दिल्ली एनसीआर के चमचमाते शहर नोएडा की अपनी अलग पहचान है। चौड़ी साफ सुथरी सड़के , विश्व स्तरीय, देशी विदेशी कंपनियों के ऑफिस, शान की सवारी मेट्रो , आसमान छूती इमारतें, शॉपिंग मॉल,आधुनिक जीवन शैली से संबंधित शायद ही ऐसी कोई चीज हो जो आपको यहां न मिले । और तो और भविष्य में एक अंतर्राष्ट्रीय हवाई अड्डा, फिल्म सिटी , इत्यादि चीजे भी आ रही है। इस शहर की पहचान में चार चांद लगाने के लिए ।
दिल्ली एनसीआर के लोगो की आंखों का तारा है ये शहर।
लोग दूर दराज से आते है इस शहर में अपनी किस्मत आजमाने। लेकिन क्या आपको पता है की भारतीय इतिहास, किस्से कहानियों, वेद पुराणों में वर्णित सबसे चर्चित, कुख्यात, खलनायक , दशानन " रावण" का भी
इस जगह से नाता है । पौराणिक कथाओं और मान्यताओं के अनुसार रावण का जन्म नोएडा के ही एक गांव " बिसरख "
में हुआ था । रावण के पिता एक ब्राह्मण ऋषि विषर्व थे ।
विषर्व के नाम पर ही इस गांव का नाम बिसरख पड़ा ।
बिसरख गांव के लोग रावण को अपना बेटा मानते है ।
तथा यहां रावण दहन भी नही किया जाता । अपितु यहां रावण को देवता मानकर उसकी पूजा भी की जाती है। और तो और यहां रामलीला का मंचन भी नही किया जाता ।
कुछ कहानियों के अनुसार कुछ सालों में जब जब रामलीला का मंचन किया गया । तब तब गांव पर मुसीबतों का पहाड़ टूट पड़ा तब से गांव वाले अब यहां रामलीला नही करवाते ।
रावण शिव भक्त था। उसने यहां कई शिव मंदिर भी स्थापित किए थे। यहां वर्तमान में भी एक भव्य शिव मंदिर है।
जिसकी दूर दराज के लोगो में काफी मान्यता है । यहां के लोग रावण को बुरा या खलनायक नही मानते । अपितु वे तो रावण को प्रकांड विद्वान, पंडित, महाबलशाली, देवता समझते है।
कुछ लोग तो अपने वाहनों, गाड़ियों, मोटर साइकिल इत्यादि पर भी जय रावण लिखवाते है। ऐसा मैने व्यक्तिगत रूप से देखा है। यहां नवरात्रि में और दशहरे पर रावण दहन भी नही
किया जाता । इस गांव के लोग रावण को अपना पूर्वज मानते है। तथा रावण को काफी सम्मान की दृष्टि से देखा जाता है।
आप उपरोक्त तथ्यों की जांच पड़ताल इंटरनेट के माध्यम से भी कर सकते है । कभी कभी यकीन करना मुश्किल हो जाता है । की नोएडा जैसे अत्याधुनिक सुविधाओं से युक्त शहर का इतिहास नोएडा जैसे खलनायक के साथ भी जुड़ा हो सकता है।
आप सभी का किसी कारण वश नोएडा आना होता ही होगा
चाहे दोस्तो के साथ शॉपिंग करना हो , फिल्म देखनी हो , या और किसी कारण से। तो कोशिश करे बिसरख गांव जरूर जाएं।
नोट – अगर किसी ने इस गांव की यात्रा की है । तो
कमेंट बॉक्स में जरूर हाजिरी दे ।
ये जानकारी आपको कैसी लगी। हमे जरूर बताइए।