विदेश जाने से पहले भारत घूम लेना चाहिए पता है क्यों?

Tripoto
Photo of विदेश जाने से पहले भारत घूम लेना चाहिए पता है क्यों? by Rishabh Dev

शायद एक बड़े परिवार में रहने का नतीजा है कि देश और उसकी परंपराओं को बहुत करीब से देखने का मौका मिला। दादी-नानी की कहानियों के गलियारों में टहलते जिस भारत को देखने का मौका मिला उसको याद करके आज भी मन भर आता है। बचपन में इन कहानियों का अहमियत कभी समझ नहीं आई। बड़े हुए तो फिर किसी बड़े शहर में आ गए। अब लगता है कुछ छूट-सा गया है। उस भारत को जानना, देखना कहीं पीछे छूट गया है। इस छूटने को भरने के लिए मैं घुमक्कड़ी का सहारा लेता हूँ।

अक्सर कहा जाता है कि जिस जगह पर आप रहते हो, उस जगह के बारे में अच्छे-से जान लेना चाहिए। हम अक्सर विदेश जाने के हसरत रखते हैं लेकिन उससे पहले अपने देश में घूम लेना चाहिए। अगर आप सोचते हैं ऐसा नहीं हैं तो उसकी वजह हम बता देते हैं। आखिर क्यों विदेश से जाने पहले भारत को जान लेना चाहिए।

1. प्राकृतिक सौन्दर्य का खजाना

भारत एक ऐसा देश है जिस पर प्रकृति ने भर-भर कर प्यार बरसाया है। यहाँ एक तरफ बर्फीले पहाड़ों हैं तो दूसरी तरफ हैं सुंदर और शांत समुद्र तट। राजस्थान के रेगिस्तान से लेकर मेघालय की बारिश तक सब कुछ इतना सुन्दर है कि आप देखते ही रह जाएँगे। प्रकृति एक ऐसी चीज है जो एक कीमती तोहफे के तौर पर मिली हुई है। भारत के किसी भी कोने में चले जाइए, सुंदर नजारे एक ऐसी चीज है जो आपको हर जगह देखने को मिल जाएँगे।

2. जायका

जितनी भारत के मौसम, वेशभूषा और जगह में विविधता है। भारत के खाने में भी उतनी ही वैरायटी है। भारत के खाने में जितनी विविधता है उतनी शायद ही किसी भी और देश में होगी। भारत एक थाली की तरह है जिसका हर राज्य का अपना एक अलग स्वाद है और स्वाद भी ऐसा कि एक बार चख लिया तो बार-बार खाने का मन करेगा। मीठा हो या नमकीन यहाँ आपको हर जायके का स्वाद मिल जाएगा। गुजरात का जलेबी फाफड़ा हो, असम की जूट बोलोकिया मिर्च, यहाँ कदम-कदम पर खाने का मिजाज बदल जाता है। खाना खाने का तौर-तरीका भी लगभग हर राज्य में मिलने वाले मसालों पर निर्भर करता है। हिमाचल और कश्मीर जैसे पहाड़ी इलाकों में साल भर ठंड रहती है, यहाँ खजूर, थुपका और बाजरा का खाना खाने को मिलेगा। वहीं दक्षिण में समुंदर से नजदीकी के चलते सीफूड का स्वाद चखने को मिलता है।

3. फेस्टिवलों का रंग

भारत को फेस्टिवलों का देश भी कहा जाता है। भारत में हर धर्म के लोग रहते हैं और हर महीने कोई न कोई फेस्टिवल आता ही रहता है। इन फेस्टिवलों को सिर्फ एक धर्म के लोग नहीं पूरा देश मनाता है। भारत में फेस्टिवल को सिर्फ त्यौहार की तरह नहीं देखा जाता है फिर चाहे वो किसी भी धर्म का हो। हर फेस्टिवल का एक मकसद होता है और लोग बड़ी धूमधाम से मनाते हैं परा देश उस फेस्टिवल के रंग में डूब जाता है। फेस्टिवल एक जरिया होता है जिसमें लोग अपनी व्यस्त जिन्दगी से थोड़ा समय निकलकर खुश होते हैं, परिवार के साथ समय बिताते हैं। ऐसे में इन फेस्टिवलों की अहमियत और भी बढ़ जाती है। भगवान के बड्डे से लेकर फसल की कटाई तक हर चीज में हम सेलिब्रेट करने का मौका ढूंढ ही लेते हैं। भारत में एक ही फेस्टिवल अलग-अलग जगह पर अलग तरीके से मनाया जाता है। आप ये सब तभी जान पाएंगे जब आप घूमने निकलेंगे।

4. ट्रेन का सफर

अगर आपको भारत को एक ही जगह पर देखना है तो उसके लिए सबसे अच्छी जगह है, ट्रेन। भारतीय रेल में सफर करना वैसे तो बहुत सामान्य-सी बात है लेकिन ध्यान से देखें तो यहाँ बहुत कुछ खास है। सबसे खास है यहाँ की कुल्हड़ वाली चाय। ट्रेन में आप ज्यादा से ज्यादा चीजें देख सकते हैं। चाहे वो लोग हों या खाना, ट्रेन के एक सफर में ही आपको सब कुछ देखने को मिल जाएगा। मारवाड़ियों की आलू पूड़ी, तमिलों की इडली चटनी और बंगालियों के लिए तो ट्रेन की यात्रा मतलब बाहर का खाना खाने का एक बहाना। ये ट्रेनें कई ऐसी जगहों से होकर गुजरती हैं जो आमतौर पर अनछुई रह जाती हैं। भारत में रेलवे स्टेशन पर कुछ मिले न मिले चाय जरूर मिलेगी। बहुत सारे रेलवे स्टेशनों पर नाॅर्मल चाय मिलती है तो कहीं कुल्हड़ वाली चाय। आपकी गाड़ी किस स्टेशन पर आकर रूकी है ये आपको एक पीले रंग के बोर्ड देखने से पता चल जाएग। यकीन मनिए अगर ये बोर्ड न हो तो आप एक नजर में बता नहीं पाएंगे कि आप किस स्टेशन पर हैं। मेरे हिसाब से आपको किसी भी ट्रेन में एक सफर कर लेना चाहिए।

5. शॉपिंग

भारत में कोई भी नई जगह पर जाता है तो सबसे पहले वो वहाँ शाॅपिंग करता है। यहाँ की हर गली-कूचे पर आप शाॅपिंग कर सकते हैं। भारत में बाजारों का एक बहुत बढ़िया कलेक्शन है। यहाँ बड़े-बड़े आलीशान शॉपिंग मॉल से लेकर सड़क किनारे लगने वाले मार्केट तक हर प्रकार की शॉपिंग के लिए कई ऑप्शन हैं। चाहे माॅल हों या गलियों में लगने वाले बाजार इन बाजारों को कभी कम नहीं आँकना चाहिए। सामान चाहे महँगा हो या सस्ता, लेटेस्ट फैशन हो या कोई विदेशी ब्रांड का हो हिंदुस्तान के बाजार में सब कुछ उपलब्ध है। ट्रेनों के बाद बाजार भारत में एकमात्र ऐसी जगह है जो आईने के समान है।

6. रीति-रिवाजों से रूबरू

भारत के हर जगह की अपनी विविधता है तो हर जगह के अपने रीति-रिवाज हैं। आपको ये रीति-रिवाज अंधविश्वास भी लग सकते हैं लेकन यकीन मानिए इनके बारे में जानकर आप हैरान हो उठेंगे। दुनिया भर में टैटू बनवाने का फैशन जोरों पर है लेकिन क्या आप जानते हैं भारत में नागालैंड जैसे उत्तर पूर्वी राज्यों में टैटू बनाने की प्रथा सालों से चली आ रही है। शायद मेरे और आपके पैदा होने से भी पहले से तो ऐसा कहना गलत नहीं होगा। आज टैटू बनवाना जहाँ एक फैशन बनता जा रहा है वहीं नागालैंड के आपातानी आदिवासियों में इसकी अपनी अलग अहमियत है। कहते हैं आपातानी आदिवासी समुदाय की महिलाएं बहुत खूबसूरत होती हैं। वे खुद को बुरी नजर से बचाने के लिए चेहरे पर टैटू बनवाए रहती हैं। भारत में कुछ रीति-रिवाज ऐसे हैं जिनमें कहीं सांप की पूजा की जाती है तो कहीं चिट्ठी लिख कर भगवान का शुक्रिया किया जाता है। देश में ऐसे कई रीति-रिवाज और प्रथाएँ हैं जिनके बारे में हम बिल्कुल भी नहीं पता। इनको जानने का सबसे अच्छा तरीका है घुमक्कड़ी।

7. जुगाड़

भारत में जुगाड़ की उतनी ही एहमियत ही है जितनी सुबह के एक अखबार की होती है। भारत के हर व्यक्ति किसी न किसी बहाने जुगाड़ लगाता ही रहता है। कई मुश्किल कामों को जुगाड़ से पूरा कर दिया जाता है। अगर आप कहीं जा रहे हैं तो आपको जुगाड़ तो आना ही चाहिए। ये एक ऐसी कला है जिसको समझाना तो थोड़ा मुश्किल है लेकिन अगर आप भारत में घूमना चाहते हैं तो इस जुगाड़ को जरूर करें। जुगाड़ एक तरह से समझदारी का रूप है जो आपको भारत में घूमते हुए आ ही जाएगा। इसलिए विदेश घूमने जा रहे हैं तो उससे पहले भारत घूम डालिए।

आपने भारत की किन जगहों की घुमक्कड़ी की है। अपनी यात्रा का अनुभव Tripoto पर लिखने के लिए यहाँ क्लिक करें।

रोज़ाना वॉट्सऐप पर यात्रा की प्रेरणा के लिए 9319591229 पर HI लिखकर भेजें या यहाँ क्लिक करें।

Further Reads