बद्रीनाथ जी के दर्शन करने के बाद भारत का पहला गांव माना भी घूमने जा सकते हैं इसे पहले भारत का अंतिम गांव बोला जाता था लेकिन गवर्नमेंट ने 2023 में इसमें कुछ बदलाव किया और इसे भारत का पहला गांव डिक्लेअर किया यहां जाने के लिए बदरीनाथ बस स्टैंड से 500 से ₹800 में आप टैक्सी बुक कर सकते हैं यहां 2:30 3 घंटे में आप आराम से घूम सकते हैं पूरा माना गांव यहां सबसे प्रमुख घूमने के स्थान है वेदव्यास जी की गुफा जहां पर उन्होंने वेदों की रचना की थी उसके साथ में गणेश गुफा जहां गणेश जी ने अपने दोनों हाथों से वेद लिखे थे आप चाहे तो वसुंधरा फॉल देखने जा सकते हैं यहां पैदल ट्रेक होता है लगभग 3 से 4 घंटे का
माना गांव में भीमपुल भी है ऐसा कहा जाता है कि जब भीम स्वर्ग की ओर जा रहे थे तब भीम ने एक बड़ा पत्थर उठाकर सरस्वती नदी पर रख दिया था जिससे सभी पांडवों ने नदी पार की थी वह पत्थर आज भी वहां पर मौजूद है साथ ही साथ आप माना गांव में चाय की दुकान पर खूबसूरत नजारों के साथ चाय का भी आनंद ले सकते हैं वहां से दिखने वाले नजारे बहुत ही खूबसूरत है
माना गांव में हाथ से बने हुए उनके कपड़े भी मिल जाते हैं जिसमें साल जुराबे सिर की टोपी आदि हाथों से बनी हुई मिल जाती है यहां के स्थानीय लोग हाथों से बुनकर इन्हें बेचते हैं यहां से सामान खरीदने से स्थानीय लोगों को थोड़ी आर्थिक मदद भी हो जाती है इसलिए आप अगर माना गांव घूमने जाए तो यहां से कुछ सामान जरूर खरीदें