यात्राएं हमें अहसास कराती हैं कि हम यंत्र नहीं हैं. वनस्पति की थोड़ी सी हरियाली, नीले आकाश और पानी का अंजुलि भर निर्मल नीला रंग और भूरे-काले अनजान रास्ते हर किसी को सुहाते हैं. तभी तो मौका मिलते ही लोग निकल पड़ते हैं उन जगहों पर जहां उन के अलावा बस सुकून ठहरा हुआ होता है.
ऐसी ही एक जगह है बड़ोग. हिमाचल प्रदेश का यह छोड़ा सा कस्बा सोलन जिले में बसा हुआ है और चंडीगढ़ से शिमला जाने वाले सैलानियों से जाने-अनजाने में टकरा ही जाता है.
चीड़ और देवदार के जंगलों से घिरे बड़ोग में यों तो देखने की कई छोटी-बड़ी जगहें हैं, पर यहां का छोटी लाइन का बना रेलवे स्टेशन लाजवाब और अपने जमाने की इंजीनियरिंग का बेजोड़ नमूना है.
बड़ोग में कालका-शिमला रेल मार्ग पर सुरंग नंबर 33 बनी हुई है, जिस की लंबाई तकरीबन 1143.11 मीटर है. इस सुरंग का निर्माण ब्रिटिश इंजीनियर एच. एस. हैरिंगटन द्वारा जुलाई, 1900 से सिंतबर, 1903 के बीच कराया गया था. इतना ही नहीं, यह विश्व की सब से सीधी सुंरग के रूप में जानी जाती है.
आप सोच रहे होंगे कि महज एक रेलवे स्टेशन को देखने के लिए कोई क्यों पहाड़ों की टेढ़ी-मेढ़ी सड़कों को नापेगा? तो मैं ने शुरू में ही जिक्र किया था कि यात्राएं हमें यंत्र नहीं होने का अहसाह कराती हैं और अगर आप को यकीन नहीं होता है तो एक बार देख डालिए इस पॉकेट साइज स्टेशन को. आप के धड़कते दिल की तेजी न बढ़ जाए तो कहना.
एक और जरूरी बात. अगर आप के साथ बच्चे हैं तो इस पिकनिक स्पॉट पर आप की उमंगें दोगुनी हो जाएंगी, क्योंकि आसपास कुछ पगडंडियां ऐसी भी बनी हुई हैं, जहां आप ट्रेकिंग का लुत्फ भी ले पाएंगे. आप की सांसें थोड़ी ऊपर-नीचे होंगी, पर उस सफर की यादें आप के मन में उम्र-भर के लिए छप कर रह जाएंगी. चूंकि मामला ट्रेन का है तो स्टेशन पर सावधानी बरतें और आस-पास साफ-सफाई बनाएं रखें.
कैसे जाएं
बड़ोग, चंडीगढ़ से लगभग 60 किलोमीटर दूर कालका-शिमला हाईवे पर स्थित है.
बड़ोग से नजदीकी हवाई अड्डा शिमला और चंडीगढ़ में स्थित है. शिमला हवाई अड्डा कुल्लू और दिल्ली जबकि चंडीगढ़ हवाई अड्डा दिल्ली, मुंबई, पुणे और बैंगलुरु से जुड़ा हुआ है.
बड़ोग से नजदीकी प्रमुख रेलवे स्टेशन 35 किलोमीटर दूर कालका में स्थित है. कालका से पर्यटक कालका-शिमला रेल मार्ग की मदद से बड़ोग तक पहुंच सकते हैं.
पर्यटक दिल्ली, चंडीगढ़, चैल, कसौली, सोलन और शिमला से बस द्वारा भी यहां तक पहुंच सकते हैं.
यहां आने के लिए अप्रैल और सितंबर के बीच का समय सर्वश्रेष्ठ है. सर्दियों में भी आने चाहें तो स्वागत है.