जेष्ठ माह को हनुमान जी का माह माना जाता हैं । ऐसे में अगर आप भी प्लान बना रहे है। इस माह में हनुमान जी के दर्शन करने के तो हम आज आपको एक ऐसी जगह के बारे में बता रहे है। जहाँ पर आपको एक बार जरूर जाना चाहिए हम बात कर रहे है। राजस्थान के मेहंदीपुर बाला जी के जहा पर जाने से लोगो के कस्ट दूर हो जाते है। माना जाता हैं बाला जी के दर्शन करने से भूत प्रेत का साया भी हट जाता है। इस मंदिर में दर्शन करने प्यूर भारत से हर साल लाखों लोग आते है। बाला जी मंदिर में भैरव बाबा की भी मूर्ति स्थापित है। और इस मंदिर में एक प्रेत राज का भी कमरा मौजूद हैं । मंदिर में आने वाले भक्त बाला जी को बूंदी के लड्डू और भैरव बाबा को उरद की दाल की खिचड़ी चढ़ाते है।
मेहंदीपुर बाला जी के बारे में रोचक तथ्य इतिहास और मंदिर की जानकारी :-
मेहंदीपुर बाला जी का मंदिर 1000 साल से भी पुराना है। बताया जाता है कि यह मंदिर किसी के द्वारा बनाया नही गया है। लोगों की माने तो अरावती की पहाड़ियों के बीच हनुमान जी की मूर्ति सयम्भू है। आज यह मंदिर जहा पर है वहाँ पर पहले घाना जंगल हुआ करता था। इस मंदिर के बारे में बताया जाता है। कि इस मंदिर में जादुई सक्तिया मौजूद है। और इस मंदिर में आने वाले भक्तों को बुरी आत्माओं से मुक्ति मिलती है। अगर किसी व्यक्ति के ऊपर किसी बुरी सकती का साया है ।तो इस मंदिर के अंदर प्रवेश करते है। वह व्यक्ति बहुत तेजी से चिल्लाता हुआ भाग कर अपने आप प्रेतराज के कमरे में पहुच जाता है। इस मंदिर में बाला जी के रूप में हनुमानजी भैरोव बाबा और प्रेतराज 3 देवता मौजूद है। जिसमे से मुख्य रूप से बाला जी की प्यूर की जाती है। लोगो की माने तो इस मंदिर में चढ़ने वाला प्रसाद घर नही लाया जाता है। उसे वही खा लिया जाता है या फिर किसी को दे दिया जाता है। जहाँ किसी मंदिर में जाने पर आपको घंटी की आवाज सुनाई देती है वही इस मंदिर में प्रवेश करने के बाद यहाँ लोगो के चिल्लाने की आवाजें सुनाई देती है जो कि आपको डरा भी सकती है। इस मंदिर में बहुत प्रेत से पीड़ित लोगों को देख कर आपका भी दिल की धड़कने बढ़ जाएंगी और किसी हॉरर मूवी की सीन जैसा प्रतीत होगा। यहां मंदिर राजस्थान में मौजूद है। जहाँ पर सबसे अधिक गर्मी पड़ती है। लेकिन इस मंदिर में जाने के बाद आपको कुछ पलों के लिए पीठ पर ठंढ महसूस होगीं इस मंदिर में दर्शन करने के लिए लोगो को घंटो तक लाइन में लगे रहना पड़ता है क्यों कि इस मंदिर में भक्तों की संख्या बहुत अधिक रहती है। मंदिर के बाहर दुकानों पर मिलने वाली छोटी छोटी काले रंग की बालों को ले कर अपने सिर के चारो तरफ घूमा कर आग में फेंक जाता है और उसके बाद बालाजी महाराज आपको सभी प्रकार के कस्ट से छुटकारा दिलाते है। बताया जाता है। मेहंदीपुर बालाजी के दर्शन करने के बाद मंदिर से निकलते समय पीछे मुड़ कर बिल्कुल भी नही देखना चाहिए क्यों कि आपको नही पताहोता है कि एक बुरी आत्मा आपको देख रही होती है और पीछे मुड़ के देखने से आप उसको निमंत्रण दे रहे होते है। इस मंदिर में प्रवेश करने के बाद किसी अनजान से बात करना और किसी को छूने से बचे। मंदिर में जाने से पहले प्याज लहसुन नॉनवेज और शराब का सेवन बिल्कुल भी न करे। मान्यता यह भी है कि मंदिर में दर्शन करने के बाद कम से कम 14 दिन तक लहसुन प्याज नॉनवेज और शराब का सेवन नही करना चाहिए।
मेहंदीपुर में रहना खाना :-
अगर आप भी मेहंदीपुर बालाजी जी जा रहे है तो वहाँ ठहरने की बिल्कुल भी टेंशन न ले क्यों कि मेहंदीपुर में रहने के लिए बहुत से होटल और धर्मशाला मौजूद है। जिनमे आप ढहर सकते हैं । जिनका किराया भी ज्यादा नही होता है। मेहंदीपुर में होटल आपको 400 रुपये से और धर्मशाला 200 रुपये से प्रतिदिन के हिसाब से मिल जाएंगे। मेहंदीपुर में खाना भी आपको बहुत सस्ता और लाजवाब स्वाद का मिल जाएगा। मंदिर परिसर के बह्यर आपको बहुत से होटल और रेस्टोरेंट मिल जाएंगे जहा पर आप खाना खा सकते है। लेकिन एक बात का ध्यान रखे कि मंदिर के अंदर कुछ भी न खाए और न पिएं वापस जाते वक्त यहाँ से कुछ भी न खरीद कर ले जाये खाने पीने का सामान और अगर आपके पास कुछ है तो उसे वही छोड़ दे और पानी की बोतल को भी खाली कर दे उसके बाद ही आप बालाजी से अपने घर के लिए प्रस्थान करे।
मेहंदीपुर बालाजी मंदिर के नियम और सावधानियां :-
1 जब भी आप मंदिर में दर्शन के लिए जाए तो किसी अजनबी से बात करने से बचे।
2 किसी भी अजनबी को स्पर्श न करे और न किसी को स्पर्श करने दे
3 जब आप लाइन में लगे हो तो अगर कोई पीछे से चिल्लाते हुए आये तो उसे रास्ता दे और उसके स्पर्श से बचे तथा उसको देख कर हँसे नही।
4 मंदिर के अंदर कुछ भी खाए पिये नही।
5 मेहंदीपुर बालाजी जाने से पहले प्याज लहसुन नॉनवेज और शराब का सेवन न करे और वापस आने के बाद 15 दिनों तक इन सब का सेवन बन्द करदे।
6 दर्शन के बाद घर वापस जाते समय कोई भी खाने पीने का समय अपने साथ वापस न ले जाये। अगर आपके पास कुछ हो तो उसे वही फेक दे और पानी की बोटल को भी खाली कर दे।
7 मंदिर से बाहर जाते समय पीछे मुड़ कर बिल्कुल भी न देखे।
8 मंदिर का प्रसाद अपने घर न ले जाये।
बालाजी मंदिर में दर्शन 24 घंटे होते है तो आप किसी भी समय मंदिर में जा कर दर्शन कर सकते है।
कैसे पहुँचे :-
बालाजी आप तीनो मार्गो से पहुच सकते है।
रेल मार्ग :-
रेल मार्ग से जाने के लिए तो सबसे पहले अपने शहर से बांदीकुई जक्शन के लिए ट्रेन पकड़ ले अगर आपके शहर से बांदीकुई की कोई ट्रैन नही मौजूद है तो आप अपने शहर से दिल्ली आ जाये वहाँ से आपको बांदीकुई के लिए आसानी से ट्रेन मिल जाएगी बांदीकुई से आपको टैक्सी मिल जाएगी जो कि आपको बालाजी मंदिर तक छोड़ देगी
हवाई मार्ग :- हवाई मार्ग से जाने के लिए मेहंदीपुर से सबसे नजदीकी हवाई अड्डा जयपुर है जहाँ से मेहंदीपुर 70 किमी पड़ेगा। जिसके लिए आप शेयरिंग टैक्सी करके आप मेहंदीपुर पहुच सकते है।
सड़क मार्ग से:-
मेहंदीपुर शहर देश के प्रमुख शहरों से सड़क मार्ग से जुड़ा हुआ है। तो आप मेहंदीपुर आसानी से सड़क मार्ग से पहुच सकते है। मेहंदीपुर आगरा जयपुर हाईवे के किनारे पर ही बसा हुआ है।