जिला मुख्यालय से 25 किलोमीटर दूर भीलवाड़ा-राजसमंद राष्ट्रीय राजमार्ग पर कारोई गांव स्थित है. यहां ज्योतिर्विदों की संख्या अच्छी खासी है और काफी संख्या में ज्योतिष केंद्र भी हैं...
पूरी भारत मे इस छोटे से गांव को ज्योतिष नगरी के तौर पर पहचानती है. हर आम खास इस नगरी की शोभा बढ़ाता है. संतरी से लेकर मंत्री तक इस गांव की दर पर टेक चुके हैं. नक्षत्रों की गणना कर ताम्र पत्र के आधार पर सटीक भविष्यवाणी ही यहां कि पहचान है.
भारत के अनेक राजनेता अपना भविष्यफल जानने के लिए यहाँ आ चुकें है
यहाँ नामी चेहरों में केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी ,रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह , मुख्यमंत्री वसुंधरा राजे ,और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के भाई सोमभाई मोदी भी शामिल हैं. यहां तक कि प्रतिभा देवी सिंह पाटिल राज्यपाल से राष्ट्रपति तक का सफर तय करेंगी उसकी भविष्यवाणी भी यहीं से की गई थी.
मुनि भृगु की रचना के प्रति विश्वास ही है कि जो एक बार यहां आता है वो दोबारा जरूर आता है. दरअसल, भृगु पद्धति में मुख्य रूप से तीन प्रकार से जातक को भविष्यफल बताया जाता है. पहला, जातक के नाम और जन्मकुंडली के ग्रहों की स्थिति के आधार पर भृगु-पत्र निकाल कर.दूसरा, जातक के प्रश्न पूछने पर उसको एक अंक तालिका में से एक अंक का चयन करने को कह कर और तीसरा, जातक के हाथ की रेखाओं और जन्म कुंडली के ग्रहों की स्थिति की गणना के आधार पर भृगु-पत्र निकाल कर. इस तीसरी विलक्षण पद्धति के संवाहक हैं पंडित नाथू लाल व्यास. जिनकी उम्र 100 पार है और अब इनकी थाती बेटे संभालकर आगे बढ़ा रहे हैं..में भी 10-12 वर्ष पहले नाथूलाल की के यहाँ जा चुकी हूं उनकी कही सभी बातें सही निकली है
इस गांव का व्यास परिवार पिछली चार पीढ़ियों से भृगु संहिता के सहारे भविष्य देखता और बताता आ रहा है..
ज्योतिषी गोपाल व्यास, भृगु संहिता की महिमा के बारे में बताते हैं. कहते हैं यहां 5000 पुराने भृगु संहिता से ही भविष्य देखा और बताया जाता है. कहते हैं इस तरह 95% भविष्यवाणी सटीक साबित होती हैं. यहां राजनेता, व्यापारी ,आमजन गरीब जो भी पहुंचता है उसका भविष्य गणना और ताम्र पत्र के माध्यम से बताया जाता है. ज्योतिषाचार्य गोपाल व्यास अपनी कुछ भविष्यवाणियों का भी जिक्र करते हैं. खासतौर पर राजनीतिक. बताते हैं मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी हो, चाहें 2014 और 2019 में नरेंद्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने की भविष्यवाणी या फिर हाल ही में गहलोत सरकार में हलचल से लेकर सरकार के स्थिर रहने की भविष्यवाणी, सब कुछ पहले ही सटीक बता दिया था.