अगर आप उन लोगों में से हैं जिनके लिए पहाड़ से बढ़कर और कुछ नहीं तो आपके मन में उत्तराखंड जाने का ख्याल जरूर आया होगा। उत्तराखंड अगर आपकी बकेट लिस्ट का हिस्सा है तो आपके लिए हमारे पास कुछ है। ये खूबसूरत राज्य फिलहाल अपने आप को तलाशने की कोशिश में लगा हुआ है। उत्तराखंड के अनछुए गाँवों और छोटे कस्बों में होमेस्टे के जरिए इस जगह को वापस से सुधारने की कोशिश की जा रही है। आपकी आरामदायक ठिकाने की खोज को आसान करने के लिए हमने उत्तराखंड में बने 10 खूबसूरत होमस्टे की सूची तैयार की है। इन सुन्दर घरों में रुककर और अपनी छुट्टियों को और भी खूबसूरत बना लीजिए।
1. पहाड़ी हाउस, कानाताल
मसूरी से लगभग 38 किमी. आगे बसा हुआ ये होमस्टे भीड़भाड़ और शोर से एकदम बचा हुआ है। पहाड़ी हाउस अभय शर्मा की मेजबानी में बना हुआ खूबसूरत-सा होमस्टे है जो आपको बहुत अच्छा लगेगा। उनकी होमस्टे शुरू करने की पहल ने पुराने गाँवों के संरक्षण के काफी मदद की है। छोड़े जा चुके इन गाँवों को वापस ठीक तरीके से चलाने में अभय शर्मा की पहल का बड़ा हाथ है। लेकिन उनकी इस पहल के पीछे एक खास सोच भी है। होमस्टे के जरिए अभय पहाड़ों को उनकी खोई हुई खूबसूरती और शांति वापस देना चाहते हैं।
पहाड़ी हाउस के आरामदायक कमरों में ठहरने के अलावा आप पास की पहाड़ियों में टहल सकते हैं, होमस्टे के नजदीक जंगलों में सफारी का मजा ले सकते हैं और सेब के बगीचों में भी घूम सकते हैं।
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2. इत्मीनान एस्टेट, बिनसर
बिनसर की खूबसूरत पहाड़ियों में बना ये होमस्टे एक 100 साल पुराने पारंपरिक कुमाऊँनी घर को ठीक करके बनाया गया है। होमस्टे में 3 सुंदर कमरें हैं जिन्हें बहुत ही बारीकी के साथ डिजाइन और सजाया गया है। ये कमरे इतने आलीशान है कि हर घुमक्कड़ को इनसे पहली नजर का प्यार हो जाएगा।
शहरीय शोर से दूर बना ये होमस्टे पहाड़ों की गोद में आरामदायक छुट्टियाँ बिताने के लिए परफेक्ट जगह है। होमस्टे में आप रात के समय खुले आसमान को निहारते हुए तारों से सजी रात का अनुभव ले सकते हैं। अगर आपको लिखना, पढ़ना या पेंट करना पसंद है तो आप इस होमस्टे में वो भी कर सकते हैं। इसके अलावा आप ऑर्गेनिक फार्मिंग, गार्डेनिंग और मधुमक्खियों के रख-रखाव से जुड़ी चीजों के बारे में भी जान सकते हैं।
3. डालर विलेज होमस्टे
बिनसर वाइल्डलाइफ सैंक्चुरी में छिपी हुई ये जगह किसी जन्नत से कम नहीं है। डालर गाँव में कुल 11 घर हैं जिसमें से गणेश दत्त की प्रॉपर्टी को खूबसूरत होमस्टे में बदल दिया गया है। ये होमस्टे इतनी सटीक जगह पर बना हुआ है कि यहाँ से आपको डालर पहाड़ों का सुंदर नजारा भी दिखाई देता है।
होमस्टे में ठहरने के अलावा आप पास बसे गाँवों में घूम सकते हैं। इन सभी गाँवों के लोग इतने प्यारे हैं कि आपका दिल खुश हो जाएगा। आप इनके साथ पारंपरिक कुमाऊँनी खाना खा सकते हैं, बांसुरी की धुन सुन सकते हैं और स्थानीय लोगों के साथ गाने भी गा सकते हैं। कुल मिलाकर ये होमस्टे पहाड़ों में बने परफेक्ट आशियाने का पर्याय जैसा है।
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4. डाक बंगला, पीयोरा
1905 में बने पीयोरा के पुराने डाक बंगले को इससे पहले ब्रिटिश द्वारा निरीक्षण बंगले के रूप में इस्तेमाल किया जाता था। कई सालों बाद आखिरकार 2005 में इस घर को प्रदीप और शुभा ने ले लिया जिसके बाद इसको खूबसूरत होमस्टे में बदल दिया गया है।
यकीन मानिए आपको इस होमस्टे में आकर एकदम स्वर्ग जैसा एहसास होगा। होमस्टे में नएपन के साथ-साथ इसके पुराने आर्किटेक्चर, दीवारों, फायरप्लेस, लकड़ी से बनी छत और बड़े-बड़े बरामदों को पहले की तरह रखा गया है। जिसकी वजह से इसका राजसी कोलोनियल एहसास आज भी बरकरार है। प्रदीप और शुभा की बेहतरीन मेहमाननवाजी और हिमालय के आकर्षक नजारों वाला ये होमस्टे आपको जरूर पसंद आएगा।
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5. कुफ्लों बसिक्स, उत्तरकाशी
उत्तरकाशी से 11 किमी. दूर अस्सी गंगा घाटी की गोद में बना ये होमस्टे जंगलों के बीच घर जैसा माहौल देने का काम करता है। ये गाँव एक समय पर अपने जंगली फल 'कफल' के लिए मशहूर हुआ करता था। होमस्टे के होस्ट अनिल कुरियाल इस जगह के बारे में अच्छे से जानते हैं इसलिए आपको कोई दिक्कत नहीं आएगी।
गढ़वाली पहाड़ों के बीच प्राकृतिक नजारों के साथ आरामदायक छुट्टियाँ बिताने के लिए इससे अच्छी जगह आपको नहीं मिलेगी। होमस्टे में रहने के अलावा आप ट्रेक कर सकते हैं और पास बसे गाँवों के लोकल लोगों से भी मिल सकते हैं।
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6. स्मेटेसेक कोलोनियल होमस्टे, भीमताल
1000 एकड़ में फैला ये घर पहले कर्नल जोन्स का हुआ करता था जो उस समय इस इलाके के मजिस्ट्रेट भी थे। उन्ही के नाम पर इस जगह का नाम जोन्स एस्टेट रखा गया था। आजादी के बाद इस घर को फ्रेडरिक स्मेटेसेक ने खरीद लिया। फ्रेडरिक असल में नाजी लोगों से बचकर शिप के जरिए भारत आए थे। अब इस होमस्टे की देख-रेख उनके वंशज पेडी स्मेटेसेक करते हैं।
इस होमस्टे को द रिट्रीट के नाम से भी जाना जाता है। ये होमस्टे दुनियाभर के डिप्लोमेट्स के लिए जानी-मानी जगह बन चुका है। फ्रेडरिक स्मेटेसेक को कीड़ों से बहुत लगाव था इसलिए एक समय तक होमस्टे में तितलियों का बढ़िया कलेक्शन था। इस होमस्टे की लाजवाब मेहमाननवाजी और पुरानापन आपको जिंदगी की सबसे अच्छी वेकेशन पर ले जाने के लिए काफी है।
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7. सिरमोली के होमस्टे और कमला पाण्डेय का घर
सिरमोली के होमस्टे ग्रामीण विकास की सफलता की कहानी बताते हैं। मुनस्यारी से एक किलोमीटर आगे बसा सिरमोली एक अनोखा गाँव है जहाँ की सरपंच मल्लिका ने होमस्टे कल्चर की शुरुआत करी। जिससे सिरमोली के लोगों को आय मिलने में मदद हो सके। 2004 में शुरू किए गए इस प्रोग्राम के चलते सिरमोली के 15 परिवारों ने खुशी-खुशी अपने घरों को होमस्टे में बदल लिया है।
कमला पाण्डेय का घरवाला होमस्टे भी इसी पहल का नतीजा है। कमला पाण्डेय का ये होमस्टे अब दुनियाभर के कई घुमक्कड़ों का घर बन चुका है। इन बेहतरीन होमस्टे में रहने के अलावा आप इस इलाके में ट्रेकिंग और बर्ड वॉचिंग करने का मजा भी ले सकते हैं।
इप्शिता भट्टाचार्य के सिरमोली अनुभवों को पढ़ने के लिए यहाँ क्लिक करें।
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8. केन्ना विलेज होम, नाथूखान
उत्तराखंड के हर कोने में बने ये छुपे हुए सुंदर होमस्टे आपको हैरान कर देंगे। मुक्तेश्वर और नैनीताल के पास एक जगह है नाथूखान। केन्ना विलेज होम नाथूखान में बना शांत हॉमेस्टे है। कुमाऊँ के इस इलाके को फलों का खजाना भी कहा जाता है। ये जगह इतनी खूबसूरत है कि आपका मन मोह लेगी। अगर आप पहाड़ों में रहने का असली मजा लेना चाहते हैं तो आपको यहाँ आना चाहिए।
1940 मीटर की ऊँचाई पर बना ये होमस्टे सर्दियों के मौसम में बर्फ से ढक जाता है। ठंड में इस जगह पर मिलने वाले सुकून को बताने के लिए शब्द कम पड़ जाएँगे। साल के बाकी समय भी ये जगह ठंडी मदमस्त हवा के झोकों से भरी रहती है और नर्म धूप के साथ यहाँ ठहरने का एहसास बहुत खूबसूरत होता है।
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9. जिलिंग टेरेस, भटेलिया
100 एकड़ इलाके में फैला ये शानदार होमस्टे जंगलों के बीच में बना हुआ है। ये घर करीब 80 साल पुराना है और नैनीताल के साउथ गोला पर्वतमाला से कुछ ही घंटों की दूरी पर है। इस होमस्टे से दिखाई देने वाले नजारे इतने सुन्दर होते हैं कि आपका मन खुश हो जाएगा। खास बात ये है कि होमस्टे से आप नन्द देवी पहाड़ भी देख सकते हैं।
जिलिंग टेरेस में सभी काम संतुलित इको-सिस्टम को ध्यान में किए जाते है जिससे यहाँ आने वाले सभी मेहमानों को पर्यावरण से जुड़ने को मौका मिल पाए। इस होमस्टे में इस्तेमाल होने वाले सभी फल और सब्जियों को इलाके के लोकल किसानों और बाजारों से खरीदा जाता है जिससे भटेलिया के लोगों की आमदनी भी बनी रहती है। इस होमस्टे में रहना एक तरह से हिमालय की छोटी पहाड़ी दुनिया और इसके लोगों को नजदीक से जानने का सुनहरा मौका है।
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10. इन्निस्फ्री फॉरेस्ट एस्टेट, नाथूखान
ये फॉरेस्ट एस्टेट लत और उनके बड़े भाई ड्वे का पहाड़ी आशियाना है। लत और उनके भाई कुमाऊँ के शाही चांद वंशज से हैं। लत की लातवियाई पत्नी जूलिया और उनकी माँ किरण के साथ मिलकर वो सभी घुमक्कड़ों का बहुत खुशी-खुशी अपने घर में स्वागत करते हैं।
ये होमस्टे शानदार पहाड़ी सनराइज और सनसेट का घर है। होमस्टे से बर्फीले हिमालय पहाड़ों का बढ़िया नजारा दिखाई देता है जिससे आपके वेकेशन का मजा दोगुना हो जाएगा। अगर आप शोर से दूर पहाड़ों की गोद में किसी शांत ठिकाने की तलाश में हैं तो इन्निस्फ्री फॉरेस्ट एस्टेट आपके लिए बेस्ट जगह है। लेखकों, कलाकारों और सोलो ट्रैवल करने वाले लोगों को ये जगह बहुत अच्छी लगेगी। कुल मिलाकर अगर आपको लंबी सैर, मंत्रमुग्ध कर देने वाले नजारे और लाजवाब खाने के साथ बातें करना आकर्षित करता है तो ये होमस्टे आपकी बकेट लिस्ट में जरूर होना चाहिए।
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पहाड़ों की गोद में नर्म धूप और ठंडी हवाओं के बीच में बने ये होमस्टे आपकी जिंदगी को मजेदार बनाने के लिए बेस्ट हैं।
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