वैसे तो मैं इसके पहले भी एक बार हरिद्वार घूम चुका था| जब मैं क्लास 10 में था तो स्कूल वालों की तरफ से स्कूल टूर में गया था |एक बार फिर से मुझे अपने मित्रों के साथ हरिद्वार देवभूमि ,देहरादून जाने का अवसर मिला उसी पल के अवसर पर मैं आपसे कुछ तस्वीरें साझा कर रहा हूं ,जो कि हरिद्वार के हर की पौड़ी की हैं| यह यादगार पल मित्रों के साथ बहुत ही खास था खास इसलिए कि जब हम थोड़े से बड़े हो जाएं और अपने मानसिक चेतना, बुद्धि के अनुसार यात्रा का आनंद लेने के लिए घुमक्कड़ दोस्तों के साथ अकेले निकल जाएं। इसलिए यह यात्रा कुछ मेरे लिए बेहद खास रही है हरिद्वार पहुंचते ऐसे मानव प्रतीत होता है जैसे भगवान से साक्षात मिलन मां गंगा हमको करवाएंगी। चारों तरफ से गंगा जी कि इतनी तेज धारा बहते हुए ऐसा प्रतीत होता है मानो सारे दुख दर्द पूरे संसार के बहाकर एक स्थान से दूसरे स्थान तक बेड़ा मां गंगा जी ही ने लिया है और खासकर शाम को होने वाली आरती चारों तरफ जहां जहां आपको हर की पौड़ी के घाट दिखाई देंगे चारों तरफ दीप प्रज्वलित ज्योति आपको अंतर मोहित करेगी । सच में हर की पौड़ी की आरती हर एक मानव प्राणी को देखनी चाहिए वह मन को इतनी शीतलता प्रदान करती है कि सच में सारे कष्ट सारी समस्याएं आरती को मात्र देखने मात्र से दूर हो जाते हैं ।हरिद्वार पहुंचने के लिए अलग-अलग भारतीय शहरों से बहुत ही आसानी से पहुंचा जा सकता है भारतीय रेलवे इस संबंध में अपनी विभिन्न ट्रेन हरिद्वार जंक्शन तक सुविधा उपलब्ध कराती है साथ ही निकट देहरादून के अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा से भी आराम से हरिद्वार पहुंचा जा सकता है। देहरादून से हरिद्वार की दूरी मात्र 35 से 40 किलोमीटर है और इतनी ही लगभग ऋषिकेश की है अतः आप अगर घूमने के उद्देश्य से हरिद्वार देहरादून का घूमने का उद्देश्य मन बनाए तो हरिद्वार देहरादून ऋषिकेश साथ ही साथ देहरादून से 25 किलोमीटर दूर मसूरी का भी बना ले वह पहाड़ियों के ऊंचाई पर बना बहुत ही मनोरम ठंडक इलाका है, जो गर्मी में आपको बहुत ही उत्तर भारतीय लोगों के लिए सुकून देने वाला होता है। इस पोस्ट में मैं आपसे हरिद्वार की कुछ फोटो आपसे साझा कर रहा हूं आपकी एक ऋषिकेश के लक्ष्मण झूला के सामने से ली हुई फोटो साझा कर रहा हूं। आप देवभूमि उत्तराखंड में जरूर पधारें सच में बहुत ही आनंददायक आपको प्रतीत होगा ।धन्यवाद आपका संदीप सिंह