आप #ऋषिकेश जाते होंगे घूमने/दर्शन करने पर हम कभी चले जाते है सूरज अस्त होता देखने !
ऋषिकेश की पहली पोस्ट पर बहुत साथियों ने मनोबल बढ़ाया प्यार आशीर्वाद दिया उसके लिये दिल से धन्यवाद ❣️ !!
जैसा कि ऋषिकेश से लगाव आपने पहली पोस्ट पर पढ़ ही लिया होगा आज इस दूसरी पोस्ट ऋषिकेश जाने का कारण भी बता देते है !!!
हांजी तो कई बार हम सूरज अस्त देखने के लिये चिल्ला या हाइवे से ऋषिकेश जाते है मतलब अगर हाइवे से गये तो ऋषिकेश होते हुवे चिल्ला के रास्ते मे बीन नदी के पास पुल पर रुक जाते है यदि चिल्ला से जाते है तो बीन नदी के पुल पर रुक जाते है !!!!
हम जबसे बीन नदी पुल चिल्ला जा रहे है जब वहां पर आस पास तो क्या दूर दूर तक कुछ भी खाने पीने की दुकान नही होती थी ऋषिकेश या GMVN या सफारी के पास दुकान अब तो बीन नदी के पुल पर ही फ़ास्ट फ़ूड चाय आदि मिल जाती है !!!!
मतलब हम लोग घर से ही या रास्ते से ही कुछ खाने पीने जैसे चिप्स नमकीन समोसा गोलगप्पे टिक्की गोल्डड्रिंक जूस वगेरह का लेकर जाते जहां खड़े होकर पहले आस पास का नज़ारा देखते और आराम से खाते पीते और जैसे ही देखते सूरज महाराज लाल लाल नज़र आ रहे है फ़ट से फ़ोटो क्लिक !!!!!
लाल सूरज महाराज के सामने खड़े होकर खुद की सकल भले ही अच्छी ना आये लेकिन बैकग्राउंड जबरदस्त आता है वैसे हमें जितनी ज्यादा अपनी फोटो क्लिक करवाना पसंद है उससे ज्यादा क्लिक करते है दस बारह हजार रु के मोबाईल में जैसे तैसे मन को तसल्ली देते हुवे की जो मज़ा सस्ते मोबाईल में अच्छी फ़ोटो क्लिक करने में है वो मज़ा महंगे मोबाईल में कहा क्योकि सस्ते में कुछ चीजें सेट करनी पड़ती है एंगेल बनाना पड़ता है जबकि महंगे मोबाईल में फोटोग्राफी बहुत आसान !!!!!
मतलब सूरज धीरे धीरे ढलने को होता है और हम लीग बीन नदी पुल से चंडीघाट की तरफ़ बढ़ते जाते है चूंकि रास्ता जंगल का होने के कारण जानवरों का खतरा बना रहता है अंधेरे से पहले सड़क के करीब तके पहुँचने का टारगेट रहता है ख़ासकर साईकिल या स्कूटी बाईक पर होने पर !!!!!
कई लोग यह सोचकर जंगल वाले रास्ते से इस लिये जाते है कि जानवर देखने को मिल जाये और हम यह सोचकर जाते है कि रास्ते मे कोई जानवर ना मिले क्योंकि अब तक के सफर में बहुत कुछ बहुत करीब से देखा है और बाल बाल बचे हादसों से फिर कभी जिक्र करेंगे !!!!!!!
कई साथी अब यह सोच रहे होंगे कि जानवर ना मिले इससे अच्छा किसी दूसरे रास्ते से चले जाओ तो यह बता दें कुछ रास्तो का ही मज़ा बहुत होता वहां की हवा पंछियो की आवाज़ आकाश में पंछियो को उड़ता देखता सूखे पेड़ पर चिड़ियाओं का बैठे देखना भारतीय के साथ साथ विदेशी पक्षी देखना ध्वनि प्रदूषण ट्रैफिक जाम का ना होना यही तो आनंद है घूमने का !!!!!!!!
दोस्तों सबके घूमने का अपना अपना तरीका होता है ऋषिकेश की कड़ी में उगता सूरज की कहानी भी जल्द लिखेंगे !!!!!
पुरानी फ़ोटो बीन नदी पुल चिल्ला ऋषिकेश
आपका अपना Social Traveller Vlogs