इस चैत्र के नवरात्रि में आप भी जाए।मां दुर्गा के इस खास मन्दिर में जहां मांगी हुई। मुरादें जरूर पूरी

Tripoto
9th Apr 2024
Photo of इस चैत्र के नवरात्रि में आप भी जाए।मां दुर्गा के इस खास मन्दिर में जहां मांगी हुई। मुरादें जरूर पूरी by Kumari Swati
Day 1

नवरात्रि के इस पावन दिनों में भक्त मां दुर्गा के दर्शन के लिए फेमस और प्राचीन मंदिरों में दर्शन करने के लिए पहुंचते रहते हैं। क्योंकि हिन्दू धर्म में मां दुर्गा सबसे पूजनीय देवी में से एक हैं। और भक्तों के लिए मां दुर्गा कई शक्तियों के रूप में पूजनीय हैं। तो आज हम आपको मां के एक ऐसी ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं।

मां ब्रह्मचारिणी दुर्गा का मंदिर।

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जी हां, जिस मंदिर के बारे में हम आपसे जिक्र कर रहे हैं उस पवित्र मंदिर का नाम है 'मां ब्रह्मचारिणी दुर्गा का मन्दिर'। यह पवित्र और फेमस मंदिर किसी और स्थान नहीं बल्कि भारत की पवित्र नगरी यानी वाराणसी में है। कहा जाता है कि मां दुर्गा की नवशक्ति का दूसरा स्वरूप ब्रह्मचारिणी है, और हिन्दू धर्म में मां दुर्गा सबसे पूजनीय देवी में से एक हैं। भक्तों के लिए मां दुर्गा कई शक्तियों के रूप में पूजनीय हैं। और नवरात्रि के इस पावन दिनों में भक्त मां दुर्गा के दर्शन के लिए कई सारे प्राचीन मंदिरों में भी दर्शन करने के लिए पहुंचते रहते हैं। तो दोस्तों,आज हम इस आर्टिकल में हम आपको एक ऐसे ही मंदिर के बारे में बताने जा रहे हैं जहां जो भी भक्त सच्चे मन से दर्शन करने के लिए जाता है उनकी सभी मुरादे अवश्य पूरी हो जाती हैं।

मां ब्रह्मचारिणी दुर्गा की पौराणिक मान्यता।

Photo of इस चैत्र के नवरात्रि में आप भी जाए।मां दुर्गा के इस खास मन्दिर में जहां मांगी हुई। मुरादें जरूर पूरी by Kumari Swati
Photo of इस चैत्र के नवरात्रि में आप भी जाए।मां दुर्गा के इस खास मन्दिर में जहां मांगी हुई। मुरादें जरूर पूरी by Kumari Swati

मां ब्रह्मचारिणी मंदिर की पौराणिक कथा बेहद ही खास है। मां ब्रह्मचारिणी के बारे में कहा जाता है कि वो हिमालय पर्वत और मैना की पुत्री थी। भगवान शिव को पति के रूप में पाने के लिए उन्होंने बहुत ही कठिन तपस्या की थी। और मां ब्रह्मचारिणी के बारे में यह भी कहा जाता है कि कई वर्षों तक कठिन तपस्या करने के कारण उनका शरीर क्षीण हो गया था।और इस तपस्या को देवताओं और ऋषि-मुनियों ने भी अद्वितीय बताया था। और एक और पौराणिक कथा है की उन्होंने वर्षों तक फल-फूल खाकर और जमीन पर रहकर घोर तपस्या की थी। आपको बता दें कि काशी के गंगा किनारे बालाजी घाट पर स्थित मां ब्रह्मचारिणी दुर्गा मंदिर में भक्तो की भीड़ सुबह से ही लग जाती हैं।और खासकर नवरात्रि के दिनों में भक्त लोग 2 बजे रात से ही दर्शन के लिए प्रसाद लेकर लाइन में लग जाते हैं। और नवरात्रि के दिनों में तो यहां कई कार्यक्रम का भी आयोजन होता है। और कहा जाता है कि काशी में रामलीला का भी आयोजन होता है।और मान्यता है कि जो भी भक्त सच्चे मन से मां की पूजा करते हैं तो उनकी मुरादें अवश्य पूरी हो जाती हैं।

मां ब्रह्मचारिणी मंदिर कैसे पहुंचें?

तो आइए हम आपको बताते हैं कि आप भारत के किसी भी राज्य,शहर से आसानी से मां ब्रह्मचारिणी मंदिर पहुंचा जा सकता है। इसके लिए मुंबई, कोलकाता, चेन्नई, दिल्ली आदि किसी भी शहर से ट्रेन के माध्यम से वाराणसी रेलवे स्टेशन पहुंच सकते हैं। और वाराणसी रेलवे स्टेशन में आप टैक्सी या कैब लेकर आसानी से मंदिर पहुंच सकते हैं।और हा अगर आप हवाई सफर से मां ब्रह्मचारिणी मंदिर पहुंचना चाहते हैं, तो आप लाल बहादुर शास्त्री अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से ही आपको टैक्सी या कैब लेकर मंदिर घूमने के लिए जा सकते हैं।

वाराणसी में रुकने की लिए जगहें।

आपको बता दें कि वाराणसी में ठहरने के लिए एक से एक बेहतरीन होटल या गेस्ट हाउस मिल जाएंगे। तो आप आसानी से कहीं भी होटल या गेस्ट हाउस में ठहर सकते हैं। और इस माता के चमत्कारी मंदिर में दर्शन कर सकते हैं

उम्मीद करते हैं आपको हमारा यह आर्टिकल पसंद आया होगा, अपने विचारों को प्रकट करने के लिए हमें कॉमेंट बॉक्स में ज़रूर बताएं।

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