उत्तर प्रदेश में बौद्ध धर्म से संबंधित बहुत सारी जगहें है | इनमें से सारनाथ और कुशीनगर सबसे प्रमुख है| बौद्ध धर्म के अनुसार हर बोधी को अपने जीवन में निम्नलिखित चार जगहों की यात्रा जरूर करनी चाहिए|
1. लुम्बिनी - जहाँ महात्मा बुद्ध का जन्म हुआ है | यह जगह नेपाल देश में है|
2. बोधगया- जहाँ महात्मा बुद्ध को ज्ञान प्राप्त हुआ है | यह जगह भारत के बिहार राज्य में है|
3. सारनाथ- जहाँ ज्ञान प्राप्ति के बाद महात्मा बुद्ध ने अपना पहला प्रवचन दिया| यह भारत के उत्तर प्रदेश में वाराणसी के पास है|
4. कुशीनगर- जहाँ महात्मा बुद्ध को महापरिनिर्वाण प्राप्त हुआ| इसी जगह पर उन्होंने शरीर का त्याग किया|
मैं बोधी तो नहीं है लेकिन घुमक्कड़ के रूप में इन चारों जगहों पर दर्शन कर लिए है| इस पोस्ट में कुशीनगर में देखने लायक पांच महत्वपूर्ण जगहों के बारे में बात करेंगे|
1. महापरिनिर्वाण मंदिर - यह वह स्थान है जहाँ भगवान बुद्ध ने अपनी देह का त्याग किया था और महापरिनिर्वाण प्राप्त किया था| इस जगह को सामने लाने का श्रेय जनरल ए. कनिंघम और ए. सी.आई . कार्लिल को जाता है जिन्होंने 1861 ईसवीं में इस जगह की खुदाई की थी | भारतीय पुरातत्व विभाग द्वारा किए गए उत्खनन में इसकी पहचान की पुष्टि हुई| यह खूबसूरत मंदिर एक बड़े आकार के बाग में बना हुआ है| मुख्य मंदिर में लेटे हुए भगवान बुद्ध की मूर्ति बनी है| मुख्य मंदिर के साथ एक शानदार स्तूप बना हुआ है जिसे निर्वाण स्तूप कहा जाता है| यह स्तूप 2.74 मीटर की ऊंचाई पर बना हुआ है| आप इस विशाल मंदिर में आप बहुत सारे प्राचीन अवशेष भी देख सकते हो| मंदिर परिसर के बाग में घूम सकते हो|
2. रामाभार स्तूप - यह वह जगह है जहाँ जहाँ भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार हुआ था| इस जगह पर 49 फीट ऊंचा एक विशाल स्तूप बना हुआ है| जिस जगह पर भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार हुआ था उस जगह पर मिट्टी का टीला बना कर ईटों की चिनाई से विशाल स्तूप बनाया गया है जिसे रामाभार स्तूप कहा जाता है| यहाँ आपको बहुत सारे बौद्ध लोग साधना करते हुए दिखाई देंगे| बौद्ध धर्म के अनुयायिओं के लिए यह जगह बहुत पवित्र है |
3. माथा कुंवर मंदिर - यह छोटा सा मंदिर परिनिर्वाण मंदिर से 400 गज की दूरी पर स्थित है| इसी जगह पर भगवान बुद्ध ने अपना आखिरी उपदेश दिया था| माथा कुंवर मंदिर वाली जगह पर ही भगवान बुद्ध ने आखिरी बार पानी पिया था| इसी जगह पर भगवान बुद्ध की काले पत्थर की प्रतिमा मिली थी| कुशीनगर के महत्वपूर्ण जगहों में इस जगह का भी अहम स्थान है|
4. बुद्ध संग्रहालय - यह एक सरकारी संग्रहालय है जहाँ पर आपको कुशीनगर में खुदाई से निकली हुई मूर्तियां देखने के लिए मिलेगी| इसके अलावा आपको तिब्बती शैली में बनी हुई पेंटिंग भी देखने के लिए मिलेगी इस संग्रहालय में| सोमवार को यह संग्रहालय बंद रहता है | इस संग्रहालय में प्रवेश के लिए आपको मात्र पांच रूपए देने पड़ेगे| फोटोग्राफी के लिए आपको 20 रुपये देने पड़ेगे|
5. बुद्ध धातु वितरण स्थल - यह ईतिहासिक जगह वाट थाई मंदिर के साथ वाली गली में खेतों के बीच में बनी हुई है| जब भगवान बुद्ध का अंतिम संस्कार हुआ था तो उनकी अस्थियों को आठ अलग अलग हिस्सों में इस जगह पर बांटा गया| इन आठ हिस्सों में एक हिस्सा मगध के राजा को, एक वैशाली को, एक कपिलवस्तु को, एक अलाकापा को, एक रामागागा को, एक वैधादीपा को, एक पावा के मल्लों को और एक कुशीनगर के मल्लों को दिया गया|
इसके अलावा भी कुशीनगर में वाट थाई मंदिर, मियां मार मंदिर के साथ और भी बहुत सारे मंदिर बने हुए हैं जो देखने लायक है
कैसे पहुंचे- कुशीनगर पहुंचने के लिए निकटतम रेलवे स्टेशन देवरिया है जो 35 किलोमीटर दूर है| गोरखपुर रेलवे स्टेशन जयादा बढिया विकल्प है जो यहाँ से 53 किमी दूर है| आप सड़क मार्ग से कुशीनगर पहुँच सकते हो| गोरखपुर 53 किमी, वाराणसी 286 किमी और लखनऊ 360 किमी दूर है|
वायु मार्ग में कसिया हवाई पट्टी 5 किमी और गोरखपुर एयरपोर्ट 46 किमी दूर है| रहने के लिए आपको कुशीनगर में बहुत सारे होटल आदि मिल जाऐगे|