रोमांच और एडवेंचर के शौकीनों के लिए खुशखबरी उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में अब पर्यटक रिवर राफ्टिंग का लुफ्त उठा सकेंगे। हर्षिल घाटी अपनी नैसर्गिक सुंदरता के लिए पहले से ही पर्यटकों की पहली पसंद रही है। अब पर्यटक यहां वाटर स्पोर्ट्स का आनंद भी उठा सकेंगे।
उत्तराखंड पर्यटन विकास बोर्ड (UTDB) ने उत्तरकाशी स्थित हरसिल घाटी में भागीरथी नदी पर व्हाइट वाटर राफ्टिंग शुरू करने की घोषणा की है। अब तक, घाटी को चार धाम तीर्थयात्रा और इसके सुंदर ट्रेकिंग मार्गों के लिए जाना जाता है,लेकिन अब पर्यटन को बढ़ावा देने के लिए इसमें एक और कड़ी जोड दिया गया है। इस पहल से इस क्षेत्र में पर्यटन को एक अलग पहचान मिलेगी।
रिपोर्ट्स की मानें तो यह पहल वाइब्रेंट विलेज स्कीम का हिस्सा होगी। अब तक, यूटीडीबी ने भागीरथी पर जांगला और झाला पुलों के बीच के खंड सहित तीन रिवर राफ्टिंग स्थलों की पहचान की है।
राफ्टिंग के लिए एक हजार की फीस निर्धारित
रिवर राफ्टिंग गाइड अभिषेक ने बताया कि राफ्टिंग के लिए एक हजार रुपये फीस निर्धारित की गई है।इस दौरान झरने वाले स्पॉट पर भी पर्यटकों को घुमाया जा रहा है, जो सेल्फी प्वाइंट बनाता जा रहा है।राफ्टिंग के दौरान पर्यटक हर्षिल के सुंदर नजारों का भी दीदार कर रहे हैं, जिससे पर्यटक काफी उत्साहित नजर आ रहे हैं।
पर्यटन उद्योग को मिलेगा बढ़ावा
यूटीडीबी के अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी कर्नल अश्विनी पुंडीर ने इस बारे में विस्तार से बताते हुए कहा कि हर्षिल घाटी में रिवर राफ्टिंग की शुरुआत उत्तराखंड के पर्यटन उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर है, क्योंकि यह आगंतुकों के लिए एक नया और अनूठा अनुभव प्रदान करेगा। जिससे स्थानीय अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने में भी मदद मिलेगी।
अन्य राफ्टिंग कंपनी व व्यक्तियों से पंजीकरण के लिए प्रस्ताव मांगे गए हैं, जिससे हर्षिल घाटी में बेहतर ढंग से संचालन हो सके। इसके लिए कम से कम दो राफ्ट होनी जरूरी है। प्रत्येक राफ्ट के लिए में एक गाइड, एक प्रशिक्षु गाइड, रेस्क्यू क्याक, राफ्टिंग के समस्त उपकरण, हाईपोथर्मिया से बचाव के लिए उचित उपकरणों की अनिर्वायता रखी गई है।
हरसिल उत्तरकाशी शहर से लगभग 30 किमी दूर स्थित है, और सड़क मार्ग से आसानी से पहुँचा जा सकता है। ऐसा माना जाता है कि हर्षिल घाटी में प्रतिस्पर्धात्मक राफ्टिंग उद्योग के विकास से देश भर से और अधिक पर्यटक आकर्षित होंगे।
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