दोस्तो ये सफ़र शुरू हुआ था सितंबर में जब lockdown की वजह से थोड़ा परेशान था और कहीं ना जा पाने की चाह में भरी बरसात के मौसम में मैंने पराशर लेक जाने का फैसला लिया हालाकि मुझे इसका एहसास बाद में हुआ की बारिश के मोसम में राइड करके जाना थोड़ा तो रिस्की था पर तब तक बहुत देर हो चुकी थी में घर से काफी किलोमीटर दूर निकल चुका था अब में पीछे जाने के बारे में नहीं सोच सकता था ।
जैसे तैसे मैंने अपना सफर जारी रखा और में मंडी पहुंच गया वहां पहुंच के में सबसे पहले शिव मंदिर भूतनाथ के दर्शन करे और थोड़ा मंडी एक्सप्लोर करने के बाद फिर से ये परिंदा चल दिया अपनी मंजिल की ओर ।
मेरा घर ज्वालाजी में पड़ता है तो वहां से मंडी करीब 130 किलोमीटर के करीब है और उस दिन बारिश भी काफी हो रही थी पर फिर भी में 4 घंटे में जैसे तैसे मंडी पहुंच गया था ।
मंडी से में जैसे ही निकला तो मेरा नए अनुभवों से सामना हो रहा था बहुत ही प्यारी सड़के और बादलों को काटते रास्ते एक अलग ही दुनिया को बयां कर रहे थे जैसे तैसे नज़ारों का लुत्फ उठाते हुए में NIT Mandi पहुंचा और वहां मैंने नाश्ता करा थोड़ा समय वहां बिताने के बाद में फिर से अपनी मंजिल की ओर चल दिया ।
अब वो समय आ गया था जिसका में लंबे समय से इंतजार कर रहा था मेरा असली सफरनामा शुरू हो गया था जब मैंने हाईवे से लिंक रोड का सफर शुरू करा जहा से पराशर लेक 23 किलोमीटर के करीब था और बहुत ही प्यारे नजारों से भरे रास्ते झरने पेड़ और वो खूबसूरत पहाड़िया जो वहां की खूबसूरती को चार चांद लगा रही थी ।
थोड़ा समय और चलने के बाद में अपनी मंजिल पर पहुंच ही गया और जैसे ही मैंने चढ़ाई चढ़ना शुरू करा करीब 200 मीटर की चढ़ाई के बाद मैं पराशर लेक के दर्शन कर चुका था पर वहां इतने बादल थे की मुझे साफ साफ देखने में थोड़ी दिक्कत का सामना करना पड़ रहा था ।
मैंने मंदिर परिसर में दर्शन करे उसके बाद में पराशर की सबसे ऊंची चोटी के ऊपर पहुंचा वहां में करीब 30 मिनट लंबा इंतजार करने के बाद बादलों के बीच से मुझे वो दृश्य दिखा जिसका में इंतजार करता करता घर से आया था दोस्तो में क्या ही बताऊं पराशर की हवाओं में जो जादू है वो मैंने वही पर महसूस करा है वहां के फूलों की खुशबु जब ठंडी हवाओं से मिल रही थी तो एक अलग ही एहसास बयां कर जा रही थी ।
दोस्तों एक बार तो इस रहस्यमई जगह के दर्शन करने तो बनते है यहां जानें के लिए आपको मंडी पहुंचना पड़ेगा वहां से करीब 2 घंटे की दूरी पर है ये ।
आपको वहां होटल और कैंपिंग साइट्स भी मिल जायेगी जहा पर आप रात्रि में रुक सकते है अगर आप कैंपिंग के शौकीन हैं तो आप अपनी कैंपिंग भी कर सकते है ।
दोस्तो ये छोटी सी कोशिश थी मुझे आशा है आपको पसंद आयेगी।