हिंदू धर्म में बहुश्वर पूजा का विधान है। कहने का मतलब ये है की हिंदू धर्म में काफी सारे भगवानों को पूजने का चलन है। वैसे तो कुछ मुख्य देवताओं को पूजने का चलन पूरे देश में है। जैसे की ब्रह्मा , विष्णु , महेश , देवी , शक्ति , गणेश इत्यादि लेकिन छेत्र विशेष में भी कुछ देवताओं को पूजने का चलन है। वर्तमान समय में भी कुछ देवताओं को पूजने का चलन काफी बढ़ा है। उन्ही में से एक प्रमुख देवता है। राजस्थान के सीकर क्षेत्र में स्थित खाटू श्याम जी का । आज के दौर में खाटू श्याम जी को मानने वाले लोगो की कोई कमी नही है। खासकर उत्तर भारत के क्षेत्र में तो खाटू श्याम ने आस्था रखने वालों की कोई कमी नही है। लोगो का विश्वास है की खाटू श्याम हारे का सहारा है। मतलब की जो लोग दर दर की ठोकरें खा खाकर भी परेशान है। ऐसी मान्यता है की उन लोगो की सभी परेशानी का हल सिर्फ खाटू श्याम जी के पास है ।
खाटू श्याम जी को जीवंत देवता माना जाता है। उन्हे द्वापर युग में भगवान श्री कृष्ण से आशीर्वाद प्राप्त हुआ था की वो कलयुग में एक प्रमुख देवता है। उन्हे तीन बाण धारी भी कहा जाता कहा तो ये भी जाता है की भगवान खाटू श्याम जी महाबली भीम के प्रपोर्त्र थे। जो की अत्यंत बलशाली थे । उनमें इतना साहस था वो महाभारत का युद्ध 1 दिन में समाप्त कर सकते थे । लेकिन श्री कृष्ण ये नही चाहते थे की ऐसा हो। इसी लिए श्री कृष्ण ने खाटू श्याम जी से उनका सीश मांग लिया जो की उन्होंने हस्ते हस्ते दे दिया इसीलिए उन्हें सीस का दानी भी कहा जाता है। उनके इसी अदम्य साहस से प्रेरित होकर श्री कृष्ण ने उन्हें कई वरदान दिए।
जिनमे से एक था की वो कलयुग में मुख्य देवता होंगे। और सदैव हारो का सहारा बनेंगे। और वर्तमान में हम कह सकते है। खाटू श्याम जी आज एक बहुत शक्तिशाली ,परोपकारी , जल्दी प्रसन्न होने वाले देवता है ।
वैसे तो राजस्थान के सीकर नामक क्षेत्र में रिंगस नाम के छोटे से शहर में खाटू श्याम जी का एक विशाल मंदिर स्थापित है। भारत भर के खाटू श्याम प्रेमी इस मंदिर में पूजा अर्चना के लिए जाते है । लेकिन दिल्ली में भी एक बड़ा शानदार और मनमोहक खाटू श्याम जी को समर्पित एक मंदिर है। जोकि हुबहू रिंगस वाले मंदिर की तरह ही है ।
आसान शब्दों में कहें तो दिल्ली एनसीआर में रहने वाले शयाम प्रेमियों के लिए के लिए तो ये मंदिर किसी वरदान से कम नहीं है। ये मंदिर भी वैसा ही शानदार है। यहां भी वो स्पेशल वाली फीलिंग होती है। जो रिंगस जाकर होती है।
इस मंदिर में 36 धामों को समर्पित मंदिर भी है। इस दिल्ली वाले मंदिर में भी पूजा बिलकुल उसी प्रकार पूजा की जाती है। या बिलकुल
दिल्ली में तो वैसे भी सभी देश धर्मो, पंथो को मानने वालो की कोई कमी नही है। तो अगर आप भी खाटू श्याम में आस्था रखते है। तो आपको भी दिल्ली स्थित खाटू श्याम दरबार में हाजिरी लगानी बनती है ।
पता – जीटी करनाल रोड खाटू श्याम मुख्य दरबार दिल्ली