भारत के उत्तर पूर्व में मंत्रमुग्ध करने वाली पहाड़ी मेघालय प्रकृति का गुप्त रहस्य है। इस पोस्ट में, मैंने मेघालय में उन स्थानों को कवर करने की कोशिश की है, जिसमें शिलांग और चेरापूंजी जैसे पर्यटन स्थल और जोवाई जैसे गैर-पर्यटन स्थल शामिल हैं मानसून राज्य , मेघालय को आपके अलावा हम चाहते हैं कि बच्चे भी इस मंत्रमुग्ध कर देने वाली जगह को देखें।मैं एक ऐसी पारिवारिक यात्रा योजना बनाना चाहती थी कि जो अलग हो और बच्चों के अनुकूल लेकिन फिर भी कुछ ट्रेक के साथ काफी रोमांचक, बच्चों के लिए 'जिम्मेदार पर्यटन' के साथ आकर्षक स्थान को लिखूं। कहने की जरूरत नहीं है कि मैं बहुत उत्साहित हूं ये बताने के लिए आखिरकार बादलों के निवास के लिए एक उल्लेखनीय यात्रा जिसमें विस्मयकारी, प्राचीन ... ड्रम रोल, ... मेघालय!
Day 1.
मेघालय में ट्रैवल करने के लिए आपको गुवाहाटी से अपनी मेघालय मानसून यात्रा की शुरुआत करनी होगी। गुवाहाटी से शिलांग के लिए टैक्सी लेनी होगी ,शिलांग से 15 km पहले umain lake जो बहुत खूबसूरत हैं को देखते हुए आगे बढ़े और शिलांग में पुलिस बाजार पहुँच कर घूमें,और वही आपको बहुत सारे Restaurants हैं आप वहाँ स्वादिष्ट डिनर कर सकते हैं । रात में शिलांग में ही ठहरें ।
Day 2.
दूसरे दिन आप सुबह 5- 6 बजे शिलांग से सोहरा (चेरापुंजी ) के लिए निकलिए जहाँ पहुँचने में तकरीबन 2 घंटे लगेंगे । यहाँ सूर्योदय और सूर्यास्त जल्दी होता हैं ।वहाँ आप Wah Kaba falls देखें जो चेरापुंजी का मेन टूरिस्ट Attractions हैं। साथ में आप Dainthlen falls ,Nohkalikai falls ,The Seven Sister Falls ,Kynrem falls को इन्जॉय करें । उसके बाद Mawsmai cave,Arwah Cave को इन्जॉय करें । रात सोहरा में ही ठहरें ।
Day 3.
तीसरे दिन आप Double Decker Living Root Bridge लिए का ट्रैक के लिए सुबह 6-7 बजे निकलिए क्युकी 3500 सीढ़ी नीचे उतरने होंगे । Double Decker Living Root Bridge थाइलांग नदी के ऊपर बना हुआ हैं,जो कि ‘इंडियन रबर ट्री’ से बनाए गए हैं जो कि इस नदी के दोनों तरफ 1840 ईस्वी में लगाए गए थे यानी 180 साल पुराना जीता जागता जड़ों का पुल (living root bridge) नोह्वेत गांव को लिंग़खत बाजार और इस क्षेत्र के पूर्वी हिस्से के गांव वालों की खेती-बाड़ी की जमीनों से जोड़ता है। Double Decker Living Root Bridge को इन्जॉय करने के बाद 1 घंटा और ट्रैक करने के बाद आप Rainbow Water falls जरूर इन्जॉय कीजिए । चाहे तो आप उसी गाउँ में होम स्टे कर सकते हैं या वापस चेरापुंजी में ठहर सकते हैं। वापस ऊपर जाने का रास्ता थोड़ा थका देने वाला है ।
Day 4.
सोहरा से 2-3 घंटे का सफर के बाद आप डॉकी झील (उमंगोट नदी) पहुचेंगे तो,एक साधारण पुरानी सी नाव, शीशे सा चमकता साफ पानी और ठंडी हवा, इनसे ही उमंगोट नदी का जादुई स्वर्ग जैसा माहौल बनता है।वहाँ क्रिस्टल क्लीयर वाटर में बोटिंग को इन्जॉय करें,झील की गहराई 3-4 फुट हैं । डॉकी झील की और एक खास बात यह है कि डॉकी बांग्लादेश सीमा पर भारत का आखिरी गांव है,एक और दिलचस्प बात यह है कि उमंगोट नदी का पानी भारत की तरफ हरा और बांग्लादेश की तरफ हल्का नीले रंग का है।फिर डौकी से जयंतिया हिल्स के जिले का मुख्यालय जोवाई के लिए प्रस्थान कीजिए वहाँ लोकल फूड इन्जॉय कीजिए और नाइट स्टे वही कीजिए ।
Day 5.
जल्दी नाश्ता करने के बाद, जयंतिया हिल्स जिले के मुख्यालय जोवाई के लिए पूरे दिन का भ्रमण शिलांग-सिलचर राष्ट्रीय राजमार्ग के साथ शिलांग से 66 किमी दूर स्थित है। जोवाई सतंगा राज्य के जयंतिया राजाओं की ग्रीष्मकालीन राजधानी थी। आप भारत के सबसे जादुई जलप्रपात Krang Suri Waterfall मेघालय की यात्रा में देख पा रहे हैं । यह जलप्रपात कितना सुंदर है, यह स्वीकार करने के लिए मौन का क्षण बाद में त्रिशी झरने के लिए ड्राइव, एक पुल हरे धान के खेतों के विस्तार के साथ झरने के आसपास के क्षेत्र को जोड़ता है। पुल से पायंथर नाइन का मनमोहक मनोरम दृश्य दिखाई देता है। इसके बाद, आप Thadlaskein jheel पर रुकेंगे जहां आप नौका विहार का आनंद ले सकते हैं दोपहर में नर्तियांग मेनहिर की ओर बढ़ें, जिसकी ऊंचाई जमीन से 27 फीट, चौड़ाई 6 फीट और मोटाई 2 फीट 6 इंच है। मोनोलिथ, हाइनीवट्रेप लोगों की महापाषाण संस्कृति का प्रतिनिधित्व करते हैं। नर्तियांग में दुर्गा का 500 साल पुराना मंदिर एक और आकर्षण है। शाम को वापस शिलांग। शिलांग में रात्रि विश्राम।
Day 6.
शिलांग में पूर्व की खासी पहाड़ियों के बीच छुपा हुआ शिलांग, जिसे की ‘पूर्व के स्कॉटलैंड’ के नाम से भी जाना जाता है, मेघालय की राजधानी है। शांति और चहल-पहल का मिलाजुला सा रूप शिलांग एक पहाड़ी शहर है जो लोअर शिलांग, अप्पर शिलांग और शिलांग पीक में बंटा हुआ है।शिलांग घूमने का सबसे बेहतर तरीका है कि आप इस शहर को पैदल नापें। शिलांग को यूं ही भारत की ‘रौक कैपिटल नहीं कहा जाता। डॉन बॉस्को स्क्वायर पर कोई जैमिंग सेशन या किसी लोकल कैफे में चल रहा कोई म्यूजिक सेशन यहाँ पर बहुत आम नज़ारा है। अगर आप शांति और सहजता की तलाश में हैं तो आपको कैपिटल कैथोलिक चर्च जरूर जाना चाहिए। बोटिंग के लिए वार्डस लेक और बच्चों के साथ घूमने के लिए यहां आपको ढेर सारे म्यूजियम मिल जाएंगे जैसे कि एयरफोर्स म्यूजियम, राइनो हेरीटेज म्यूजियम Laitlum Grand Canyon ,साथ में लोकल फूड एक्सपलोर कीजिए । आज का नाइट स्टे शिलांग में कीजिए ।
Day 7.
आज की सुबह गुवाहाटी के लिए निकलिए,वहाँ माँ कामाख्या टेम्पल विज़िट कीजिए ,लोकल फूड जरूर इक्स्प्लोर कीजिए ।