रोमांच किसको पसंद नहीं है? लेकिन इस रोमांच के चक्कर में अपनी जान को खतरे में डालना भी तो उचित नहीं है| लेकिन कुछ लोग जानबूझकर मौत को गले लगाने से भी नहीं कतराते| दुनिया में ऐसी ही कई बेहद खूबसूरत झीलों के पास लोग पिकनिक करने और सेल्फी लेने चले जाते हैं. जिसके बाद ये खूूबसूरत झीलें उनकी जान ले लेती है. वहीं हम आपको कुछ ऐसी झीलों के बारे में बता रहे हैं जो खूबसूरत होने के साथ- साथ आपके लिए जान का खतरा भी बन सकती है.
विस्फोटक झील, कीवू-
अफ्रीका के देश कोंगो और रवांडा के बॉर्डर पर स्थित इस झील के पानी में कार्बन डाइऑक्साइड की बड़ी परतें है। झील में मौजूद इसका पानी यहाँ और इसके आसपास रहने वाले लोगों के लिए बेहद ही खतरनाक है, इतना की इनकी जानें जा सकती है| इसके अलावा इस झील में बड़ी मात्रा में मेथेन गैस पाई जाती है,यह गैस इतनी प्रभावशाली है कि अगर भारी मात्रा में कोई इसे सूंघ ले तो मिनटों में उसकी मौत भी हो सकती है| हल्का सा भूकंप आने पर भी इसमें विस्फोट हो सकता है और आसपास रहने वाले करीब 20 लाख लोगों की जान जा सकती है.
रूपकुंड झील, हिमालय-
भारत के उत्तराखंड राज्य में स्थित इस झील की खोज साल 1942 में ब्रिटिश आर्मी द्वारा की गई थी. जहां इस झील के तल में 200 लोगों के अवशेष मिले थे. जिनकी मौत रहस्यमय हालत में हो गई थी. करीब 11 सदी तक इसके बारे में कुछ पता नही था. यह पता नही चला कि उन 200 लोगों के साथ ऐसा क्या हुआ था कि उनको अपनी जान से हाथ धोना पड़ा. ऐसे कयास लगाए जाते है कि क्रिकेट बॉल्स के आकार की ओला वृष्टि के कारण उनकी मौत हुई होगी. इस झील में तैरना मना है क्योंकि पता नही इसमें और क्या रहस्यमय चीजे निकल या हो सकती है.
मिशिगन झील, यूएसए -
पहली नजर में तो झील बड़ी आकर्षक लगती है। मौत का फंदा दरअसल इसकी नीचे छिपा होता है। यहां अचानक मजबूत लहरें उठती हैं और इंसान को किनारे से खींचकर ले जाती है। अमेरिका की सबसे बड़ी झीलों में से एक 'लेक मिशिगन' जितना खूबसूरत है, उतना ही खतरनाक भी। बताया जाता है कि इस झील के पास जानलेवा गैस का बादल छा गया था, जिसकी वजह से वहां मौजूद सारे जीव-जंतु मर गए थे। वैज्ञानिकों का मानना था कि झील के नीचे एक ज्वालामुखी है, जिसकी वजह से कार्बन डाई-ऑक्साइड गैस पानी में मिल गई होगी और गैस का स्तर बढ़ने से वह बादल में तब्दील हो गए होंगे।
जानलेवा नायोस झील, कैमरून-
इस झील ने 1,746 लोगों की जान ली थी। 21 अगस्त, 1985 को जानलेवा गैस का बादल नायोस पर छा गया और आसपास के सभी जीवों की जान ले ली। वैज्ञानिकों ने इस बारे में बताया कि झील के तल में ज्वालामुखी के कारण ऐसा हुआ। कार्बन डाई ऑक्साइड पानी में मिल गई और इसका स्तर बढ़कर बादल के रूप में चारों तरफ फैल गया।
उबलती झील, डोमिनिका-
उत्तरी अमेरिकी महाद्वीप के कैरेबियन क्षेत्र में स्थित एक देश है डोमिनिका, जहां एक उबलती हुई झील है। इस झील के पास जाना मौत को दावत देने के समान है। विश्व धरोहरों में से एक इस झील का तापमान 92 डिग्री सेल्सियस के आसपास रहता है. इसका कारण है पास में ज्वालामुखी का क्रेटर होना, जो इसे हमेशा गर्म रखता है. इसका आकार करीब 200 से 250 फुट के आसपास है
अचानक बनी झील, गाफसा, ट्यूनिशिया-
ट्यूनीशिया के गाफसा में मौजूद इस झील को इसलिए खतरनाक कहा जाता है, क्योंकि इसके पानी में जहरीले शैवाल पाए जाते हैं। इसके अलावा इस झील में फॉस्फेट की खान भी है, जिसमें रेडियोएक्टिव तत्व पाए जाते हैं। यही वजह है कि इस झील में तैरने से लोगों को मना किया जाता है। इस झील की सबसे हैरान करने वाली बात ये है कि यह रेगिस्तान के बीच में अचानक ही बन गया था, जिसे देखकर हर कोई दंग रह गया था।
कावाह इजेन अम्लीय झील, इंडोनेशिया-
यह दुनिया की सबसे ज्यादा अम्लीय झील है। तल पर इसका तापमान 200 डिग्री सेल्सियस रहता है। रात में रहस्यमय नीले रंग के साथ घातक मेथेन गैस चमकती है।
हिलियर झील, ऑस्ट्रेलिया-
वैसे इस झील में कोई खतरनाक चीज नहीं पाई जाती है लेकिन इसका रंग गुलाबी है। वैज्ञानिकों का कहना है कि यहां अलग-अलग प्रकार के सूक्ष्मजीव रहते हैं, जिस कारण इसका रंग गुलाबी है।
ब्रोस्नो झील, रूस-
यहां के लोगों का मानना है इस झील में एक प्राचीन छिपकली को देखते हैं. जिसे ब्रॉस्नो ड्रैगन के नाम से पुकारा जाता है. इस झील में कार्बनडाइ ऑक्साइड के बुलबुले बनते हैं जो इतने दमदार होते हैं कि छोटी नौका को पलट देते हैं. इसलिए इसे खतरनाक माना जाता है.
नेट्रॉन झील, तंजानिया-
एक खतरनाक झील उत्तरी तंजानिया में है, जिसे नेट्रॉन झील के नाम से जाना जाता है।ऐसा माना जाता है कि इस झील के पानी को जो भी छूता है, वो पत्थर का बन जाता है। इस झील के आसपास कई पशु-पक्षियों की पत्थर की मूर्तियां मौजूद है।नेट्रॉन झील के दूरदराज तक कोई भी आबादी नहीं है।इस झील के आसपास पत्थर के जानवर और पक्षियों की मूर्तियां पड़ी हैं, जिसे देखकर झील के जादुई होने की बात सच भी लगती हैं। दरअसल, इन सब के पीछे वैज्ञानिक वजह भी है। बता दें कि नेट्रॉन एक अल्केलाइन झील है, जहां के पानी में सोडियम कार्बोनेट की मात्रा काफी ज्यादा है। पानी में अल्केलाइन की मात्रा और अमोनिया की मात्रा एक समान है। ये सबकुछ ठीक वैसा ही है, जैसा इजिप्ट में लोग ममी को सुरक्षित करने के लिए करते थे। यही कारण है कि यहां पंक्षियों के शरीर सालों सुरक्षित रहते हैं।
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