
अगर आप जयपुर घूमने जाते हैं, तो नाहरगढ़ फोर्ट जरूर जाएं अरावली की पहाड़ियों पर स्थित यह नाहरगढ़ दुर्ग जयपुर शहर का बहुत शानदार दृश्य प्रस्तुत करता है। उस समय यह किला की तीन सूत्रीय- रक्षा रणनीति का हिस्सा था जिसमें जयगढ़ ,आमेर किला भी शामिल था। शहर में आने वाले यात्रियों के लिए यह प्रमुख आकर्षण का केंद्र है। नाहरगढ़ का वास्तुकला- नाहरगढ़ किला वास्तु कला इंडो यूरोपियन शैली में बनाया गया है। किले में एक भव्य प्रवेश द्वार है। किले परिसर के अंदर मंदिर, वैक्स म्यूजियम, रेस्टोरेंट आदि मौजूद है।किले की लहरदार दीवारें कई किलोमीटर तक फैली हुई है।
माधवेंद्र सिंह भवन पैलेस किले के सबसे आकर्षक संरचना है। सवाई माधो सिंह द्वारा निर्मितहै। इस दो मंजिला इमारत में राजा और रानियां के लिएअलग-अलग क्वार्टर बनाए गए हैं lनौ रानियां के लिएनौअलग-अलग भवन बनाए गए हैं । नाहर गढ़ किले में दो बावड़िया है ।






नाहरगढ़ किला वर्तमान में -आज नाहरगढ़ किला जयपुर के अद्भुत किलों में से एक है ।जो जयपुर शहर के अतीत के गौरवशाली इतिहास की गाथा सुनाता है। जयपुर शहर के मनमोहक सूर्यास्त दृश्य का आनंद लेने का भी शानदार जगह है। किले का प्रवेश शुल्क-भारतीय नागरिकों के लिए शुल्क -50 रुपए।
विदेशी नागरिकों के लिए शुल्क-300 रुपए ।
जयपुर मोम संग्रहालय - जयपुर में नाहरगढ़ का मोम संग्रहालय की यात्रा सबसे अच्छी मानी जाती है।
2016 में इसका उद्घाटन बॉलीवुड अभिनेता गोविंदा द्वारा किया गया , संग्रहालय में बॉलीवुड, राजनीति ,खेल, सामाजिक , स्वतंत्रता सेनानी सामाजिक गतिविधियों तथा जयपुर के शाही परिवार संबंधी मूर्तियां 35 से अधिक मूर्तियां इस संग्रहालय में मौजूद है। इसमें महात्मा गांधी से लेकर अमिताभ बच्चन ,सचिन तेंदुलकर कल्पना चावला कल्पना चावला महारानी गायत्री देवी आदि
हस्तियों की मूर्तियां शामिल है।
संग्रहालय का समय -सुबह 10:00 बजे से, शाम को 6:30 बजे तक।
संग्रहालय में प्रवेश शुल्क - भारतीयों के लिए शुल्क ₹500
विदेशी नागरिकों के लिए शुल्क -₹700।
रंग-बिरंगे कांच से बना शीश महल -केले परिसर में रंग बिरंगी कांच से बना शीश महल है। अनूठा दर्पण का महल है इसमें लाल पीले हरे सुनहरे कांच का प्रयोग किया गया मिलियन कांच का प्रयोग हुआ है। यह हाल राजपूताना युग की समृद्धि को जीवंत करता है हाल के अंदर विभिन्न कलाकृतियां फूल, झूमर हस्त निर्मित पेंटिंग शामिल है।
परिसर में महारानी की सवारी गाड़ी, लोक कलाकारों की मूर्तियां, फूल बगीचे बने हुए हैं।
नाहरगढ़ किले मे रेस्टोरेंट - वर्तमान में नाहरगढ़ किले में दो रिश्तेदार संचालित हो रहे हैं। इसमें सभी प्रकार के व्यंजन मिलते हैं। किला शाम को बंद हो जा है है हो जाता है लेकिन रेस्टोरेंट ररात 10:00 बजे तक चलता रहता है। रेस्टोरेंट में मादक पेय भी परोसा जाता है।
रेस्टोरेंट खुलने का समय - सुबह 11:00 बजे से लेकर, रात के 11:00 बजे तक
खाने की लागत -दो व्यक्तियों के लिए लगभग 3000।
नाहरगढ़ किले के पास का आकर्षण-
जल महल जल।
जयगढ़ फोर्ट ।
आमिर का किला।