Jai shree Ram 🙏
हैलो दोस्तों कैसे हो आप आशा करता हूं की सब कुछ अच्छा होगा आज में आप लोगो से अपना एक एक्सपीरियंस शेयर करना चाहता हूं। वो ये है की हम चार दोस्तो ने एक ही दिन में चार धाम की यात्रा की थी । हमारे एक दोस्त ने नई 🚗 खरीदी थी उसकी खुशी में हम सब सालासर हनुमान राज्यस्तान जाने का program बनाया था और हम लोगो ने sunday का दिन ठीक समझा क्योंकि हम सब का अपना अपना bussnies है । हम लोग sunday को सुबह करीब 5 बजे चले थे और रास्ते में हमारा प्लेन आगे श्री खट्टू श्याम जी ,श्री माता जीण भवानी जी ,श्री माता रानीसती जी झुंझनू , जाने का भी बन गया और हम सब पहले श्री सालासर बालाजी महाराज जाने का program बनाया श्री सालासर बालाजी धाम में हम ने प्रसाद लिया प्रसाद में चूरमा ओर लड्डू होते है आप सब ही जानते होंगे की लड्डू और चूरमे का प्रसाद कितना स्वादिष्ट होता है ।सब ने बहुत ही अच्छी तरह से माथा टेका क्योंकि उस दिन sunday की वजह से यादा वीड भी थी लेकिन बाबा की किरपा से हम सब ने आराम से दर्शन किए और हम ने दर्शन करने के बाद शॉपिंग की ओर नाश्ता किया और फिर हम ने माता अंजनी जी के दर्शन किए कियोकि मानता है की माता अंजनी के दर्शन करने जरूरी होता है ऐसी बहुत सारी जगह होती है सालासर बालाजी धाम में बालाजी महाराज को कलयुग में हनुमान जी का अवतार माना गया है और जहां पर लोगो की मनोकामना पूर्ण होती है।
श्री सालासर बालाजी धाम से हम चलने के बाद सीकर में ही खूबसूरत पहाड़ी इलाकों में माता श्री जीण भवानी जी का धाम है ऊंची ऊंची चोटी और गोल मोल रास्तों से होते हुए हम लोग माता रानी के दरबार में प्रवेश किया हिंदुस्तान में माता जीण भवानी जी को कुलदेवी के रूप में भी पूजा जाता है हमारे एक दोस्त के परिवार की माता कुलदेवी है इस लिए हम बाकी तीन पहली बार माता जी के दर्शन करने आए थे और उस जगह का जो नजारा था वो देखने लायक था मन को इतनी शांति मिली की कुछ कहा नहीं जा सकता था हम सब मंदिर के अंदर जाने लगे और हम को मास्क पहने के लिए कहा क्योंकि covid 19 की गिडलाइन का जो पालन करना था हम जब मंदिर के अंदर गए तो हमने माता रानी के दर्शन किए और हम ने देखा की माता की मूर्ती के पास बहुत ही यादा पतंग लगे हुए थे इस को देख कर मन को बहुत अच्छा लगा फिर हम सब ने कुछ शॉपिंग की ओर कुछ खाने की चीजों का आनंद लिया जो की बहुत ही स्वादिष्ट थी फिर हम वहा से श्री खाटू धाम की ओर चल पड़े ।
श्री खाटू श्याम जाते हम को दोपहर हो गई थी और हम ने रास्ते में एक होटल में लंच किया और हम खाटू श्याम धाम में प्रवेश किया और हम ने अपनी 🚗 को पार्किंग में लगाया और मंदिर की ओर चल पड़े लेकिन covid19 की वजह से मंदिर sunday को बंद कर रखा था 🥺 और हम सब बहुत ही उदास हो गए कियोकी उसी दिन को मंदिर प्रशासन ने निर्णय लिया था मंदिर बंद रखने का फिर हम सब ने मंदिर प्रशासन के लोगो को बोला की हमे श्याम बाबा के दर्शन करने है कोई रास्ता तो होगा लेकिन कोई रास्ता नही था हम ने सोचा की चलो अब आए हैं तो माथा तो टेकना है इस लिए हम ने प्रसाद ओर फूलों की माला ली और बाहर गेट पर ही प्रसाद ओर माला अर्पण कर दिया और बाबा प्रार्थना की हम सब की मनोकामना पूर्ण करना फिर हम सब ने वहा पर भी कुछ शॉपिंग की ओर प्रसाद घर के लिए और हम ने कुछ खाने की चीजों का आनंद लिया जो की हमे सब जगह लेना चाहिए फिर हम सब 🚗 पार्किंग की तरफ चले गए और वहा से 🚗 ले कर हम झुंझुनूं की ओर चल पड़े और हम सब को शाम हो गई थी
झुंझनू जाते वक्त हम सब ने बहुत मस्ती की ओर हम झुंझनू पाउंच गए जैसा की मेने आप लोगो को।उपर माता जीण भवानी जी के बारे में बताया है की उन को कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है । ठीक उसी तरह माता श्री रानी सती जी को भी कुलदेवी के रूप में पूजा जाता है। माता रानी सती जी मेरे परिवार की कुलदेवी है हम बंसल गोत्र में इनको कुलदेवी के रूप में पूजते हैं। ओर में अपने जन्म में पहली बार माता जी के दर्शन करने आया था और मेरे साथ वो दोस्त भी पहली बार माता जी के दर्शन करने आए थे।मंदिर परिसर की बात करूं तो बहुत ही खूबसूरत नजारा है। मैने मंदिर में माथा टेकने के लिए माता का प्रसाद ओर फूलों की माला ली और अन्दर चले गए लेकिन अंदर फोन लेकर जाना माना था मंदिर के चार दरवाजे है जो मेन दरवाजा है उसके अंदर फोटो खींचना माना था जहा पर माता रानी सती जी की पिंडी थी मंदिर प्रशासन द्वारा covid 19 की गाइडलाइन का पालन किया जा रहा था सोशल डास्टिंग के कारण 2मीटर की दूरी बनाए रखी जो की सही भी था । माथा टेकने के बाद हम मंदिर के अंदर जहा पर फोन ले जा सकते थे वहा पर हम ने खूब पिचर ली। ओर हम ने बाहर आकर बहा पर खाने पीने का आनंद लिया मंदिर के अंदर ही बहुत बढ़ी मार्किट बनी हुई है
झुंझनु से चलते टाइम हम को शाम के 7बज चुके थे हम ने फिर हिसार की तरफ चले गए हिसार होते हुए हम सिरसा की ओर चल पड़े रात का time होने की बजे से हम ने dinner करने का सोचा और हम एक होटल में dinner 🍽️ किया और अपने होम टाउन की तरफ चल पड़े हम लोग काम से काम रात के 11:30pm पर अपने घर पर पहुंच गए
हम सब को एक दिन में चार धाम की यात्रा करने का सोबग्या मिला में आशा करता हूं की आप सभी की इस स्टोरी को पड़ने में आनंद आए ।भगवान आपकी हर मनोकामना पूर्ण करे।
जय श्री राम।