सिर्फ नाॅर्थ इंडिया ही नहीं दक्षिण भारत भी है पहाड़ों की खान

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Photo of सिर्फ नाॅर्थ इंडिया ही नहीं दक्षिण भारत भी है पहाड़ों की खान by Rishabh Dev

चलो पहाड़ घूम आते हैं। ये अक्सर हम अपने दोस्तों और साथियों से कहते हैं। तब हर कोई नाॅर्थ इंडिया के फेमस और अनछुई जगहों पर जाना चाहता है। किसी के मन में साउथ इंडिया क्यों नहीं आता है? साउथ इंडिया देखने के बारे में सोचते हैं तो जेहन में आते हैं मंदिर और समुद्र तट। अगर आप भी ऐसा ही सोचते हैं तो बहुत बड़ी गलतफहमी में हैं। साउथ इंडिया पहाड़ों की खान है। यहां के पहाड़ सुंदरता के मामले में हिमाचल और उत्तराखंड से कम नहीं हैं। कुछ जगहें तो ऐसी हैं जो नाॅर्थ इंडिया के पहाड़ों को भी मात दे दें। तो नार्थ इंडिया को छोड़िए और चलिए साउथ इंडिया के पहाड़ों की सैर पर।

1. कुर्ग

कर्नाटक को खूबसूरत और मनमोहक बनाता है ये हिल स्टेशन। कुर्ग में चारों तरफ हरियाली और पहाड़ हैं। जो भी यहां आता है वो इस जगह का कायल हो जाता है। अगर आप नेचर लवर हैं तो कुर्ग आपको बहुत पसंद आएगा। कुर्ग चाय के बागानों के लिए फेमस है। ये बागान ही कुर्ग के पहाड़ों में हरियाली देते हैं और इस खूबसूरती में चार चांद लगा देते हैं। यहां पर आप पहाड़, चाय के बागान, हरियाली और वाटरफाॅल देख सकते हैं। कुर्ग कर्नाटक के मेडिकेरी जिले में है। ये हिल स्टेशन समुद्र तल से 1,525 मीटर की ऊंचाई पर है और इसे भारत का स्काॅटलैंड भी कहते हैं।

मैसूर से दूरीः 117 किमी.।

2. कून्नूर

साउथ इंडिया के सबसे खूबसूरत हिल स्टेशनों में से एक है कून्नूर। ये हिल स्टेशन समुद्र तल से 1,930 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है। नीलगिरी पहाड़ियों पर स्थित ये हिल स्टेशन दक्षिण भारत को दूसरा बड़ा हिल स्टेशन है। कून्नूर पहाड़ों और हरियाली के अलावा फूलों और पक्षियों के लिए फेमस है। यहीं पर पहाड़ों की सबसे पुरानी टाॅय ट्रेन पर चलती है। कून्नूर तमिलनाडु के नीलगिरी जिले में है। अगर आप यहां आएंगे तो कभी न भूलने वाले अनुभवों से भर जाएंगे। ऊंटी से कून्नूर की दूरी सिर्फ 17 किमी. है।

कोयंबटूर से दूरीः 71 किमी.।

3. मुन्नार

चारों तरफ चाय के बागान, हरियाली और पहाड़ों से घिरा ये हिल स्टेशन दक्षिण भारत की सबसे खूबसूरत जगहों में से एक है। यहां पहाड़ पर जाकर दूर तक हरियाली को देखना मानो सुकून है आर बागानों के बीच चलना खूबसूरती का एहसास। अगर आप केरल के इस हिल स्टेशन को देखने जाएंगे तो सारे एहसास आपको भी होंगे। केरल के इडुक्की जिले में स्थित मुन्नार समुद्र तल से 5,000 से 8,000 फीट की ऊंचाई पर है। इन सबके अलावा आप यहां मत्तुपेट्टी डैम, पोथामेडु व्यू प्वाइंट और टी-म्यूजियम देख सकते हैं।

कोच्चि से दूरीः 100 किमी.।

4. अनंतगिरी हिल्स

हमेशा बादलों से घिरा रहने वाला ये हिल स्टेशन हैदराबाद से 90 किमी. दूर है। अनंतगिरी हिल्स आंध्र प्रदेश का सबसे खूबसूरत हिल स्टेशन है। इस हिल स्टेशन पर आप पहाड़, हरियाली और वाटरफाॅल तो पाएंगे ही इसके अलावा आप गुफाओं को भी देख पाएंगे। प्राकृतिक गुफाएं ये हिल स्टेशन बाकी जगह से कुछ खास है। जो लोग ट्रेकिंग और कैंपिंग के शौकीन हैं उनके लिए भी ये अच्छी जगह है। इसके अलावा आप यहां बहने वाली मुसी नदी को देख सकते हैं और अराकु आदिवासी म्यूजियम भी जा सकते हैं। आंध्र प्रदेश आएं तो इस हिल स्टेशन को जरूर देखें।

हैदराबाद से दूरीः 90 किमी.।

5. कोडाइकनल

तमिलनाडु का ये हिल स्टेशन साउथ इंडिया का सबसे फेमस हिल स्टेशन है जहां हर कोई जाना चाहता है। कोडाइकनल की खूबसूरती के बारे में सोचना मतलब है यहां का गजब वातावरण, बादलों से घिरे पहाड़, हर तरफ झील ही झील और घाटियां। जब आप इस जगह पर जाओगे तो आपको ये सब देखने को मिलेंगे। कोडाइकनल समुद्र तल से 7,200 फीट की ऊंचाई पर स्थित है। इसी वजह से यहां गर्मी कम और ठंडक बहुत रहती है। कोडाइकनल में आपको घने जंगल देखने को मिलेंगे। जो इस जगह की खूबसूरती को बढ़ाने का काम करती है। कोडाई हिल स्टेशन तमिलनाडु के डिंडीगुल जिले में है। कोडाइकनल हनीमून के लिए सबसे बेस्ट डेस्टिनेशन माना जाता है।

मदुरै से दूरीः 117 किमी.।

6. राजमची

महाराष्ट्र में हिल स्टेशन के नाम पर लोगों को लोनावाला, खंडाला और माथेरन के बारे में ही पता है जबकि महाराष्ट्र में और भी खूबसूरत हिल स्टेशन है। महाराष्ट्र का ऐसा ही खूबसूरत और अनछुआ हिल स्टेशन है, राजमची। राजमची एक बहुत छोटा गांव है जो महाराष्ट्र के कोंकण क्षेत्र में स्थित है। इस हिल स्टेशन की दो खूबसूरत पीक हैं, श्रीवर्धन और मनारंजन फोर्ट। ये हिल स्टेशन लोनावाला और खंडाला के पास ही है। यहां से आपको आसपास शानदार नजारा देखने को मिलेगा, आप यहां ट्रेकिंग भी कर सकते हैं।

पुणे से दूरीः 171 किमी.।

7. भंडारदरा

महाराष्ट्र का ये हिल स्टेशन खूबसूरती के मामले में किसी से कम नहीं है। इस हिल स्टेशन में प्रकृति की छंटा कूट-कूट कर भरी है। चारों तरफ खूब हरियाली फैली हुई है, बेहतरीन वाटरफाॅल्स हैं और ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं। अगर आप खंडाला और लोनावाला से ऊब गए हैं तो इस हिल स्टेशन पर आ सकते हैं। भंडारदरा आपको किसी भी तरह से निराश नहीं करेगा। यहां आप उंब्रेल्ला फाॅल, विल्सन डैम और कल्सुबाई पीक पर जरूर जाएं।

मुंबई से दूरीः 167 किमी.।

8. चिकमगलूर

अगर आपको सुबह-सुबह काॅफी पसंद है तो आपके लिए ये हिल स्टेशन एक जादुई दुनिया है। कर्नाटक के इस हिल स्टेशन में चारों तरफ काॅफी है काॅफी है। आप यहां चलेंगे तो आप काॅफी की सुगंध से भर जाएंगे। चिकमगलूर हिल स्टेशन कर्नाटक के मुल्लयानगिरी रेंज में है। ये समुद्र तल से इसकी 3,400 फीट की ऊंचाई पर है। ये हिल स्टेशन लंबे-लंबे पहाड़ और हरे-भरे जंगलों के लिए फेमस है। अगर आप शहर की व्यस्त जिंदगी से बाहर निकलना चाहते हैं तो ये स्टेशन आपके लिए सही जगह है।

मंगलौर से दूरीः 178 किमी.।

9. कोटागिरी

ऊंटी और कून्नूर के बाद तमिलनाडु का तीसरा सबसे बड़ा हिल स्टेशन है, कोटागिरी। इस जगह को देखकर लगता है कि हरियाली पहाड़ पर बिछा दी गई है। पास में ही बहती मोयर नदी इस खूबसूरती को और बढ़ा देती है। समुद्र तल से 1,985 मीटर की ऊंचाई पर स्थित है ये हिल स्टेशन हरे-भरे जंगलों से भरा हुआ है। आप यहां ट्रेकिंग भी कर सकते हैं। अगर आप तमिलनाडु जाएं तो इस अनछुए इस हिल स्टेशन पर जरूर जाएं।

डिंडीगुल से दूरीः 220 किमी.।

10. वेगामन

मुन्नार से 100 किमी. दूर ये हिल स्टेशन अपने खूबसूरत नजारों के लिए फेमस है। अगर आप किसी शांत और सुकून भरी जगह पर जाना चाहते हैं तो वेगामन परफेक्ट जगह है। आसपास हरा-भरा जंगल है जो हमेशा ऐसी ही रहती है। इस जगह की खासियत ये है कि यहां साल भर हरियाली बनी रहती है। ये खूबसूरत हिल स्टेशन केरल के कोट्टयम-इडुक्की बाॅर्डर पर स्थित है। वेगामन समुद्र तल से 1,100 मीटर की ऊंचाई पर है। यहां आप वाटरफाॅल, पहाड़, जंगल और पैदल चलकर इस जगह को देख सकते हैं।

कोट्टयम से दूरीः 65 किमी.।

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