भारत में ही अभियुदित प्रमुख धर्मों सिक्ख,जैन,बौद्ध, हिन्दू में मैहर (Maihar) भारत के मध्य प्रदेश राज्य के सतना ज़िले में स्थित एक नगर है। यह एक हिन्दू तीर्थस्थल है परंतु यहां सभी धर्मों के लोग आते हैं घूमने ।मैहर में त्रिकूट की पहाड़ी पर मां शारदा देवी की मूर्ति की स्थापना विक्रम संवत 559 में की गई थी। मूर्ति पर देवनागरी लिपि में शिलालेख भी अंकित है। जाने-माने इतिहासकार ए.कनिंग्घम ने इस मंदिर पर विस्तार से शोध भी किया है।
स्थानीय लोगों के अनुसार अल्हा और उदल, जिन्होंने पृथ्वीराज चौहान के साथ युद्ध किया था, वे भी शारदा माता के बड़े भक्त हुआ करते थे। इन दोनों ने ही जंगलों के बीच इस मंदिर की खोज की थी। इसके बाद आल्हा ने इस मंदिर में 12 सालों तक तपस्या कर देवी को प्रसन्न् किया था।
माता ने उन्हें अमरत्व का आशीर्वाद दिया था। आल्हा माता को शारदा माई कहकर पुकारा करते थे। तभी से ये मंदिर भी माता शारदा माई के नाम से प्रसिद्ध हो गया। मान्यता है कि माता के दर्शन रोज सबसे पहले आल्हा ही करते हैं। मंदिर के पीछे पहाड़ों के नीचे एक तालाब है, जिसे आल्हा तालाब कहा जाता है।
इस तरह जाएं : रेलमार्ग द्वारा सतना से मैहर 30 किमी का रास्ता है। मैहर स्टेशन से 3 किमी दूर मंदिर है। यहां से ऑटो द्वारा पहुंचा जा सकता है। इसके अलावा मेला बस भी चलती है, इसका किराया 20 रुपए है। सड़क मार्ग से सतना से मैहर की दूरी 42 किमी है। पहाड़ी पर चढ़ने के लिए दो रास्ते हैं पहला लगभग 1063 सीढ़ियों से चढ़कर पहुंचा जा सकता है । दूसरा रोप-वे की सुविधा उपलब्ध है।
कैसे पड़ा ‘मैहर’ नाम-
स्थानाय लोगों के बीच प्रचलित कहानियों के आधार पर कहा जाता है कि मैहर का नाम मां शारदा मंदिर के कारण ही प्रचलन में आया. हिन्दू श्रद्धालु देवी को मां या माई के रूप में संबोधित करते रहे हैं. माई का घर होने के कारण पहले ‘माई घर’ और फिर धीरे-धीरे ‘मैहर’ के नाम से पुकारा जाने लगा।
वहीं, एक अन्य मान्यता के अनुसार भगवान शंकर के तांडव नृत्य के दौरान उनके कंधे पर रखे माता सती के शव से गले का हार त्रिकूट पर्वत के शिखर पर आ गिरा. इसी वजह से यह स्थान शक्तिपीठ और नाम माई का हार के आधार पर मैहर के नाम से प्रचलन में आते गया।
मैहर में मां शारदा जी के मंदिर के साथ साथ अन्य घूमने की जगह भी हैं_
इच्छापूर्ति मंदिर या केजीएस मंदिर मैहर_
इच्छापूर्ति मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बहुत ही सुंदर है। यह मंदिर केजीएस सीमेंट संस्था के द्वारा बनाया गया है। यह मंदिर केजीएस सीमेंट फैक्ट्री के कैम्पस में ही बना हुआ है। यह मंदिर सफेद संगमरमर से बना हुआ है और मंदिर में आपको गार्डन, फव्वारा देखने के लिए मिलता है। रात में मंदिर में सुंदर लाइटिंग की जाती है। वह भी आप देख सकते हैं। यह मंदिर दुर्गा जी को समर्पित है। मंदिर में आपको हनुमान जी के दर्शन करने के लिए भी मिल जाते हैं और यहां पर शिवलिंग के दर्शन करने के लिए भी मिलते हैं। आप यहां पर घूमने के लिए आ सकते हैं।
पन्नी जलप्रपात मैहर_
पन्नी जलप्रपात मैहर का एक प्राकृतिक पर्यटन स्थल है। यह जलप्रपात बहुत सुंदर है। यह जलप्रपात ऊंची पहाड़ियों से नीचे गिरता है, जो बहुत ही मनोरम दिखता है। आप यहां बरसात के समय घूमने के लिए आ सकते हैं। इस जलप्रपात में आप पैदल आ सकते हैं। यहां पर आपको प्राचीन गुफाएं भी देखने के लिए मिल जाती हैं, जिसमें ऋषि मुनि तपस्या किया करते थे।
बड़ी खेरमाई मंदिर मैहर_
बड़ी खेरमाई मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बड़ी खेरमाई को समर्पित है। बड़ी खेरमाई मंदिर के बारे में कहा जाता है, कि बड़ी खेरमाई मैहर वाली शारदा माता की बड़ी बहन है। आप इस मंदिर में आकर बड़ी खेरमाई के दर्शन कर सकते हैं। इस मंदिर में एक प्राचीन बावड़ी भी है। यहां पर आपको शिवलिंग के भी दर्शन करने के लिए मिल जाते हैं। यहां पर गणेश मंदिर भी है। यह मंदिर सतना हाईवे रोड पर स्थित है।
ओइला मंदिर मैहर_
ओइला मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर बहुत सुंदर है। मंदिर के प्रवेश द्वार में आपको भगवान शिव और गणेश जी की प्रतिमा देखने के लिए मिलती हैं। यह मंदिर दुर्गा जी को समर्पित है। मंदिर में दुर्गा जी की धातु की बनी हुई प्रतिमा विराजमान है। आप यहां पर आ कर मंदिर घूम सकते हैं। यह मंदिर प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर बड़ी खेरमाई मंदिर के आगे स्थित है।
गोला मठ मंदिर मैहर
गोला मठ मंदिर मैहर का एक धार्मिक स्थल है। यह मंदिर एक प्राचीन मंदिर है। यह मंदिर शिव भगवान जी को समर्पित है। मंदिर के गर्भ गृह में शिवलिंग विराजमान है। मंदिर के बाहर नंदी भगवान की प्रतिमा देखने के लिए मिलती है। इस मंदिर की बाहरी दीवारों में खूबसूरत नक्काशी की गई है, जो बहुत ही सुंदर लगती है। आप इस मंदिर में घूमने के लिए आ सकते हैं। गोला मठ मंदिर पूरी तरह पत्थर से बना हुआ है। इस मंदिर के बारे में कहा जाता है कि यह मंदिर एक ही रात में बनकर तैयार हुआ है। आप यहां घूमने के लिए आ सकते हैं।