पहाड़ खूबसूरत होते हैं, शानदार होते हैं, उन्हें निहारते रहने का मन करता है। गर्मी के दिन हों या सर्दी के दिन लोग शहरों से पहाड़ों की ओर जाते ही हैं। गर्मियों में गर्मी से राहत पाने के लिए और सर्दियों में बर्फ का मज़ा लेने के लिए। लोग घूमने भी उन जगहों पर जाते हैं, जो फेमस है। उससे होता ये है कि वो जगह शहर की तरह ही भीड़ और शोर वाली हो जाती है। तब होटल, फ्लाइट्स सब की कीमतें बहुत बढ़ जाती हैं। इसलिए भीड़ और महंगाई से बचकर ऐसी जगह चलते हैं जहाँ खूबसूरती और शांति दोनों हो। ऐसी ही एक जगह है नैनीताल के काठगोदाम से 40 कि.मी. दूर, बनलेखी गाँव!
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ये खूबसूरत गाँव खूबसूरती के मामले में फेमस हिल स्टेशनों से कहीं आगे है। ये गाँव चारों तरफ से पहाड़ों से घिरा हुआ है जिसमें खूबसूरत नैचुरल वाटरफाॅल और हरे-भरे घास के मैदान हैं। अगर आप सुकून और खूबसूरती को एक साथ देखना चाहते हैं तो ये गाँव आपका ही इंतज़ार कर रहा है।
बनलेखी गाँव
बनलेखी में क्या है खास?
1. बनलेखी की सैर करें
बनलेखी इस इलाके के सबसे दूरदराज के गाँवों में से एक है। इसलिए ये उत्तराखंड की ज़मीनी संस्कृति के बारे में जानने के लिए एक शानदार जगह है। इस गँव को खूबसूरत यहां के पहाड़ और झरने ही नहीं बनाते हैं, ये जगह खूबसूरत है क्योंकि यहाँ के लोग बेहद प्यारे हैं। उन्हें अपने घरों में आपका स्वागत करने में बहुत खुशी होगी। इस गाँव को देखने के लिए पैदल चलें, गाँव के लोगों से बात करें, स्थानीय लोगों के साथ बात करें। उनके डेली लाइफ के बारे में जानें। तब आपको एक नई दुनिया के बारे में पता चलेगा।
2. खूबसूरत भालू गाद वाटरफाॅल
बनलेखी से लगभग 12 कि.मी. की दूरी पर स्थित है एक खूबसूरत वाटरफाॅल, भालू गाद वाटरफाॅल। इस गाँव के बारे में बहुत कम लोगों को पता है लेकिन ये वॉटरफाॅल टूरिस्टों के लिए बहुत फेमस है। यदि आप इस तरफ यात्रा करनें आएँ तो इस जगह पर ज़रूर आएँ। यहाँ आप शानदार नज़ारों और खूबसूरत वातावरण के बीच कुछ वक्त गुज़ार सकते हैं। यहाँ आप अपने दोस्तों और फैमिली के साथ पिकनिक पर आ सकते हैं। वॉटरफाॅल आओ और उसमें डुबकी ना लगाई जाए, तो फिर मज़ा नहीं आएगा। इसलिए प्रकृति के इस साफ पानी में एक डुबकी जरूर लगाएँ। इसके अलावा, भालू गाद गिर में पक्षियों को देखने के लिए बढ़िया जगह है। यहाँ जाएँ तो अपने साथ दूरबीन ले जाना न भूलें।
3. भीमताल में पैराग्लाइडिंग के लिए जाएँ
हवा में गोते लगाना सबसे एडवेंचरस माना जाता है। वैसे तो भीमताल जाना जाता है नैनीताल के विकल्प के रूप मे, एक फेमस हिल स्टेशन से दूर खूबसूरती के लिए। लेकिल बहुत कम लोगों को पता है कि भीमताल में पैराग्लाइडिंग भी होती है। पैराग्लाइडिंग के लिए ये जगह अभी फेमस नहीं हुई है। आसमान से पहाड़, घास के बड़े मैदान और झील का नज़ारा देखने लायक है। ये सारी जगहें भीमताल को एक अच्छी जगह बनाते हैं। ये वो जगह है, जहाँ की खूबसूरती आपकी आँखों में नहीं, दिल में उतर जाएगी, जो हमेशा आपको याद आती रहेगी।
4. मुक्तेश्वर धाम में करें पूजा
चाहे एक फेमस हिल स्टेशन हो या दूर इलाके का गाँव। पहाड़ों में हर जगह एक अध्यात्मिक स्थान तो होता ही है और बनलेखी भी उसमें आता है। गाँव के नज़दीक ही शिव मंदिर, राजरानी मंदिर और ब्रह्मेश्वर मंदिर जैसे कई फेमस मंदिर है। इन सबमें सबसे फेमस जगह है, मुक्तेश्वर धाम। इस इलाके के लोग सबसे ज्यादा इसी जगह पर ही जाते हैं। ये मंदिर भगवान शिव, पार्वती, गणेश और नंदी को समर्पित है। इस जगह को देखने के बाद ही बनलेखी में एक अच्छी और सफल यात्रा बनती है।
5. पहाड़ों के बीच सूर्योदय देखें
पहाड़ में सबसे सुंदर दृश्य सूर्योदय होता है। जब पहाड़ की एक चोटी से लालिमा को निकलते देखते हैं और कुछ ही मिनटों में चारों तरफ रोशनी छा जा जाती है। वो कुछ देर का नज़ारा जीवन भर याद रहता है। मुक्तेश्वर की कोई भी यात्रा नंदा देवी चोटी से सूर्योदय के देखे बिना पूरी नहीं होती। नंदा देवी पर्वत देश का दूसरा सबसे ऊँचा स्थान है। अगर आप सूरज को देखने के लिए जल्दी उठ जाते हैं तो सुबह की सुरम्य हवा का अनुभव भी कर सकते हैं।
भोजन का उठाएँ लुत्फ
दूर इलाके में होने की वजह से बनलेखी में खाने के लिए कोई जगह नहीं है। अगर आपने गाँव वालों के साथ बात की हो तो वहाँ के लोग आपको ज़रूर खाने के लिए बुलाएँगे। अगर आप बढ़िया और लज़ीज़ जायका लेना चाहते हैं तो मुक्तेश्वर जा सकते हैं। मुक्तेश्वर में बढ़िया कैफे, रेस्तरां और कई भोजनालय आपको मिल जाएँगे। यहाँ आप न केवल अच्छी क्वालिटी वाले उत्तर भारतीय व्यंजनों का लुत्फ उठा सकते हैं बल्कि पारंपरिक कुमाऊंनी फूड जैसे कप्पा, सिसुनक साग, अलू के गुटके और रस भी खा सकते हैं। अगर आप मुक्तेश्वर जाएँ तो खाने के लिए इन जगहों पर ज़रूर जाएँ:
निर्वाण ऑग्रेनिक किचन
कैफे लोकल
दी बर्ड केज
कब जाएँ बनलेखी?
वैसे तो बनलेखी आप कभी भी जा सकते हैं। यहाँ पूरे साल मौसम शानदार और खूबसूरत रहता है। इसलिए आप यहाँ के लिए दोनों गर्मियों और सर्दियों में आने की प्लानिंग कर सकते हैं। गर्मियों में मार्च से जून और सर्दियों में अक्टूबर से मार्च आने के लिए बेस्ट टाइम है। जुलाई से सितंबर के महीनों में यहाँ बहुत बारिश होती है, उस दौरान यहाँ आने की सोचें भी ना।
कैसे पहुँचे?
ये जगह सड़क मार्ग से अच्छी तरह से जुड़ी हुई है लेकिन ट्रेन और फ्लाइट से भी आप यहाँ पहुँच सकते हैं। अगर आप दिल्ली से सड़क मार्ग से आने की सोच रहे हैं तो नेशनल हाइवे 9 से बनलेखी गाँव आ सकते हैं। दिल्ली से बनलेखी गाँव की दूरी 325 कि.मी. है, जिसे तय करने में लगभग 9 घंटे का समय लगता है। अगर आप ट्रेन से आना चाहते हैं बनलेखी के सबसे निकटतम रेलवे स्टेशन काठगोदाम है। यहाँ से आप टैक्सी करके बनलेखी जा सकते हैं। जो काठगोदाम से 65 कि.मी. की दूरी पर है।
इसके अलावा आपव फ्लाइट्स से आने की सोच रहे हैं तो बनलेखी के लिए सबसे निकटतम हवाई अड्डा पंतनगर में है। पंतनगर से बनलेखी गाँव की दूरी 100 कि.मी. है जहाँ से आप टैक्सी बुक करके 3 घंटे में पहुँच सकते हैं। बनलेखी दूरदराज वाला इलाका है इसलिए वहाँ बहुत कम ही सार्वजनिक परिवहन जाते हैं। यदि आपके पास खुद की गाड़ी नहीं है तो आप राज्य में चलने वाली बसों से वहाँ पहुँच सकते हैं जिसका किराया भी बहुत कम होता है।
कहाँ ठहरें
बनलेखी रिजॉर्ट में दो दिन ठहरने की लागत लगभग ₹3,500 होती है। जिसमें ब्रेकफास्ट भी दिया जाता है। बनलेखी रिजाॅर्ट, बनलेखी गाँव का एकमात्र ठहरने की जगह है। इसके अलावा आपके पास मुक्तेश्वर में बहुत ज्यादा विकल्प हैं।
इस जगह पर ठहरने के एक रात के ₹15,500 रुपए होते हैं। जिसमें ब्रेकफास्ट, डिनर जैसी सारी सुविधाएँ भी शामिल हैं।
एक डबल रूम के लिए एक रात के ₹7,000 से शुरू होता है। इस कीमत में कोई भोजन शामिल नहीं है।
एक टेंट में एक रात के लिए ₹2,500 होते हैं जिसमें दो लोग ठहर सकते हैं। इसमें भी किसी भी प्रकार के भोजन की सुविधा नहीं है।
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