![Photo of कबाड़ से कमाल तक ( दिल्ली का वेस्ट टू वंडर थीम पार्क ) by KAPIL PANDIT](https://static2.tripoto.com/media/filter/nl/img/1238496/TripDocument/1660936007_screenshot_2022_08_20_00_35_05_91_40deb401b9ffe8e1df2f1cc5ba480b12.jpg)
यू तो दिल्ली के नजदीक काफी सालों से रह रहा हु । लेकिन अभी भी ये शहर काफी कुछ समेटे हुए है अपने आप में ।
दिल्ली शहर कभी भी आपको विस्मित कर सकता है।
यह दिल्ली है मेरे यार ।
बस इश्क मोहब्बत प्यार ।
यह शहर अपने सुनहरे अतीत को साथ लेकर अपने स्वर्णिम भविष्य की तरफ तेजी से गतिशील है ।
यू तो यह शहर बोहोत सारे बेस्किमती नगीने अपने आप में छुपाए हुए है । लेकिन फिर भी कुछ न कुछ नया आपको दिख ही जाएगा ।
आप कितनी बार भी दिल्ली आओ ।आपको कुछ न कुछ नया जरूर देखने को मिलेगा
जैसे हम इंसानों के बाए तरफ दिल होता है।
इस शहर के बाए तरफ भी दिल है। यकीन न हो तो दिल्ली शब्द को देखे। DIL + LI ...
💓 ... इस छोटे से टेस्ट से यह पता चलता है की यह एक जीवंत शहर है
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कभी कभी लगता है बड़े ही क्यों हुए । बचपन ही अच्छा था । नौकरी / काम धंधे की वजह से जिंदगी बोझिल हो चली है लगता हैं । दोस्तो के साथ एक पूरा दिन भी मिलना बड़ी बात लगती है ।
कभी जिन दोस्तो के बिना शाम अधूरी होती थी ।
जिन दोस्तो के बिना कॉलेज जाना अधूरा लगता था ।
आज जिंदगी उन दोस्तो के बिना चल रही है ।
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मेरे एक करीबी दोस्त का जन्मदिन था । बस इसी उपलक्ष्य में कुछ दोस्त इक्कठा हुए थे । काफी दिनों बाद दोस्तो से मिलना हुआ था । पुरानी कॉलेज टाइम की बाते हुई । अच्छा खाना , गपशप, टांग खिंचाई इत्यादि हुई । रात भर खूब धमा चौकड़ी हुई । अगली सुबह सबकी छुट्टी थी । सिर्फ मुझे छोड़कर मैने भी आनन फानन में ऑफिस से छुट्टी ले ली
बस फिर क्या था सोचने लगे आज दिन भर क्या कर सकते है । फिर किसी ने बताया कि दिल्ली के वेस्ट टू वंडर थीम पार्क चल सकते है । अच्छी जगह है । हममें से पहले था कोई आया भी नही था।
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प्लानिग करने में थोड़ी देर करदी । अन्यथा कही दूर भी जाया जा सकता था । लेकिन समय के अभाव में इतना ही मुमकिन हो पाया ।
एक कलाकार आम आदमी से थोड़ा जुदा होता है ।
वो अपनी रचनात्मकता के कारण वो सब देख पाता है।
जो आम आदमी नही देख पाता ।
जो कबाड़ , खराब कल पुर्जे इत्यादि किसी के जीवन में ज्यादा महत्व नही रखते एक उत्कृष्ट कलाकार उन खराब चीजों से कुछ कमाल कर सकता है।
यह बात आपको यहां आकर पता चलेगी ।
दुनिया के सात अजूबों में शुमार इमारतें आपको यहां देखने को मिलेंगी । वो भी कबाड़ से बनी ।
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ताज महल __ भारत
स्टेच्यू ऑफ लिबर्टी ___ यूनाइटेड स्टेट्स ऑफ अमेरिका
पीसा की झुकी मीनार ___ इटली
कोलोजियम __ इटली
क्राइस्ट री डी मीर ___ ब्राजील
पिरामिड __ मिस्त्र
एफिल टॉवर __ पेरिस फ्रांस
बच्चो के लिए तो ये जगह बोहोत ही अच्छी है । अब तक जो इमारतें उन्होंने किताबो में देखी थी यहां वो चीजें अपनी आंखों से देख सकते है । पार्क काफी अच्छा है । साफ सफाई भी अच्छी है । खाने पीने की भी बखूब व्यवस्था है ।
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अगर आप दिल्ली या आस पास की जगह रहते है । तो एक बार आप अपने दोस्तो या परिवार के साथ आ सकते है ।
सारी इमारतें कबाड़ ,या खराब कल पुर्जे को जोड़ कर बनाई गई है । जो अपने आप में एक अनूठी बात है ।
और कुछ मिले या न मिले आप अपने दोस्तो के साथ कुछ अच्छी मीठी यादें तो बना ही सकते है ।
और हा यहां आकर कुछ लोग तो जरूर प्रोत्साहित होंगे की जो चीज़ें यहां इतनी खूबसूरत लग रही है वो सच में कितनी खूबसूरत होंगी । आप यकीनन भविष्य में इन जगहों को देखने के लिए प्रयास्रत रहेंगे ।
पता __ निकट इंद्रप्रथ , सराय काले खां
मेट्रो __ ब्लू लाइन इंद्रप्रथ स्टेशन
टिकट __ 60 रुपए वयस्क ।
तो आप कब यहा जा रहे है। ।