दोस्तों मुंबई सपनों का शहर हैं, बालीवुड हैं, बड़ी बड़ी ईमारतें हैं, लोग आकर्षीत होते है इस शहर में आने के लिए। मुंबई आकर मैंने गेट वे आफ इंडिया घूमने का मन बनाया, उसके पास ही मशहूर फाईव सटार ताज होटल है| ताज होटल की फोटो खींचकर कर गेट वे आफ इंडिया की ओर चल पड़ा। मुंबई भारत का सबसे बड़ा शहर है| यह भारत की आर्थिक राजधानी भी है| हर साल लाखों लोग छोटे शहरों से अपनी आखों में बड़े सपने सजाकर मुंबई आते है इसलिए इसको सपनो का शहर या माया नगरी मुंबई के नाम से भी जाना जाता है| मुंबई महारष्ट्र की राजधानी है| मुंबई में घूमने के लिए बहुत कुछ है| आईए इस पोस्ट में जानते हैं मुंबई में कया देख सकते हैं|
गेट वे आफ इंडिया
इस ईमारत का निर्माण 1911 ईसवी में किंग जार्ज 5 की भारत यात्रा के लिए किया गया था, लेकिन यह पूरा 1924 में हुआ| यह इस ईमारत का ईतिहास हैं। अब यह मुंबई की पहचान बन गई हैं यह गेट वे आफ इंडिया की ईमारत, भेलपुरी बेचने वाले से भेलपूरी खाकर, पानी की बोतल खरीदकर मैं कुछ समय इस ईमारत को निहारता रहा| जो भी मुंबई घूमने आता है तो एक बार गेट वे आफ इंडिया जरूर जाता है| यह जगह सचमुच लाजवाब है|
एलिफेंटा की गुफ़ाएँ महाराष्ट्र के मुंबई से करीब 11 किलोमीटर दूर एक टापू में स्थित हैं। एलिफेंटा की 7 गुफ़ाएँ हैं, जिनमें पांच गुफाएं हिंदुयों की है तो दो बौद्ध गुफा है। इन गुफायों का निर्माण सिल्हारा राजा द्वारा किया गया था।
मुख्य गुफा में 26 स्तंभ हैं, जिसमें शिव को कई रूपों में उकेरा गया हैं। पहाड़ियों को काटकर बनाई गई ये मूर्तियाँ दक्षिण भारतीय मूर्तिकला से प्रेरित है। इसके अलावा यह भी कहा जाता है कि, चालुक्य राजवंश राजकुमार ने जंग जीतने के बाद यहां भगवान शिव के विशाल मंदिर का निर्माण कराया था। लेकिन बाद में जब यहां पुर्तगाली आये और उन्होंने पुरानी गुफायों को छिन्न भिन्न करके हाथियों की मूर्तियाँ बनवाई तो इस गुफा को घारापुरी गुफा से बदलकर एलिफेंटा नाम दे दिया गया।
1987 में यूनेस्को द्वारा एलीफेंटा गुफ़ाओं को विश्व धरोहर घोषित किया गया है।
कोलाबा स्थित गेटवे ऑफ इंडिया टर्मिनल से इस द्वीप पर नौका द्वारा पहुंचा जा सकता है। यहां जाने का किराया बहुत सस्ता है और ये सेवा व्यक्ति को हर एक घंटे में दो बार उपलब्ध होती है। टूरिस्ट नौका के माध्यम से यहां एक घंटे के अंतराल में पहुंचते हैं।
जहागीर आर्ट गैलरी
गेट वे आफ इंडिया के समीप ही जहांगीर आर्ट गैलरी है,जिस में हमेशा कोई प्रदर्शनी होती है। भारतीय मुफ्त में देख सकते है| यहाँ किसी न किसी कलाकार की कोई न कोई प्रदर्शनी लगी रहती है| कला प्रेमियों को यह जगह बहुत पसंद आती है| अगर आप के पास समय हो तो जहांगीर आर्ट गैलरी देखने जरूर जाना|
सिद्धिविनायक मन्दिर मुम्बई
मुंबई में स्थित एक प्रसिद्ध गणेशमन्दिर है। सिद्घिविनायक, गणेश जी का सबसे लोकप्रिय रूप है। गणेश जी जिन प्रतिमाओं की सूड़ दाईं तरह मुड़ी होती है, वे सिद्घपीठ से जुड़ी होती हैं और उनके मंदिर सिद्घिविनायक मंदिर कहलाते हैं। कहते हैं कि सिद्धि विनायक की महिमा अपरंपार है वे भक्तों की मनोकामना को तुरन्त पूरा करते हैं। मान्यता है कि ऐसे गणपति बहुत ही जल्दी प्रसन्न होते हैं और उतनी ही जल्दी कुपित भी होते हैं। मुंबई घूमने वाले लोगों की लिस्ट में इस मंदिर का नाम भी शामिल रहता है|
चौपाटी बीच मुंबई
पंजाब से समुद्र बहुत दूर हैं, इसलिए हम पंजाबियों को समुद्र देखने का सपना होता हैं, सबसे पहले समुद्र भी मुबंई में अरब सागर देखा
आज बात करूंगा मुंबई की मशहूर चौपाटी बीच की जो बहुत बड़ी बीच हैं, मुंबई यात्रा में इस बीच के भी दर्शन किए, मुबंई की भेलपूरी खाई, साथ में दो तीन वड़ा पाव भी निगल लिए, ऊपर से पयास बुझाने के लिए नीबू पानी पंजाब की सकंजवी पी ली, बीच की रेत मुझे बहुत आकर्षक लग रही थी, दूर से दिख रही बड़ी बड़ी ईमारतें बहुत खूबसूरत लग रही थी, बाकी मुंबई की ईमारते बड़ी बड़ी है|
बीच पर समुद्र को काफी देर तक निहारता रहा, आती हुई अरब सागर की लहरें जब मेरे पैरों के साथ लगी तो मैं बहुत आनंदित हो गया।