मुझे व्यक्तिगत रूप से राजस्थान भारत का सबसे आकर्षक राज्य लगता है । इसकी खुबसूरती बेजोड़ है ।इसकी नैसर्गिक सुंदरता का कोई मुकाबला नहीं हैं। किसी और जगह से ।
मुझे राजस्थान ––
" वक्त के गाल पर ठहरा हुआ आसू जैसा लगता है "
इसका एक अलग ही अल्हड़ अंदाज है । अपनी ही एक गति है । ठहराव है । राजस्थान के कण कण में खुबसूरती है ।
वैसे तो राजस्थान के प्रसिद्ध टूरिस्ट स्पॉट जैसे की
जयपुर , उदयपुर,जोधपुर ,जैसलमेर ,अजमेर ,पुष्कर ,इत्यादि शहर जग विख्यात है । पर एक खास जगह ने बरबस ही मेरा ध्यान अपनी ओर खींचा ।
मैं इसकी खुबसूरती देखता का देखता ही रह गया ।
पहले आप भी देखिए फिर आगे बढ़ेंगे।
देखिए । देखिए ... ।
मजा आया ना इसे देखकर । यह एकदम से पिक्चर परफेक्ट लगता है न ।
रेत के ऊंचे ऊंचे टीले ... खेजड़ी के बड़े बड़े पेड़...
छोटी बड़ी झोपड़िया।
और बीचों बीच एक छोटा सा तालाब जी हां । रेगिस्तानी गांव में बीचों बीच एक साफ पानी का तालाब ।
यह सब कुछ एक कवि की कल्पना सा प्रतीत होता है।
यहां आकर आपको लगेगा की समय ठहर सा गया हैं।
यह एक आदर्श राजस्थानी ,रेगिस्तानी गांव लगता है ।
आप यहां राजस्थानी व्यंजनो का भी स्वाद चख सकते हो ।
सफारी का भी आनंद ले सकते हो। ऊठ की सवारी का आनंद भी ले सकते हो ।
इस गांव को पर्यटन की दृष्टि से ही बसाया गया हैं।
थार मरुस्थल का विस्तार यहां से शुरू होता है ।
हालाकि राजस्थान में और भी जगह है जहां आप मरुस्थल देख सकते हो । जैसे की जैसलमेर , सम सैंड ड्यूंस, अजमेर, बीकानेर, बाड़मेर इत्यादि लेकिन यह जगह अभी थोड़ी अनछुई है । इसीलिए काफी सारे टूरिस्ट नवंबर से फरवरी के महीने में आते है ।
काफी सारी फिल्मों की शूटिंग भी यहां हो चुकी हैं।
खींवसर पैलेस जोकि एक 15 वी शताब्दी का एक किला है ।अब एक आलीशान 5 सितारा होटल में तब्दील हो चुका है ।
इसी किले से खींवसर सैंड ड्यून्स विलेज 5 से 7 किलोमीटर की दूरी पर है । पर्यटक पहले किला देखते है । उसके बाद
गांव जाते है वहा झोपड़ी नुमा घरों में रहते है । जोकि अंदर से बेहद ही आलीशान होते है ।
गांव बेहद ही साफ सुथरा है । आपको लगेगा की यह तो मेरी कल्पना थी यकायक सच कैसे हो गई ।
अगर आपका भी मन शहर की भाग दौड़ से ऊब गया हैं
तो यकीन मानिए यह जगह आपको निराश नही करेगी।
ऐसा मेरा दावा है ।आपको लगेगा की आप अरेबियन नाईटस मूवी का कोई सीन देख रहे है । यह सब कुछ इतना पिक्चर परफेक्ट है । मैने जब इसके बारे में देखा और जाना
मैं तो तभी से इसका मुरीद हो गया ।
कैसे पहुंचे – आप दिल्ली से बाय बस या ट्रेन पहले जोधपुर जाए वहा से आप टैक्सी के माध्यम से खींवसर पहुंच सकते है । जोधपुर – बीकानेर हाईवे पर नागौर के पास ही यह क्षेत्र पड़ता है ।
नागौर से यहां की दूरी लगभग 30 किलोमीटर हैं।
जोधपुर से यहां की दूरी लगभग 90 किलोमीटर है ।
नजदीकी एयरपोर्ट भी जोधपुर या किशनगढ़ है ।
तो आप कब जा रहे है " खींवसर " । ...