हिमाचल प्रदेश की पब्बर घाटी में हाटकोटी मंदिर की यात्रा

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Photo of हिमाचल प्रदेश की पब्बर घाटी में हाटकोटी मंदिर की यात्रा by Dr. Yadwinder Singh
Day 1

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में ठियोग से रोहड़ू जाते समय जुब्बल पैलेस को देखकर हमारी अगली मंजिल हाटकोटी मंदिर थी | हाटकोटी की दूरी जुब्बल से 13 किमी की थी| शिमला से ठियोग, खडा़ पत्थर तक सारे रास्ते बारिश ही होती रही लेकिन जुब्बल में धूप निकली हुई थी| अब मौसम थोड़ा खुल गया था| दोपहर का समय था | गर्मी काफी बढ़ गई थी| धूप चमक रही थी| दूसरा खडा़ पत्थर के मुकाबले हाटकोटी की ऊंचाई काफी कम है| गाड़ी चलाते चलाते जल्दी ही हम हाटकोटी पहुँच गए| हाटकोटी पहुँच कर नीचे जाने वाले रास्ते की तरफ गाड़ी मोड़ कर हम हाटकोटी मंदिर की तरफ बढ़ने लगे| नवरात्रि चल रही थी तो हाटकोटी में काफी भीड़ थी| कुछ देर बाद हाटकोटी मंदिर के पास बनी हुई कार पार्किंग में पहुँच गए| यहाँ पर इतनी भीड़ थी कि गाड़ी पार्क करने के लिए भी जगह नहीं थी| लोग एक दूसरे की गाड़ी के आगे अपनी गाड़ी लगा रहे थे | यहाँ मैंने 10 मिनट का इंतजार किया जैसे ही एक गाड़ी वाले ने वापसी के लिए अपनी गाड़ी निकाली तो उस खाली जगह पर मैंने अपनी गाड़ी लगा दी| दोपहर के एक बजे के आसपास का समय था| भूख बहुत लगी हुई थी| गाड़ी पार्क करने के बाद हम हाटकोटी मंदिर की तरफ चलने लगे| मंदिर के प्रवेश द्वार के पास लंगर भवन की विशाल ईमारत बनी हुई है जहाँ पर माता का भंडारा चल रहा था| हम भी जूते उतार कर हाथ धोकर अपनी थाली लेकर लंगर भवन में लाईन में बैठ गए| माता के भंडारे का आनंद लिया| हाटकोटी मंदिर के भंडारे में चावल, पूड़ी, चने की सबजी, कड़ी, राजमांह और हलवे के आनंद आ गया| लंगर छकने के बाद हम हाटकोटी मंदिर के दर्शन करने के लिए चल पड़े| एक छोटी सी दुकान पर मैंने मंदिर में ले जाने के लिए प्रशाद का एक पैकेट लिया|

हाटकोटी मंदिर

Photo of Hatkoti by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी मंदिर

Photo of Hatkoti by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी मंदिर

Photo of Hatkoti by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी मंदिर में घुमक्कड़ अपनी वाईफ और बेटी के साथ

Photo of Hatkoti by Dr. Yadwinder Singh
Day 2

प्रसाद लेकर हम हाटकोटी मंदिर की ओर चलने लगे| हाटकोटी मंदिर पहाड़ी शैली में बना हुआ है| हाटकोटी मंदिर का आंगन काफी खुला है| दरवाजे को पार करने के बाद हम एक खुले आंगन में पहुँच जाते हैं| हाटकोटी मंदिर हमारे सामने था इसके साथ और भी छोटे मंदिर बने हुए हैं| अब मौसम थोड़ा बदल गया था थोड़ी बूंदाबांदी शुरू हो गई थी| हमने हाटकोटी मंदिर में माता के दर्शन किए| हमने प्रसाद पंडित को दिया और माथा टेका| मैंने पंडित जी को माता की मूर्ति की फोटो खींचने के लिए कहा| जो उन्होंने ने मान ली| मैंने माता की मूर्ति की फोटो खींच ली जो मैंने इस पोस्ट में लगाई है| इसके बाद हाटकोटी मंदिर में बने हुए दूसरे मंदिरों के भी दर्शन किए| इसके बाद हमने फैमिली के साथ हाटकोटी मंदिर के आंगन में फोटोग्राफी की| हाटकोटी मंदिर में हमें असीम शांति मिली | कुछ समय हमने हाटकोटी मंदिर के आंगन में बिताया| वहाँ के आधयात्मिक वातावरण को महसूस किया| फिर हम हाटकोटी मंदिर से बाहर निकल कर बाहर आ गए| मंदिर के पास ही नवरात्रि की वजह से मेला लगा हुआ था| जहाँ बच्चों के लिए झूले और खानपान के लिए ठेले लगे हुए थे| हमने वहाँ पहाड़ी गोलगप्पो को टेस्ट किया| कुछ देर मेले में टहलने के बाद हम पार्किंग की तरफ चल पड़े|अपनी गाड़ी में बैठ कर अगले सफर के लिए रवाना हो गए|

हाटकोटी मंदिर बने हुए छोटे मंदिर

Photo of हाटकोटी by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी मंदिर में फैमिली के साथ

Photo of हाटकोटी by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी

Photo of हाटकोटी by Dr. Yadwinder Singh
Photo of हाटकोटी by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी

Photo of हाटकोटी by Dr. Yadwinder Singh
Day 3

हाटकोटी मंदिर काफी पुराना है | ऐसा कहा जाता है यह मंदिर 700-800 साल तक पुराना है| इस मंदिर का निर्माण जुब्बल रियासत के राजा ने करवाया था| ऐसा माना जाता है पुराने समय में दो ब्राह्मण लड़कियों ने घर से संन्यास ले लिया था| वह दोनों बहनों ने घर छोड़ दिया था| प्रभु भक्ति करने के लिए जंगल और पहाड़ी गाँव में जाती थी| लोगों को प्रभु भक्ति से जोड़ती थी| एक बहन ने हाटकोटी मंदिर वाली जगह पर तपस्या की थी| ऐसा माना जाता है जिस पत्थर पर बैठ कर उसने तपस्या की थी उसी पत्थर से हाटकोटी माता की मूर्ति प्रकट हुई थी| यह बात चमत्कार की तरह पूरे क्षेत्र में फैल गई| जैसे ही इस बात के बारे में जुब्बल रियासत के राजा को पता चला तो उसने यहाँ मंदिर का निर्माण करवाया| यह हाटेश्वरी देवी के नाम से प्रसिद्ध हो गई| मंदिर के माता की मूर्ति अष्ट धातु माती जाती है|
कैसे पहुंचे- हाटकोटी मंदिर शिमला से 94 किमी , रोहड़ू से 13 किमी और जुब्बल से 12 किमी दूर है| आप हाटकोटी मंदिर अपनी गाड़ी और हिमाचल प्रदेश रोडवेज की बस से पहुँच सकते हो| रहने के लिए आपको हाटकोटी या रोहड़ू में हर तरह के होटल आदि मिल जाऐंगे|

हाटेश्वरी देवी हाटकोटी मंदिर

Photo of Hatkoti Mata Temple by Dr. Yadwinder Singh

हाटकोटी मंदिर में घुमक्कड़

Photo of Hatkoti Mata Temple by Dr. Yadwinder Singh

जय माता दी

Photo of Hatkoti Mata Temple by Dr. Yadwinder Singh

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