नमस्ते, दोस्तो
आज के इस आर्टिकल में हम आपको आंध्र प्रदेश के प्रमुख मंदिरों के बारे में बताएंगे जो पर्यटको के लिए बहुत अच्छी जगह है ।
• रामप्पा मंदिर
• लेपाक्षी मंदिर
• रंगनाथ मंदिर
• कोलाणु भारती मंदिर
• वेंकटेश्वर मंदिर
• मंगलागिरी मंदिर
• कनक दुर्गा मंदिर
• सिंहाचलम मंदिर
• मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर
" रामप्पा मंदिर "आंध्र प्रदेश के पवित्र मंदिर के साथ ही साथ एक विश्व प्रसिद्ध मंदिर भी है । कहा जाता है कि "भगवान शिव "को समर्पित इस मंदिर को बनाने में लगभग 40 वर्ष लगा था। इस मंदिर में भगवान शिव की लगभग 9 फीट ऊंची शिवलिंग स्थापित है।
" लेपाक्षी मंदिर "आंध्र प्रदेश का प्रमुख पर्यटन स्थल है। यह आंध्र प्रदेश के "अनंतपुर जिले" में स्थित है । लेपाक्षी मंदिर को "वीरभद्र मंदिर" और "हैंगिंग टेंपल" के नाम से भी जाना जाता है । लेपाक्षी मंदिर अपने रहस्यमई कहानियों के साथ- साथ हैंगिंग पिलर के लिए भी प्रसिद्ध है । कहा जाता है कि इस मंदिर में "विजयनगर साम्राज्य" के इतिहास की झलक भी देखने को मिलती है।
रंगनाथ मंदिर को "स्वामी रंगनाथ मंदिर" के नाम से भी जाना जाता है । आंध्र प्रदेश में मौजूद यह मंदिर सबसे प्राचीन मंदिरों में से एक है । कला प्रेमियों और पर्यटकों के लिए इस मंदिर को बेहतरीन स्थल भी माना जाता है।
आंध्र प्रदेश का कोलाणु भारती मंदिर" देवी सरस्वती" को समर्पित है। यह मंदिर एक बेहद ही पवित्र तीर्थस्थल है। इस मंदिर परिसर में एक प्राचीन शिवलिंग भी मौजूद है। इस मंदिर के दर्शन के लिए हर रोज हजारों सैलानी पहुंचते हैं । इन सबके अलावा भी इस मंदिर परिसर में "काल भैरव "की मूर्ति है जिसे बेहद पवित्र मूर्ति भी माना जाता है।
"वेंकटेश्वर मंदिर" यानी "तिरुपति बालाजी मंदिर" आंध्र प्रदेश के चित्तूर जिले में मौजूद सबसे पवित्र और प्रसिद्ध मंदिर में से एक है । इस मंदिर में हर साल लाखों भक्त दर्शन के लिए आते हैं। समुद्र तल से लगभग 835 फीट पर निर्मित यह मंदिर "सात पहाड़ियों" के मंदिर के नाम से भी प्रसिद्ध है। इस मंदिर में हर साल भक्त करोड़ों रुपए दान करते हैं। मान्यता है कि जीवन में एक बार तिरुपति के दर्शन करने से जीवन सफल हो जाता है।
" मंगलागिरी मंदिर "आंध्र प्रदेश में मौजूद एक प्राचीन मंदिर के साथ-साथ एक पवित्र मंदिर भी है। "भगवान विष्णु" के साथ - साथ यह मंदिर "देवी लक्ष्मी" के लिए दक्षिण भारत में प्रसिद्ध है । यह स्थान भारत के 8 महत्वपूर्ण महाक्षेत्र और पवित्र स्थलों के रूप में माना जाता है।
" कनक दुर्गा " मंदिर आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा में मौजूद "देवी दुर्गा" को समर्पित है। इस मंदिर को देशभर में मौजूद 51 शक्तिपीठों में से एक माना जाता है। इस मंदिर का जिक्र भारत के कई पवित्र ग्रंथों में भी मिलता है । कई लोगों का मानना है कि इस मंदिर का निर्माण अर्जुन द्वारा किया गया था।
"विशाखापट्टनम" शहर में समुद्र तल से लगभग 800 मीटर की ऊंचाई पर मौजूद "सिंहाचलम मंदिर" भगवान "नरसिंह" को समर्पित है जो भगवान "विष्णु" के अवतार है। यह मंदिर चालुक्य और चोल की स्थापत्य शैली का एक अद्भुत मिश्रण है। कहा जाता है कि यहां भगवान नरसिंह त्रिभंगा मुद्रा में दिखाई देते हैं।
"मल्लिकार्जुन स्वामी मंदिर" भगवान शिव को समर्पित 12 ज्योतिर्लिंगों में से एक है। हम आपको बता दें कि यह मंदिर भारत के "दक्षिण के कैलाश" के नाम से भी जाना जाता है।
आप कभी आंध्र प्रदेश आए तो इन मंदिरों का भ्रमण जरूर करें।अगर, आपको ये आर्टिकल अच्छा लगे तो आप प्लीज लाइक, कमेंट और शेयर जरूर करे और मेरी हिम्मत को बढ़ाए की मैं इससे अच्छा लिख सकू। बाय हैव ए गुड डे 🥰