
दूसरा दिन - 454 किमी - नरसिंहपुर से ग्वालियर
पहले दिन के सफर की थकान की वजह से मैं और मम्मी रात में बहुत गहरी नींद सोया। सुबह उठके पता चला की रात को नरसिंहपुर में बहुत तेज बारिश हुई थी।
हमारे निकलते तक बारिश रुक चुकी थी और मौसम बहुत सुहावना था। कल मम्मी की उंगली में जो छोटी लगी थी वो पूरी तरह ठीक हो गई तो हम निकल पड़े ग्वालियर की तरफ जो हमारी आज की मंजिल थी।
देसी ढाबे पर बना गरमा गरम खाना और बारिश की वजह से हाइवे के आसपास दिख रही हरियाली ने सफर में चार चांद लगा दिए। अपनी इस यात्रा का पूर्ण आनंद लेते हुए हम लोग पहुंचे ग्वालियर और वहां पहुंचे गोविंद निवास होमस्टे में जहां हमें आज का रात्रि विश्राम करना था