भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा

Tripoto
30th Apr 2023
Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle
Day 1

बद्रीनाथ जी के दर्शन करने के बाद भारत का पहला गांव माना भी घूमने जा सकते हैं इसे पहले भारत का अंतिम गांव बोला जाता था लेकिन गवर्नमेंट ने 2023 में इसमें कुछ बदलाव किया और इसे भारत का पहला गांव डिक्लेअर किया यहां जाने के लिए बदरीनाथ बस स्टैंड से 500 से ₹800 में आप टैक्सी बुक कर सकते हैं यहां 2:30 3 घंटे में आप आराम से घूम सकते हैं पूरा माना गांव यहां सबसे प्रमुख घूमने के स्थान है वेदव्यास जी की गुफा जहां पर उन्होंने वेदों की रचना की थी उसके साथ में गणेश गुफा जहां गणेश जी ने अपने दोनों हाथों से वेद लिखे थे आप चाहे तो वसुंधरा फॉल देखने जा सकते हैं यहां पैदल ट्रेक  होता है लगभग 3 से 4 घंटे का

माना गांव

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

अभी यहां भारत का पहला गांव है

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

वेदव्यास जी की गुफा

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

चाय की दुकान

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

भारत की आखिरी चाय की दुकान

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

गांव में कुछ दीवारों पर मनी खूबसूरत तस्वीरें

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

गणेश जी की गुफा

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

पुराणों के बारे में कुछ जानकारी

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

गणेश जी और वेदव्यास जी की तस्वीर

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

सरस्वती नदी पर भीम पुल

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle
Day 2

माना गांव में भीमपुल भी है ऐसा कहा जाता है कि जब भीम स्वर्ग की ओर जा रहे थे तब भीम ने एक बड़ा पत्थर उठाकर सरस्वती नदी पर रख दिया था जिससे सभी पांडवों ने नदी पार की थी वह पत्थर आज भी वहां पर मौजूद है साथ ही साथ आप माना गांव में चाय की दुकान पर खूबसूरत नजारों के साथ चाय का भी आनंद ले सकते हैं वहां से दिखने वाले नजारे बहुत ही खूबसूरत है
माना गांव में हाथ से बने हुए उनके कपड़े भी मिल जाते हैं जिसमें साल जुराबे सिर की टोपी आदि हाथों से बनी हुई मिल जाती है यहां के स्थानीय लोग हाथों से बुनकर इन्हें बेचते हैं यहां से सामान खरीदने से स्थानीय लोगों को थोड़ी आर्थिक मदद भी हो जाती है इसलिए आप अगर माना गांव घूमने जाए तो यहां से कुछ सामान जरूर खरीदें

माना गांव में घरों की दीवार पर बनी तस्वीरें

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

स्थानीय लोगों की फसल गोभी की माना गांव में

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

भीम पुल के पास स्थित मंदिर

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

Yaaron ki toli

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

खूबसूरत नजारों को देखते हुए

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

भीम पुल

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

बद्रीनाथ की ओर जाती हुई नदी

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

सामने का जो पैदल रास्ता है वह वसुंधरा फॉल की तरफ जाता है

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

बादलों के बीच में

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

सुंदर नजारा

Photo of भारत के पहले गांव (माना गांव) की यात्रा by Shiv Sarle

Further Reads