आगरा भारत के उतर प्रदेश राज्य का एक प्रमुख शहर है जो ताजमहल के लिए पूरे विश्व में प्रसिद्ध है| भारत घूमने वाले विदेशी टूरिस्ट की लिस्ट में आगरा जरूर होता है| आगरा को सिटी आफ वर्ल्ड हैरीटेज साईटस का नाम भी दिया गया है कयोंकि आगरा में तीन यूनैसको वर्ल्ड हैरीटेज साईटस है जिसके नाम निम्नलिखित अनुसार है|
1 ताजमहल
2 आगरा किला
3. फतेहपुर सीकरी
इस पोस्ट में हम आगरा के इन तीनों वर्ल्ड हैरीटेज साईटस के बारे में बात करेंगे| आगरा समुद्र तल से 170 मीटर की ऊंचाई पर 70 किमी वर्ग किलोमीटर क्षेत्र में फैला हुआ है| आगरा के ईतिहास की अगर बात की जाए तो प्राचीन काल में इस शहर का नाम अग्रवन था जो बदलते बदलते आगरा हो गया| गरमी के दिनों को छोड़कर कर आप बाकी दिनों में आगरा घूमने आ सकते हो| सितंबर से लेकर मार्च तक आगरा घूम सकते हो| आगरा दिल्ली से 200 किमी, जयपुर से 232 किमी, लखनऊ से 369 किमी, वाराणसी से 606 किमी दूर है| मुझे दो बार आगरा घूमने का मौका मिला है|
ताजमहल
ताजमहल आगरा का सबसे मशहूर टूरिस्ट प्लेस है जो विश्व विख्यात जगह है| पूरी दुनिया से टूरिस्ट ताजमहल को घूमने के लिए आते हैं| आगरा की तीन यूनैसको वर्ल्ड हैरीटेज साईटस में ताजमहल का पहला नंबर है| ताजमहल पती पत्नी के प्रेम की निशानी है| ताजमहल को मुगल बादशाह शाहजहाँ ने अपनी बेगम मुमताज की याद में बनाया गया था| ताजमहल को तैयार करने के लिए हजारों कुशल कारीगरों और मजदूरों को लगभग 22 साल लगे थे| ताजमहल का नाम विश्व की श्रेष्ठ ईमारतों में आता है| ताजमहल को बनाने के लिए सफेद संगमरमर का ईसतमाल किया गया है| ताजमहल के चारों कोनों पर एक एक मीनार बनाया गया है| चांदनी रात में ताजमहल की खूबसूरती को चार चांद लग जाते हैं| मैं एक बार अपने दोस्त के साथ और दूसरी बार अपनी वाईफ के साथ ताजमहल देखने के लिए आगरा गया था| हमने ताजमहल के सामने कुछ यादगारी तस्वीरें भी खिंचवाई| आपको ताजमहल में प्रवेश करने के लिए टिकट लेना पड़ता है | आप जब भी आगरा जाए तो ताजमहल देखना मत भूलना|
आगरा किला
आगरा का दूसरा सबसे बड़ा आकर्षण है आगरा का किला| इस किले को लाल किला भी कहा जाता है| यह आगरा की दूसरी यूनैसको वर्ल्ड हैरीटेज साईट है | इस किले का निर्माण मुगल बादशाह अकबर ने किया था| बाद में इस किले के कुछ भागों का निर्माण जहांगीर और शाहजहाँ ने करवाया| यह किला लाल पत्थर और कहीं कहीं सफेद पत्थर से बनाया गया है| इस किले के कुल चार दरवाजे हैं लेकिन टूरिस्ट के लिए सिर्फ एक दरवाजा ही खुला है| इस किले के अंदर प्रवेश करके आप दीवाने आम, दीवाने खास, शीश महल, रंग महल, खास महल, जहांगीर महल आदि खूबसूरत जगहों को देख सकते हो| ताजमहल देखने के बाद मैं आगरा के इस खूबसूरत किले को देखने के लिए गया| आपको इस किले को देखने के लिए कम से कम दो तीन घंटे रखने चाहिए तब जाकर आप इस किले को अच्छी तरह से देख सकते हो| आपको को आगरा का किला देखने के लिए गाईड भी जरूर लेना चाहिए जो आपको इस किले के ईतिहास से लेकर हर ईमारत को अच्छी तरह से बता सकता है| आगरे के किले में गाईड ने हमें वह जगह भी दिखाई जहाँ ताजमहल बनाने वाले शाहजहाँ को उसके पुत्र औरंगजेब ने कैद में रखा था| शाहजहाँ एक खिड़की से ताजमहल को देखता रहता था| कुल मिलाकर आगरा का किला ईतिहास से भरा पड़ा है| अगर आप को ईतिहास में रुचि है तो आगरा का किला जरूर देखें|
फतेहपुर सीकरी- आगरा से 37 किमी दूर फतेहपुर सीकरी आगरा की तीसरी यूनैसको वर्ल्ड हैरीटेज साईट में आती है| मुगल बादशाह अकबर ने फतेहपुर सीकरी को एक किला नगरी के रूप में बसाया था| फतेहपुर सीकरी को अकबर ने अपनी राजधानी भी बनाया था| फतेहपुर सीकरी में बहुत सारी दर्शनीय जगहें है जिनको आप अपनी यात्रा में शामिल कर सकते हैं जैसे बुलंद दरवाजा, खास महल, दीवाने खास, दीवाने आम, पंचमहल नौबत खाना आदि|
दीवाने खास - बाहर से देखने से यह दो मंजिली ईमारत लगती है लेकिन इस एक मंजिली ईमारत में की हुई नक्काशी और मीनाकारी लाजवाब है| बादशाह अकबर अपने नवरत्नों के साथ इस जगह पर बैठता था|
दीवाने आम- लाल पत्थर से बनी यह ईमारत एक चौकोना आंगन की तरह है| इस जगह पर बादशाह अकबर आम लोगों की शिकायतों को सुनते थे और न्याय करते थे| इसकी दीवारों पर की गई नक्काशी भी देखने लायक है|
बुलंद दरवाजा - फतेहपुर सीकरी में बुलंद दरवाजा सबसे मशहूर ईमारत है| यह विशाल दरवाजा फतेहपुर सीकरी का प्रवेश द्वार है| इस खूबसूरत दरवाजे की ऊंचाई 176 फुट है| बुलंद दरवाजा पूरे एशिया का सबसे ऊंचा दरवाजा है| यह जगह यूनैसको वर्ल्ड हैरीटेज साईट में भी शामिल हैं| मैंने भी अपनी फतेहपुर सीकरी यात्रा पर बुलंद दरवाजा के सामने यादगार तस्वीर खिचवाई थी|
खास महल- इस महल का निर्माण अकबर ने अपने शाही निवास के लिए किया था| इस जगह पर अकबर तानसेन का गायन भी सुना करते थे| गरमी के दिनों में इस जगह को ठंडा रखने के लिए फव्वारे लगाए गए थे|
पंचमहल -फतेहपुर सीकरी में यह पांच मंजिली ईमारत है जिसमें कुल 176 स्तंभ है और सभी अलग अलग डिजाइन के है| यह भी एक अजीब बात है बुलंद दरवाजा की ऊंचाई भी 176 फुट है और पंचमहल के स्तंभों की संख्या भी 176 ही है| यह महल अकबर और उनकी बेगमों के लिए था||
नौबत खाना-यह ईमारत लाल पत्थर से बनी हुई है| यहाँ पर नगाड़े रखे रहते थे जो अकबर के आने की सूचना देने के लिए बजाए जाते थे| इसलिए इस ईमारत को नौबत खाना कहा जाता है|
कैसे पहुंचे- आगरा उत्तर प्रदेश का एक प्रमुख शहर है | आप भारत के अलग अलग शहरों से रेल मार्ग द्वारा आगरा रेलवे स्टेशन पहुँच सकते हो| बस मार्ग से भी आगरा दिल्ली, जयपुर, कानपुर, लखनऊ, गवालियर आदि शहरों से जुड़ा हुआ है| रहने के लिए आपको आगरा में हर बजट के होटल आदि मिल जाऐंगे| ताजमहल, आगरे का किला और फतेहपुर सीकरी घूमने के लिए आपको पहले आगरा पहुंचना होगा|