22 जनवरी को श्री राम लल्ला की नवनिर्मित मंदिर परिसर में प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरा देश राम लल्ला के दर्शन को आतुर है।सभी श्रद्धालु अपने प्रभु को इतने वर्ष के वनवास के बाद उन्हें अपने घर में विराजमान देखने के लिए आना चाहता है।अगर आप भी उन्ही राम भक्त में से एक जो अयोध्या में श्री राम के दर्शन के लिए पहली बार जा रहे हैं तो आइए आपको बताते हैं मंदिर परिसर में श्री राम के दर्शन के साथ ही आप और क्या क्या देख सकते है।मंदिर परिसर में बने इन स्थानों को देखना आप बिल्कुल भी मिस न करें ये स्थान भगवान राम के जीवन के अहम हिस्सा रहा है।तो आइए जानते इस स्थानों के विषय में जिन्हे आप अपनी अयोध्या यात्रा में बिल्कुल भी मिस न करें।
1.मंदिर में स्थित 5 मंडप
श्री राम जन्म भूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुसार इस मंदिर परिसर में कुल पांच मंडप का निर्माण किया गया है जोकि की अभी पूरी तरह से तैयार नहीं है परंतु बहुत ही जल्द बनकर तैयार हो जाएगा।आप चाहे तो यहां जा सकते हैं जिसमे नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्रार्थना मंडप व कीर्तन मंडप शामिल है जो राम लल्ला की झलकियां आपको दिखाएंगे।
2.शिव मंदिर
राम जन्म भूमि परिसर में दक्षिण पश्चिमी भाग में नवरत्न कुबेर टीला पर भगवान शिव के प्राचीन मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है।यह एक प्राचीन मंदिर है जो भगवान शिव को समर्पित है।श्री राम भगवान शिव को अनन्य भक्ति थे यही कारण है कि यहां भगवान शिव के मंदिर का निर्माण भी कराया गया है।भगवान शिव के मंदिर के पास ही जटायु प्रतिमा की भी स्थापना की गई है।
3.महर्षि वशिष्ठ का मंदिर
महर्षि वशिष्ठ के विषय में कौन नही जानता जो कोई भी श्री राम की जीवन गाथा को जनता है वो गुरु वशिष्ठ को अवश्य जनता है जिन्होंने श्री राम के जीवन मे अहम भूमिका निभाई है।महर्षि वशिष्ठ श्री राम के पिता राजा दशरथ के राजगुरु और भगवान राम के गुरु थे जिन्होंने श्री राम को शिक्षा और दीक्षा दी थी।श्री राम जम्न्भूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुसार मंदिर परिसर में महर्षि वशिष्ठ जी का भव्य मंदिर का निर्माण हो रहा है, जिसे भक्त देख और दर्शन कर सकते हैं।
4.महर्षि वाल्मीकि का मंदिर
जैसा की हम सभी जानते है श्री राम के जीवन पर आधारित महाकाव्य रामायण जिसे लोग वाल्मीकि रामायण के नाम से भी जानते है की रचना महर्षि वाल्मीकि जी ने ही की थी।आप राम जन्म भूमि परिसर में महर्षि वाल्मीकि का मंदिर भी देख सकते है ।जल्द ही इनके मंदिर का निर्माण कार्य भी पूरा कर लिया जाएगा।
5.हनुमान मंदिर
जहां राम वहां हनुमान ये तो सभी जानते है की हनुमान जी भगवान राम के सबसे बड़े और परम भक्त थे और जहां भी श्री राम का मंदिर है वहां हनुमान जी जरूर होते है और फिर अयोध्या तो श्री राम का घर है ऐसे में यहां हनुमान जी का मंदिर होना तो लाजमी है।श्री राम जन्म भूमि के दक्षिणी भाग में हनुमान जी के मंदिर का निर्माण किया गया है तो आपको उनके दर्शन करना ना भूलें।
6.निषादराज का मंदिर
निषादराज को भगवान के सबसे बड़े सेवक के रूप में जाना जाता है।श्री राम जन्म भूमि परिसर में निषादराज का मंदिर का भी निर्माण किया जा रहा है। आपकी जानकारी के लिए बता दें कि निषादराज ने ही वनवास काल के दौरान श्री राम,लक्ष्मण और माता सीता को गंगा नदी पार करवाई थी।निषादराज को कई लोग गुह के नाम से भी जानते हैं।
7.माता शबरी का मंदिर
श्री राम जम्न्भूमि तीर्थ क्षेत्र के अनुसार मंदिर परिसर में माता शबरी का भी मंदिर भी तैयार हो रहा है। शायद आपको मालूम हो, अगर नहीं मालूम है, तो आपको बता दें कि रामायण कथा के अनुसार माता सीता को ढूंढते हुए श्रीराम और लक्ष्मण शबरी की कुटिया में पहुंचे थे। माता शबरी ने दोनों को भोजन दिया था।श्री राम को उन्होंने अपने झूठे बेर खिलाए थे जो उनकी अपार प्रेम और भक्ति का प्रमाण था।
8.देवी अहिल्या का मंदिर
देवी अहिल्या जोकि ऋषि गौतम की पत्नी थी और श्राप के कारण एक पत्थर के रूप में परिवर्तित हो गई थी और जिन्हे श्री राम के द्वारा मुक्ति मिले और वो फिर से पत्थर से एक स्त्री बन गई।आपको बता दें की देवी अहिल्या के मंदिर का निर्माण भी राम मंदिर परिसर में किया जा रहा है।
9.जटायु प्रतिमा
श्री राम मन्दिर परिसर में आप पक्षीराज जटायु की प्रतिमा भी देख सकते है ।रामायण के अनुसार पक्षीराज जटायु ने माता सीता को रावण से बचाने के लिए काफी युद्ध किया किंतु रावण के आगे विफल रहा और घायल होकर जमीन पर गिर पड़ा और अंततः अपने प्राण त्याग दिए।
10.मंदिर की अन्य मूर्तियां
इसके अलावा भी आप श्री राम जन्म भूमि परिसर में बहुत सी मूर्तियां जैसे हाथी घोड़े की मूर्तियां और अन्य देवी देवता के मूर्तियों को भी देख सकते जो बहुत ही खूबसूरती के साथ तराशे गए है।
कैसा लगा आपको यह आर्टिकल हमे कमेंट में जरुर बताए।
क्या आपने हाल में कोई की यात्रा की है? अपने अनुभव को शेयर करने के लिए यहाँ क्लिक करें।
बांग्ला और गुजराती में सफ़रनामे पढ़ने और साझा करने के लिए Tripoto বাংলা और Tripoto ગુજરાતી फॉलो करें। जल्द ही शुरू होगी हेलीकॉप्टर सुविधा