एक पुरानी कहावत मैने सुनी थी । की 12 बरस में तो कूड़े के दिन भी बहुर ( सुधर ) जाते है । इस जगह के बारे में यह बात एक दम सच है।
राजस्थान में जयपुर और अजमेर के बीच किशनगढ़ नाम से एक जगह है । जो की अपने उत्तम किस्म के सफेद मार्बल के लिए विख्यात है । यह भारत ही नहीं अपितु एशिया की सबसे बड़ी मार्बल की मंडी है ।
कहने की बात यह है की जब यहां इतना मार्बल मिलता है तो
मार्बल की कटाई _ चिटाई , पॉलिश इत्यादि भी की जाती है
जिस कारण से भारी मात्रा में मार्बल का वेस्ट ( कूड़ा कचरा )
इत्यादि भी निकलता है । राजस्थान सरकार ने इस कूड़े कचरे के लिए एक जगह निर्धारित की
जहा पर सारा का सारा वेस्ट डाला जाने लगा ।
धीरे धीरे यहां इतना सफेद मार्बल का चूरा, मार्बल के टुकड़े
इत्यादि डाले जाने लगे की यह अब सफेद मार्बल के पहाड़ बन गए है । तथा पूरी की पूरी धरती एक दम से सफेद हो गई है । बारिश के दिनों में यह जगह अलग ही दिखती है
यहां बारिश के मौसम में कुछ झील बन जाती है । जिसका पानी रसायनिक कारणों से रंग बिरंगा दिखता हैं।
यहां आकर आपको ऐसा प्रतीत होगा की आप सचमुच में चांद पर आ गए है । या किसी और ही ग्रह पर आ गए है ।
यहां के ऊबड़ खाबड़ सफेद रास्ते , सफेद पहाड़ , रंग बिरंगी झील ।
राजस्थान वैसे तो अपने इतिहास ,रहन सहन ,खान पान के लिए जग विख्यात है ही । लेकिन यह अनोखी जगह भी धीरे धीरे और प्रसिद्ध हो रही है । काफी सारी फिल्मों में ,म्यूजिक एल्बम में , टीवी धारावाहिकों में , इंटरनेट मीडिया में , सोशल मीडिया में , यह जगह दिनों दिन मशहूर हो रही है ।
प्रेमी युगल अक्सर यहां फोटो सेशन कराने आते रहते है ।
प्री वेडिंग शूट के लिए भी लोग यहाँ आते है ।
यहां की शाम बोहोत यादगार होती है । यह जगह अपने रूप बार बार बदलती है ।
कोई कभी सोच भी नही सकता था की जो कचरा किसी के काम का नही था । आज वो जगह इतनी खूबसूरत हो जाएगी ।की लोग दूर दूर से इसे देखने आते है । यही जीवन की सचाई भी है ।की आपको नही पता की जिससे आप कचरा समझ रहे है कल वो कुछ भी हो सकता है ।
"" तो अगर आपने भी अपनी महिला मित्र को चांद पर ले जाने का झूठा वादा कर दिया है । और अब पछतावा हो रहा है । तो अब आप उसे चांद पर ले जा सकते है । ""
मेरी यह पोस्ट आपकी मदद जरूर करेगी ।
कुछ लोग इसे राजस्थान का मालदीव तथा राजस्थान का स्विट्जरलैंड भी कहते है । कभी शायद ही किसी ने सोचा हो की यह जगह इतनी खूबसूरत तथा प्रसिद्ध हो जाएगी ।
डंपिंग यार्ड ऑफ किशनगढ़ : आप सुबह 10 बजे से शाम 6 बजे तक यहा रुक सकते है ।
नोट : आपको मार्बल एसोसिएशन ऑफ इंडिया के ऑफिस से अनुमति लेनी होगी । उसकी कोई फीस नहीं है ।
फोटो ग्राफी के चार्जिस है । तथा ड्रोन उड़ाने के लिए भी अनुमति लेनी पड़ती हैं। अगर आप कभी जयपुर या अजमेर की यात्रा पर हो तो कम से कम एक दिन तो यहां की यात्रा बनती है ।
इतनी अच्छी जानकारी के लिए बाद में आप मेरा धन्यवाद भी कर सकते है ।