हिमाचल की दिलकश नजारों वाली इस घाटी को सही मायने में ऑफबीट कहा जाना चाहिए

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Photo of हिमाचल की दिलकश नजारों वाली इस घाटी को सही मायने में ऑफबीट कहा जाना चाहिए by Ankit Kumar

कसोल जाने का सोच रहे और वैचिन घाटी नहीं गए तो कर दी न सबसे बड़ी गलती। वैचिन घाटी मलाणा गाँव से 4 कि°मी° दूर चारों तरफ़ पहाड़ों के नज़ारे प्रस्तुत करती है। “मैजिक वैली” के नाम से मशहूर वैचिन वैली, हिमाचल प्रदेश के मलाणा गाँव के ऊपरी स्थान पर ऊॅंचाई पर स्थित है। ये घाटी बर्फ़ की चोटी वाले पहाड़, प्राचीन झरने और चारों ओर चीड़ और शंकुधारी वृक्षों से घिरी हुई घाटी अपने नाम के बिल्कुल अनुरूप है और यात्रियों के लिए किसी आश्चर्य से कम नहीं। समुद्री तल से 2700 मीटर ऊपर स्थित, नाटकीय परिदृश्य वाली यह हिमालयी घाटी अत्यधिक तापमान और दुर्गम स्थान के कारण बहुत कम आबाद है।

वैचिन घाटी की यात्रा क्यों करें:

वैचिन घाटी में रात भी दिन की तरह ही आकर्षक होती हैं और यहाँ के स्थानीय लोगों की सादगी आपका दिल जीत लेगी। वैचिन वैली को एक बेरंग शहर के जीवन से विपरीत शान्तिपूर्ण अवकाश की तलाश करने वाले किसी भी व्यक्ति के लिए एक आदर्श जगह कहेंगे।

ट्रेकिंग

जो लोग पहाड़ों से प्यार करते हैं और रोमांचक चीज़ें करना पसन्द करते हैं उनके लिए वैचिन घाटी वह जगह है जहाँ ज़रूर जाना चाहिए। घाटी में उचित परिवहन प्रबंध नहीं है और इसलिए यात्रियों को मलाणा गाँव से 4 कि°मी° की चढ़ाई चढ़नी होगी। निस्संदेह, यह एक आसान ट्रेक नहीं है लेकिन यह एक बार ज़रूर घूमने लायक है। ऊपर चढ़ते समय आप कुछ वक्त रुककर कुछ आश्चर्यजनक परिदृश्यों का आनन्द ले सकते हैं।

यदि आप घाटी में अधिक समय तक रहने की योजना बना रहे हैं तो आप इस क्षेत्र में अन्य छोटे ट्रेकिंग ट्रेल्स को भी आज़मा सकते हैं और कुछ छिपे हुए ख़ज़ाने जैसे झरने की खोज कर सकते हैं।

कैंपिंग

वहाँ जाने वाले सभी यात्री, जो प्रकृति के क़रीब जाना चाहते हैं और तारों के नीचे एक रात का बिताने का आनन्द लेना चाहते हैं या एक प्राकृतिक सुन्दर दृश्य के साथ सुबह का नाश्ता करना चाहते हैं, अपने दोस्तों को बुलाएँ और इस जादुई घाटी में कुछ दिन बिताने के लिए अपना स्लीपिंग बैग तैयार कर लें। यहाँ दो से तीन कैंपिंग साइट हैं।

बिर्डिंग

एविफुना के प्रति उत्साही लोगों के लिए वैचिन घाटी में पक्षियों को देखना आनन्ददायक है। एक नए दिन के लिए जागो जहाँ घड़ी जैसी कोई अवधारणा नहीं है और पक्षी ही आपकी अलार्म घड़ियाॅं हैं। आमतौर पर देखे जाने वाले कुछ पक्षी चीयर तीतर, कलीज और कोकलास हैं।

फ़ोटोग्राफ़ी

वैचिन घाटी फ़ोटोग्राफ़रों के लिए किसी स्वर्ग से कम नहीं। प्रकृति की कुछ असली तस्वीरें लेने के लिए फ़ोटोग्राफ़र इससे बेहतर सेटिंग की माॅंग नहीं कर सकते। यहाँ के ग्रामीण भी कैमरा से शर्माकर भागते नहीं हैं, जो आपको यहाँ बनने वाली स्काइलाइन को दर्शाने और इस जगह के सांस्कृतिक पहलू को समझने के लिए आपको पर्याप्त अवसर प्रदान करेगा।

किसिन ऑफ़र

यहाँ यात्रियों के लिए भारतीय व्यंजन ही एकमात्र विकल्प है। राजमा चावल एक प्रसिद्ध स्थानीय व्यंजन है जो कैम्प में सभी शिविरों में परोसा जाता है। इस जगह की अलग-थलग स्थिति और चरम मौसम की स्थिति के कारण यहाँ भोजन के सीमित विकल्प हैं।

100 से कम लोगों की मामूली आबादी वाले इस स्थान पर कोई कैफे या कोई अन्य भोजन केंद्र नहीं है लेकिन चाय और मैगी की असीमित आपूर्ति होती है। आस-पास की स्थानीय दुकानों से जितने चाहें उतने कप चाय पी लें।

कब जाएँ?

वैचिन घाटी में मौसम साल भर ठंडा रहता है। हालाॅंकि, मैजिक वैली घूमने का सबसे अच्छा समय अगस्त से नवम्बर की शुरुआत तक है। यह तब होता है जब वर्षा का मौसम समाप्त हो जाता है और सर्दियों का मौसम शुरू हो जाता है। यह मौसम दर्शनीय स्थलों के लिए सबसे अनुकूल है क्योंकि ऐसे वक्त सुन्दर आकर्षक नज़ारे तो होते ही हैं और साथ ही तापमान सहने योग्य होता है।

कैसे जाएँ?

वैचिन घाटी दूर स्थित है और इसलिए सड़क या रेलवे से अच्छी तरह से जुड़ा हुआ नहीं है। इसलिए इस मंज़िल तक पहुँचना मुश्किल ही नहीं नामुमकिन है।

हवाईजहाज से: हिमाचल प्रदेश में कुल्लू-मनाली हवाई अड्डा घाटी तक पहुँचने के लिए निकटतम हवाई अड्डा है। यहाँ से यात्रियों को घाटी तक पहुँचने के लिए सड़क परिवहन का उपयोग करना होगा।

ट्रेन से: नई दिल्ली से जोगिंदर नगर रेलवे स्टेशन के लिए टिकट बुक करें, जो इस स्थान से निकटतम रेलवे स्टेशन है, जो वैचिन घाटी से लगभग 129 कि°मी° दूर है। मलाणा गाँव के लिए बस या कैब लें, जो स्टेशन से 125 कि°मी° दूर है। बाक़ी दूरी तो पैदल ही तय करनी होगी।

सड़क मार्ग से: नई दिल्ली से भुंतर के लिए बस या कैब लें। भुंतर में बस बदलें और मलाणा गाँव के लिए निकल जाएँ। मलाणा से 3 कि°मी° की दूरी पर, गाँव से एक बांध क्षेत्र के लिए एक टैक्सी किराए पर लें। एक बार जब आप बांध पर पहुॅंच जाते हैं, तो आपको घाटी तक पहुँचने के लिए 4 कि°मी° की चढ़ाई करनी होगी।

कैसे घूमें?

घाटी के भीतर यात्रा करने का सबसे अच्छा और एकमात्र तरीका पैदल जाना है। मलाणा गाँव में बसें और टैक्सी उपलब्ध हैं।

वैचिन घाटी केवल शिविरार्थियों के लिए है। या तो आप अपने टेंट अपने साथ ले जा सकते हैं या आप उन्हें यहाँ के तीन कैम्पिंग स्थलों में से किसी में भी किराए पर ले सकते हैं। इन साइटों के प्रभारी यात्रियों के लिए भोजन की व्यवस्था भी करते हैं। टेंट की कीमत ₹900 से ₹1200 प्रति व्यक्ति है। आपको यहाँ टेंट प्री-बुक करने की ज़रूरत नहीं है। ऐसी कई कंपनियाँ हैं जो कसोल और मलाणा से वैचिन घाटी तक यात्राओं का आयोजन करती हैं। हालाँकि, ये केवल एक रात घाटी में रहने की अनुमति देते हैं। इसलिए बेहतर है कि पहले यहाँ पहुँचें और फ़िर यहाँ के स्थानीय लोगों से टेंट मॅंगवा लें।

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