मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति

Tripoto
19th Apr 2022
Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher
Day 1

भारत के हर कोने में भगवान गणेश जी के मंदिरों को देखा जा सकता है और उनके प्रसिद्ध मंदिरों में से एक है, बडे गणेश जी का मंदिर, जो उज्जैन के श्री महाकालेश्वर मंदिर के निकट हरसिध्दि मार्ग पर स्थित है। इस मंदिर में भगवान गणेश जी को बडे गणेश जी के नाम से जाना जाता है।

इस मंदिर में विराजित गणेश जी की भव्य और कलापूर्ण मूर्ति प्रतिष्ठित है। यह एक बहुत बडी़ मूर्ति है जिस कारण से इसे बडे़ गणेश जी के नाम से पुकारा जाता है। इस मंदिर की प्रसिद्धि दूर दूर तक फैली हुई है। गणेश जी की इस भव्य प्रतिमा का निर्माण पं. नारायण जी व्यास के अथक प्रयासों द्वारा हो सका। यहां स्थापित गणेश जी की यह प्रतिमा विश्व की सबसे ऊँची और विशाल गणेश जी की मूर्ति के रूप में विख्यात है।बडे गणेशजी की इस प्रतिमा के निर्माण में अनेक प्रकार के प्रयोग किए गए थे, जैसे की यह विशाल गणेश प्रतिमा सीमेंट से नहीं बल्कि ईंट, चूने व बालू रेत से बनी हैं और इससे भी विचित्र बात यह है कि इस प्रतिमा को बनाने में गुड़ व मेथीदाने का मसाला भी उपयोग में लाया गया था। यह विशाल गणेश प्रतिमा सीमेंट की नहीं वरन ईंट, चूने, रेत और बालू रेत में गुड़ व मैथीदाने का मसाला मिलाकर बनाई गई है। इसमें समस्त तीर्थों का जल और अयोध्या, मथुरा, माया, काशी, काँची, उज्जैन और द्वारका इन सात मोक्षपुरियों की माटी मिलाई गई। निर्माण लगभग ढाई वर्ष में पूर्ण हुआ।

Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher

इसके साथ साथ ही इसको बनाने में सभी पवित्र तीर्थ स्थलों का जल मिलाया गया था तथा सात मोक्षपुरियों मथुरा, माया, अयोध्या, काँची, उज्जैन, काशी, व द्वारका से लाई गई मिट्टी भी मिलाई गई है जो इसकी महत्ता को दर्शाती है। इस प्रतिमा के निर्माण में ढाई वर्ष का समय लगा जिसके बाद यह मूर्ति अपने विशाल रूप में सबके समक्ष प्रत्यक्ष रूप से विराजमान है।

संवत 1961 माघ सुदी चतुर्थी (संकष्टी) को मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा की गई। मूर्ति की ऊँचाई चरणों से मुकुट तक 25 फुट और चौड़ाई 16 फुट है। मूर्ति चार फुट ऊँची चौकी पर विराजमान है। इस मूर्ति के दर्शन करने देश-विदेश से लोग आते हैं। गणेश चतुर्थी पर तो इस मंदिर में खासी भीड़ देखी जा सकती है। दिलों को सुकून देने वाली यह गणेश प्रतिमा सभी की चिंताओं का हरण करके लोगों को सुख‍ी और समृद्ध बनाती है।

बडे गणेशजी का मंदिर भक्तों के लिए एक पावन धाम है जहाँ पर आकर वह अपनी सभी चिंताओं से मुक्त हो जाते हैं। इस मंदिर में सप्तधातु की पंचमुखी हनुमान जी की मूर्ति भी स्थापित है इसके अतिरिक्त मंदिर परिसर में नवग्रह मंदिर भी बना है। बडे गणेश जी की प्रतिमा को बहुत दूर से भी देखा जा सकता है।

Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher

इसकी विशालता से प्रभावित हो लोग देश भर से यहाँ मूर्तिको देखने के लिए आते हैं। गणेश चतुर्थी के पावन समय यहाँ भक्तों की भारी भीड़ उमड़ती है बडे गणेश जी के दर्शनो को करके सभी की चिंताओं का हरण होता है तथा सुख समृद्धि प्राप्त होती है।

उज्जैन के बड़ा गणेश मंदिर में सात समंदर पार से बहने भेजती है राखियां अमेरिका ऑस्ट्रेलिया इंग्लैंड दुबई व भारत के हर कोने से भगवान बड़ा गणेश के लिए बहने राखियां भेजती हैं। भाई-बहन के अटूट रिश्ते और प्रेम का प्रतीक रक्षाबंधन का त्यौहार सदियों से चला आ रहा है। बड़ा गणेश मंदिर अनादि काल से यह परंपरा चली आ रही है जिन बहनों के भाई नहीं होते हैं वह बड़ा गणेश को ही अपना भाई मानकर राखियां बांधती हैं और बड़ा गणेश से कामना भी करती हैं कि हमारी रक्षा करें।

कैसे पहुंचे?

उज्जैन के महाकाल मंदिर के बाहर ही बड़े गणपति जी का मंदिर है आप महाकाल के दर्शन के बाद उस मंदिर में जा सकते है। उज्जैन आप रेल बस या विमान मार्ग से पहुंच सकते है।

फोटो गैलरी: मेरे कैमरा से

Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher
Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher
Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher
Photo of मसालों से बनी है उज्जैन के बड़ा गणेशजी की मूर्ति by Trupti Hemant Meher

Further Reads