं हैं, मगर पश्चिम बंगाल के छोटे से गाँव में 10 से ज़्यादा गरम पानी के सोते हैं जिन्हें शारीरिक विकार दूर करने वाला बताया जाता है | विशेषज्ञों का मानना है कि यहाँ के पानी में खनिजों की भरपूर मात्रा शरीर के विकार दूर कर देती है |
कहाँ: पुष्कर, राजस्थान
ख़ासियत : हिंदू धर्म के पाँच पवित्र धामों में से एक पुष्कर को महाभारत और रामायण जैसे पवित्र ग्रंथों में ज़िक्र मिला है | प्राचीन काल से ही स्थानीय लोगों का ये मानना है कि इस पवित्र झील में डुबकी लगाने से सारे पाप धुलते हैं और शारीरिक बीमारियों से निजात मिलता हिया | मानो या न मानो, मगर लोगों का दावा है कि यहाँ लगाई एक डुबकी कैंसर का इलाज कर सकती है!
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