वैसे तो सभी को पता है कि विश्व की सबसे लंबी दीवार चीन की दीवार जोकि चीन के हुआरौ जिले मे है। हम बात कर रहे हैं विश्व की दूसरी सबसे लंबी दीवार की जोकि कुंभलगढ़ किले की दीवार है। जिसकी लंबाई 36 किलोमीटर है। 15 वी शताब्दी में राणा कुंभा द्वारा इसका निर्माण करवाया गया। इस दीवार को बनाने में काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। यह भी कहा जाता है कि 1443 में जब महाराणा कुंभा ने इसका निर्माण कार्य शुरू किया। तो उसमें काफी बाधाएं आने लगीं। इससे चिंतित होकर राणा कुंभा ने एक संत को बुलाकर अपनी सारी परेशानी बताई।
संत ने कहा कि दीवार का निर्माण तभी आगे बढ़ेगा जब कोई व्यक्ति स्वेच्छा से अपना बलिदान देगा। यह सुनकर राणा कुम्भा फिर से चिंतित हो गए, लेकिन तभी एक अन्य संत ने कहा कि वह इसके लिए अपनी कुर्बानी देने को तैयार हैं। उसने कहा कि वो पहाड़ी पर चलता जाएगा और जहां वो रुकेगा उसकी बलि वही चढ़ा दी जाए। संत पहाड़ी पर एक जगह जाकर रुक गए वहां उन्हें मार दिया गया और इस तरह दीवार का निर्माण पूरा हुआ। इस किले की खास बात यह भी है कि किला सात विशाल द्वारों के साथ बनाया गया है। इस भव्य किले के अंदर की मुख्य इमारतें बादल महल, शिव मंदिर, वेदी मंदिर, नीलकंठ महादेव मंदिर और मम्मदेव मंदिर हैं। कुंभलगढ़ किला परिसर में लगभग 360 मंदिर हैं, जिनमें से 300 जैन मंदिर हैं, और 60 हिंदू मंदिर हैं।
राजस्थान के उदयपुर से यह किला 84 किलोमीटर दूरी पर स्थित है। अगर आप उदयपुर जाए तो इस किले को जरूर देखने जाए। क्योंकि इस किले मेवाड़ के राजा महाराणा प्रताप का जन्म इसी किले में हुआ था हुआ था ओर इस किले मे हर शाम एक लाइट एंड साउंड शो होता है। जो शाम 6.45 बजे शुरू होता है और अगर आप यहां आए हैं, तो आपको इसे एक बार जरूर देखना चाहिए। 45 मिनट का शो एक आकर्षक अनुभव है। जो किले के इतिहास को जीवंत कर देता है।
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