भारत में कौन से हैं ऐसे नेशनल पार्क जहाँ आप सर्दियों में जा कर गर्मी महसूस कर सकते हैं?

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Photo of भारत में कौन से हैं ऐसे नेशनल पार्क जहाँ आप सर्दियों में जा कर गर्मी महसूस कर सकते हैं? by Nikhil Vidyarthi

भारत में कौन से ऐसे राष्ट्रीय उद्यान हैं जहाँ सर्दियों में जा कर भी गर्मी का एहसास कर सकते हैं? देश के राष्ट्रीय उद्यानों और बाघ अभयारण्यों को साल के कुछ महीने बंद रखा जाता है। जानवरों और आगंतुकों को भारी बारिश से होने वाली चुनौतियों से बचाने और जानवरों को प्रजनन के लिए अनुकूल बनाने के लिए मानसून में इन्हें अस्थायी रूप से बंद रखा जाता है। Tripoto हिंदी के इस आर्टिकल में निखिल विद्यार्थी बता रहे हैं भारत स्थित ऐसे राष्ट्रीय उद्यान की जानकारी जहाँ आप सर्दियों में भी जा कर गर्मी का एहसास कर सकते हैं!

भारत के ऐसे नेशनल पार्क जहाँ सर्दियों में भी जा कर गर्मी महसूस कर सकते हैं

वन्यजीव पसंद करने वाले सैलानी ट्रिप की योजना तो बनाते हैं लेकिन असमंजस में होते हैं। कौन सी जगह घूमी जाए? जैसे सवाल सोच कर टाइम न गँवाएँ। हम आपको कहते हैं भारत के सभी राष्ट्रीय उद्यान और अभयारण्य अपने आप में अनोखी है। यदि आप इन जगहों पर घूमने का प्लान सर्दियों में बनाते हैं तो उस समय इन सभी क्षेत्रों को एक्सप्लोर करने में थकान भी महसूस नहीं होगी। हम आपको 2023-24 में भारत के वींटर सीजन में घूमने के लिए सबसे प्रसिद्ध राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में बता रहे हैं। यह आर्टिकल आपको अपने लिए घूमने की बेस्ट नेशनल पार्क चुनने में मददगार होगा।

1. पेंच राष्ट्रीय उद्यान (Pench National Park), मध्य प्रदेश

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पुनः खोलने की तिथि: 16 अक्टूबर, 2023

मध्य प्रदेश में स्थित पेंच नेशनल पार्क वन्यजीव प्रेमियों के लिए सबसे बेस्ट है। यहाँ समृद्ध वनस्पति और जीव-जंतु, पशुओं को देखे जा सकते हैं। इनमें बाघ विशेषकर हैं, बाघ के अलावा स्लॉथ भालू, जंगली कुत्ता और धारीदार लकड़बग्घा, भौंकने वाले हिरण और बहुत कुछ है, जो आसानी से देखा जा सकता है। भारत के मध्य में स्थित 'पेंच राष्ट्रीय उद्यान' राज्य के सिवनी और छिंदवाड़ा जिलों तक फैला हुआ है। इस नेशनल पार्क का नाम 'पेंच नदी' के नाम पर रखा गया है। यह पार्क भारत के प्रसिद्ध वन्यजीव अभ्यारण्यों में खास स्थान रखता है।

रुडयार्ड किपलिंग की 1894 की क्लासिक कहानी, 'द जंगल बुक' की कहानियों में अमर, पेंच नेशनल पार्क अंतरराष्ट्रीय स्तर पर ख्याति प्राप्त है। इस कहानी ने इसे 1970 के दशक के दौरान दुनिया के प्रमुख राष्ट्रीय उद्यानों में से एक और भारत में एक लोकप्रिय पर्यटन स्थल में बदल दिया था। वन्यजीव प्रेमी भारतीय भेड़ियों, स्लॉथ भालू और रॉयल बंगाल टाइगर्स को सामने से देखने की उम्मीद में यहाँ आते हैं।

2. भरतपुर पक्षी अभयारण्य (Bharatpur Bird Sanctuary), राजस्थान

भरतपुर पक्षी अभयारण्य राजस्थान में स्थित है। सर्दियों के मौसम में यहाँ विभिन्न खूबसूरत प्रजातियों के पक्षी देखे जा सकते हैं। शीत ऋतु में पक्षी अन्य स्थानों से यहाँ प्रवास करने आते हैं। उनकी चहचहाहट और पंखों की फड़फड़ाहट का शोर वातावरण को मंत्रमुग्ध कर देने वाली सुंदरता से भर देता है।

3. जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क (Jim Corbett National Park)

पुनः खोलने की तिथि: 1 अक्टूबर, 2023

उत्तराखंड के रामगढ़ जिले में स्थित, जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क एशिया का पहला राष्ट्रीय उद्यान है। उत्तराखंड स्थित यह स्थान भारत का सबसे पुराना राष्ट्रीय उद्यान है। जो अपने विविध जैव विविधता के लिए जाना जाता है। यह उन प्रकृति प्रेमियों के लिए स्वर्ग साबित हो सकता है जो सर्दियों में यहाँ घूमने की योजना बना रहे हैं। यह पार्क रिज़र्व दुर्लभ रॉयल बंगाल टाइगर्स का घर है। इन अविश्वसनीय जानवरों को देखने के लिए जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क को बेस्ट स्थान है। बाघों के अलावा जिम कॉर्बेट नेशनल पार्क में तेंदुए, भौंकने वाले हिरण, हिमालयी काले भालू, चीतल हिरण, तेंदुए बिल्लियों और भारतीय हाथियों सहित अन्य प्रजातियों को देखा जा सकता है।

4. गिर राष्ट्रीय उद्यान (Gir National Park), गुजरात

समृद्ध वनस्पतियों और जीवों से समृद्ध, यह राष्ट्रीय उद्यान गुजरात में स्थित है। यह एशियाई शेरों का निवास स्थान है जो सिर्फ यहीं पाए जाते हैं। इस जगह की यात्रा के दौरान आपको बोरियत और थकान महसूस नहीं होगी। गिर राष्ट्रीय उद्यान अफ्रीका के बाहर दुनिया का एकमात्र स्थान है जहाँ शेर को उसके प्राकृतिक आवास में देखा जा सकता है। गिर के शेर एक राजसी जानवर हैं। इनकी लंबाई औसतन 2.75 मीटर होती है। इनके अफ्रीकी वर्जन की तुलना में इन्हें बड़ी पूंछ की लटकन, झाड़ीदार कोहनी के गुच्छे और प्रमुख पेट वाले मोड़ हैं, जिनके अयाल बड़े होते हैं। गिर गिर राष्ट्रीय उद्यान स्तनधारियों की 40 प्रजातियों और पक्षियों की 425 प्रजातियों का घर है।

गिर राष्ट्रीय उद्यान में होटल और रिज़ॉर्ट की सुविधा

किसी भी वन्यजीव अभ्यारण्य के निकट क्षेत्र में अच्छे मानक वाले होटल और रिसॉर्ट संबन्धित राज्य में पर्यटन को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाते हैं। पिछले कुछ वर्षों में इस विशिष्ट उद्देश्य के लिए कई नए होटल और रेस्तराँं स्थापित किए गए हैं। गिर के होटल किसी न किसी तरह से अद्भुत हैं, चाहे वह वास्तुशिल्प डिजाइन हो या प्राकृतिक सेटिंग। ये खूबसूरत संपत्तियां आधुनिक विलासिता और सुविधाओं से सुसज्जित हैं। एक बार आएँ और गिर वन के शांत माहौल में खो जाएँ।

गिर राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुँचें?

जूनागढ़ गिर पार्क के लिए सबसे अच्छा मार्ग है। जूनागढ़ के रेलवे स्टेशन पर अहमदाबाद और राजकोट जैसे विभिन्न शहरों और अन्य प्रमुख शहरों से ट्रेनें आती हैं। फिर यहाँ से सासन गिर राष्ट्रीय उद्यान तक पहुँचने में लगभग डेढ़ घंटे का समय लगता है।

सोमनाथ से गिर राष्ट्रीय उद्यान तक: गिर राष्ट्रीय उद्यान से सोमनाथ तक सड़क की दूरी या ड्राइविंग दूरी लगभग 50 किमी है। इस दूरी को तय करने में लगभग 1 घंटा लगता है। जीएसआरटीसी बसें और कुछ निजी बसें दोनों शहरों के बीच चलती हैं। जो आपको सीधे सासन गिर वन तक ले जाती हैं।

5. पेरियार वन्यजीव अभयारण्य (Periyar Wildlife Sanctuary)

पेरियार वाइल्डलाइफ सैंक्चुअरी अपने वन्यजीव आबादी के लिए बहुत प्रसिद्ध है। पेरियार वन्यजीव अभयारण्य केरल में स्थित है। यह अपनी वाइल्डलाइफ के लिए खूब प्रसिद्ध है। यह भारत के सबसे बड़े वन्यजीव अभ्यारण्य की श्रेणी में आता है। यहाँ आप झील में हाथियों के समूहों को मौज-मस्ती करते हुए आसानी से देख सकते हैं।

6. कान्हा राष्ट्रीय उद्यान (Kanha National Park)

पुनः खोलने की तिथि: 15 अक्टूबर, 2023

कान्हा राष्ट्रीय उद्यान मध्य प्रदेश में स्थित है। यह एविफ़ुना और प्रवासी पक्षियों के लिए एक आकर्षक गंतव्य है। गर्मियों में तापमान अधिक होने के कारण पर्यटक सर्दियों में यहाँ आना पसंद करते हैं। यहाँ घूमने का सबसे अच्छा समय अक्टूबर के मध्य से जून के अंत तक है। यह पार्क मध्य प्रदेश में स्थित है।

मध्य भारत में स्थित कान्हा राष्ट्रीय उद्यान ने रुडयार्ड किपलिंग की प्रतिष्ठित "जंगल बुक" के लिए प्रेरणा का काम किया। यह बाघों को उनके प्राकृतिक आवास में देखने के लिए प्रसिद्ध है। इस वर्ष, पार्क को फिर से खोलने की तारीख 1 अक्टूबर से बढ़ाकर 15 अक्टूबर कर दी गई थी और अब सैलानी यहाँ का दौरा कर सकते हैं।

7. बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान (Bandhavgarh National Park)

मध्य प्रदेश में स्थित बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान को प्राकृतिक आवास में बंगाल टाइगर को देखने के लिए सर्वश्रेष्ठ माना जाता है। यह भारत के सबसे लोकप्रिय राष्ट्रीय उद्यानों में से एक है। यहाँ आप वन्यजीवों को दिन के समय खुले में धूप में विचरते हुए या आराम करते हुए देख सकते हैं। यह पार्क कभी सफ़ेद बाघों का विशेष घर था, हालाँकि अब वे विलुप्त हो चुके हैं। पर्यटक वन्यजीवन के नज़दीकी अनुभव के लिए जीप सफारी और हाथी सफारी का आनंद ले सकते हैं। 2023 में पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए पार्क की उद्घाटन 15 अक्टूबर को कर दी गई है। बांधवगढ़ राष्ट्रीय उद्यान क्षेत्र को ताला, मगदी और बामेरा नामक तीन प्रमुख क्षेत्रों में विभाजित किया गया है।

बांधवगढ़ के अन्य लोकप्रिय पर्यटक आकर्षण केंद्र

बांधवगढ़ किला, शीश शैय्या, बड़ी गुफा, तीन केव पॉइंट, बघेल संग्रहालय, चेशपुर वॉटरफॉल, ज्वालामुखी मंदिर, फॉसिल नेशनल पार्क आदि।

8. रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान (Ranthambore National Park)

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान उत्तरी भारतीय राज्य राजस्थान में सवाई माधोपुर शहर के पास स्थित बहुत बड़ा वन्यजीव अभ्यारण्य है। यह एक पूर्व शाही शिकारगाह है और बाघों, तेंदुओं और दलदली मगरमच्छों का घर है। इस क्षेत्र में पहाड़ी की चोटी पर 10वीं सदी का भव्य रणथंभौर किला और गणेश मंदिर हैं। साथ ही, पार्क में पदम तलाओ झील अपनी वॉटर लिली फूल के लिए जानी जाती है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान पर्यटकों द्वारा भारत में सबसे अधिक पसंद किया जाने वाला राष्ट्रीय उद्यान है। यह भारत में बाघों की सबसे बड़ी आबादी के लिए जाना जाता है। यह पार्क "बाघ अनुकूल भूमि" के रूप में भी प्रसिद्ध है। रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान अपनी सफारी के लिए बहुत ही लोकप्रिय है।

रणथंभौर सफारी कैसे बुक करें?

यदि आप रणथंभौर सफारी को ऑनलाइन बुक करना चाहते हैं, रणथंभौर सफारी बुकिंग के लिए आप +91-8744012007 / +91-9212777225 पर संपर्क कर सकते हैं।

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व में दो प्रकार की जंगल सफारी उपलब्ध हैं। एक है जीप सफारी और दूसरी कैंटर सफारी। दोनों ही सफारी के लिए आपको अपनी सीट पहले से बुक करनी होगी। आप वेबसाइट से अपनी सफारी ऑनलाइन बुक कर सकते हैं। वाहनों के आवंटन से लेकर भीड़ के प्रबंधन जैसी प्रक्रियाओं का रखरखाव रणथंभौर टाइगर रिजर्व के वन प्राधिकरण द्वारा किया जाता है। बाघ सफारी को सुचारू तरीके से प्रबंधित करने के लिए, राष्ट्रीय उद्यान के पूरे क्षेत्र को दस क्षेत्रों में विभाजित किया गया है और प्रत्येक में सफारी का आयोजन किया जाता है।

रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान कैसे पहुँचा जाए?

हवाई मार्ग द्वारा: रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान आने के लिए निकटतम हवाई अड्डा जयपुर का सांगानेर हवाई अड्डा है। जयपुर और रणथंभौर के बीच की दूरी लगभग 180 किमी है और दिल्ली, मुंबई, चेन्नई, बैंगलोर आदि सहित सभी प्रमुख शहरों से जयपुर के लिए नियमित उड़ानें उड़ती हैं। सांगानेर हवाई अड्डे से सीधी टैक्सी या बस भी ले सकते हैं।

रेल द्वारा: रणथंभौर राष्ट्रीय उद्यान को देश के कई महत्वपूर्ण शहरों से जोड़ने वाला निकटतम रेलवे स्टेशन सवाई माधोपुर रेलवे स्टेशन है। जो यहाँ से 10 किमी दूर है। रेलवे स्टेशन से रणथंभौर पार्क तक के लिए स्थानीय बस, टैक्सी या कैब उपलब्ध होती हैं।

सड़क मार्ग द्वारा: रणथंभौर राज्य बस सेवा के माध्यम से सभी प्रमुख शहरों और कस्बों से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ है। यहाँ निजी बसों और टैक्सी द्वारा भी पहुँचा जा सकता है। दिल्ली, जयपुर, अहमदाबाद, अजमेर और जोधपुर से रणथंभौर तक आसानी पहुँचा जा सकता है।

9. काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान (Kaziranga National Park)

काजीरंगा में हाथी की सवारी करते हुए एक सींग वाले एशियाटिक गैंडों को निहारना रोमांचित कार देता है। फोटो साभार- इंडियन वाइल्डोग्राफी

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काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान वह स्थान है जहाँ प्रकृति लाखों रंगों में अपने प्राचीन स्वरूप में नजर आती है। यहाँ वन्यजीव निडर होकर विचरण करते हुए दिखते हैं। यहीं पर एक सींग वाला गैंडा देखा जा सकता है। एक एशियाई जंगली भैंसा भी प्रमुख आकर्षण है। यह राष्ट्रीय उद्यान सर्दियों में पर्यटकों के लिए आकर्षक गंतव्य बन जाता है। सर्दियों में इस जगह का तापमान 5-25 डिग्री सेल्सियस तक रहता है। काजीरंगा में मनुष्य और प्रकृति का एक तरह से मिलन होता है। भारत का यह प्रतिष्ठित राष्ट्रीय उद्यान देश के उत्तर पूर्वी राज्य असोम के गोलाघाट और नागोअन जिले में स्थित है। बीसवीं सदी की शुरुआत में इस खूबसूरत वन्यजीव अभयारण्य को बनाया गया था। इसे बनाने के लगभग 68 साल बाद इसे राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया।

प्रमुख आकर्षण: काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान

जीप सफारी, हाथी की सवारी, काजीरंगा बोट सफारी, सांस्कृतिक कार्यक्रम, लोक नृत्य और चाय बागान का दौरा

काजीरंगा घूमने का उपयुक्त समय

काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान घूमने के लिए नवंबर से अप्रैल के महीने सबसे अच्छा समय है। काजीरंगा राष्ट्रीय उद्यान में मौसम आमतौर पर उष्णकटिबंधीय होता है। अप्रैल-जून बहुत गर्म और आर्द्र होता है। सर्दियों (नवंबर-जनवरी) में ठंडी रातें होती हैं। हर साल मानसून के दौरान पार्क ब्रह्मपुत्र नदी के पानी से भर जाता है। बारिश का मौसम मई से शुरू होता है और अगस्त तक जारी रहता है। इन मौसमों के दौरान पार्क बंद रहता है।

10. मानस राष्ट्रीय उद्यान और टाइगर रिजर्व (Manas National Park and Tiger Reserve)

मानस राष्ट्रीय पार्क में गेंडो को ऐसे खुले में राजसी चाल करते हुए देखा जा सकता है। फोटो साभार- मानस नेशनल पार्क ऑनलाइन।

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मानस मानस राष्ट्रीय उद्यान एक खूबसूरत पार्क है। जिसे 1990 में राष्ट्रीय उद्यान घोषित किया गया था।जो जंगली जलीय भैंस, दुर्लभ गोल्डन लंगूर और लाल पांडा की आबादी के लिए प्रसिद्ध है। यह राष्ट्रीय उद्यान हिमालय की तलहटी में स्थित है। इसकी जैव विविधता और प्राकृतिक परिदृश्य अद्वितीय हैं। मानस उद्यान जाने का सबसे अच्छा समय नवंबर से मार्च है।

यह 1973 में प्रोजेक्ट टाइगर के तहत बाघ आरक्षित क्षेत्रों में शामिल पहले रिजर्व में से एक है। यह 2837 वर्ग किमी के क्षेत्र को कवर करता है। मानस नदी घने जंगलों और घास-भूमि के अनूठे मिश्रण के साथ उद्यान से होकर बहती है। इस पार्क को 1988 में यूनेस्को के विश्व धरोहर सम्मेलन के साथ-साथ 1989 में बायोस्फीयर रिजर्व के तहत अंतरराष्ट्रीय महत्व के स्थल के रूप में शामिल किया गया है। यहाँ स्तनधारियों की 60 प्रजातियाँ, 312 पक्षी, 42 सरीसृप, 7 उभयचर, 54 मछलियाँ और 100 से अधिक प्रजातियाँ पाई जाती हैं। राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या-31 को जोड़ने वाली बारपेटा रोड (20 किमी) से सड़क मार्ग द्वारा यहाँ तक पहुँचा जा सकता है। रेलवे बारपेटा रोड को देश के बाकी हिस्सों से जोड़ता है और गुवाहाटी में गोपीनाथ बोरदोलोई हवाई अड्डा बारपेटा रोड शहर से लगभग 160 किमी दूर है। वन लॉज माथनगुरी में पार्क के अंदर स्थित हैं। जो बारपेटा रोड से 40 किमी की दूरी पर है। आगंतुकों को पार्क में प्रवेश के लिए फील्ड डायरेक्टर मानस टाइगर रिजर्व, बारपेटा रोड के कार्यालय से आवश्यक अनुमति प्राप्त करनी होती है। मानस राष्ट्रीय उद्यान की सफ़ारी प्रत्येक मंगलवार को बंद रहती है, इसलिए मंगलवार को सफ़ारी सुविधा उपलब्ध नहीं है।

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कैसे पहुँचें मानस राष्ट्रीय उद्यान?

हवाई जहाज द्वारा: मानस पार्क आने के लिए निकटतम हवाई अड्डा लोकप्रिय गोपीनाथ बोरदोलोई अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, गुवाहाटी, असम है। जिसकी दूरी बसबारी रेंज की 137 किमी और भुइयाँपारा रेंज से 147 किमी है।

रेल द्वारा: मानस उद्यान का निकटतम रेलवे स्टेशन बारपेटा रोड रेलवे स्टेशन, बोरझार, बारपेटा रोड, असम में है। दूरी की बात की जाए तो बसबारी रेंज 20 किमी, भुइयाँपारा रेंज 30 किमी है।

बस द्वारा: मानस राष्ट्रीय उद्यान का निकटतम बस स्टैंड सिमलागुड़ी बस स्टॉप, सिमलागुड़ी, बारपेटा रोड, असम में है। इसकी दूरी बसबारी रेंज 20 किमी, भुइयाँपारा रेंज 30 किमी है।

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कैसा लगा देश के इन राष्ट्रीय उद्यानों के बारे में पढ़ कार जहाँ आप सर्दियों में घूमने जा सकते हैं। आप अपने अनुभवों को साझा करने के लिए यहाँ क्लिक करें. वनस्पतियों और जीवों की भरपूर प्रजातियों को देखने के बाद आप खुद को तरोताजा महसूस करेंगे। इंस्टाग्राम पर Tripoto हिन्दी को फॉलो करने के लिए क्लिक करें. फेसबुक पर फॉलो करने के लिए इस लिंक पर क्लिक करें। गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने के लिए फेसबुक पर Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें।

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