#बुरांश के फूल
बुरांश हिमालयी क्षेत्रों में 2000 से 3600 मीटर की मध्यम ऊंचाई पर पाया जाने वाला सदाबहार वृक्ष है। बुरांस के पेड़ों पर मार्च-अप्रैल माह में लाल सूर्ख रंग के फूल खिलते हैं। बुरांस के फूलों का इस्तेमाल दवाइयों में किया जाता है, इसमे अनेक एन्टी ऑक्सीडेंट पाए जाते है।बुरांस के फूलों से बना शरबत हृदय-रोगियों के लिए बेहद लाभकारी माना जाता है। बुरांस के फूलों की चटनी और शरबत बनाया जाता है, वहीं इसकी लकड़ी का उपयोग कृषि यंत्रों के हैंडल बनाने में किया जाता है। उत्तराखंड में इसे राजकीय वृक्ष होने का दर्जा प्राप्त है वहीं नेपाल में 2006 में इसे राष्ट्रीय पुष्प माना गया है। ग्रामीण क्षेत्रों में आज भी वृद्ध लोग बुरांश के मौसम् के समय घरों में बुरांस की चटनी बनवाना नहीं भूलते। बुरांस की चटनी ग्रामीण क्षेत्रों में काफी पसंद की जाती है।
नैनीताल के निकट मुक्तेश्वर के पास पिथौरागढ़ के जंगल मे यह बहुतायत में पाया जाता है।
इस बार मुक्तेश्वर महादेव की यात्रा के द्वारान न सिर्फ बुरांश के जंगल देखने को मिले बल्कि बुरांश का जूस भी पीने को मिला।
DOP - 07. 03.2021
PLACE - मुक्तेश्वर महादेव,, उत्तराखंड