गढ़वाल _ उत्तराखंड का दिल ❤️।

Tripoto
23rd May 2022
Day 1

मई_जून का महीना, दिल्ली की चिलचिलाती गर्मी, काम की थकान .... बस यही सब काफी है आपको उत्तराखंड तक खींच लाने के लिए।
दिल्ली से महज २५०km/ 4hr की खूबसूरत ड्राइव करते करते आप पहुंच सकते है "हरिद्वार". यहां से आप चाहे तो आगे की प्लानिंग कर सकते है जैसे की ऋषिकेश, बद्रीनाथ, केदारनाथ, गंगोत्री, यमुनोत्री, टिहरी बांध, चंबा, देहरादून, मसूरी और बहुत सारी अनगिनत जगह लेकिन आज बात होगी बस और बस केवल हरिद्वार की।।
भारत ही नही दुनिया के हर कोने में बसे हर भारतीय और ना केवल भारतीय बल्कि हर इंसान के लिए उत्ताखंड का नाम सुनते ही पहला ख्याल जो मान में आता है वो हरिद्वार ही है।
मनोरम बहती गंगा नदी, आस्था में लिपटे हुए घाट, हर तरफ धर्म का अनोखा माहोल और श्रद्धा की नदी में डुबकी लगाते अनगिनत श्रद्धालु... बस इसी का नाम हरिद्वार है।

वैसे तो अधिकांश लोगों के लिए हरिद्वार का मतलब बस हर की पौड़ी पर गंगा स्नान करना और गंगा आरती के दर्शन करना ही है, लेकिन पिछले कुछ सालों में सरकार और प्रशासन के प्रयासों से यहां घूमने का मजा थोड़ा और ज्यादा बड़ गया हैं, खैर अभी बात करते है की हरिद्वार कैसे आए और कैसे काम वक्त में हरिद्वार के चप्पे चप्पे के मजे लिए जाए,

#कैसे आए?

दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान और पंजाब.. ज्यादातर इन्ही बाहरी राज्यों से लोग भारी तादाद में आते हैं, अमूमन हर राज्य से यह सीधे bus,train,car से आया जा सकता हैं, सबसे नजदीकी एयरपोर्ट ✈️ जौलीग्रांट है जो की लगभग  50km है हरिद्वार से. आप अपनी सुविधा के अनुसार साधन चुन सकते है।

#कहां कहां घूमे?

जाहिर सी बात है सभी सबसे पहले हर की पौड़ी पर सुंदर नहान के मजे लेना चाहेंगे.. ठीक है आप सुबह सुबह (upto 8_9am) सबसे पहले गंगा मैया में डुबकी लगाइए, और वहा हर की पौड़ी पर ही "मोहन कचोरी वाले" के यहां गर्मा गर्म कचोरी का मजा लीजिए लस्सी के साथ। और वहा से आप मनसा देवी और चंडी देवी के दर्शन कर सकते हैं दोनो जगह का कॉम्बो टिकट आप किसी भी जगह से ले सकते है, ऊंचे ऊंचे पहाड़ों पर आकर आप मैया के दर्शन के साथ साथ हरिद्वार शहर और गंगा मैया के अद्भुत दर्शन का नजारा देख सकते हैं, दोनो जगह घूमने में लगभग ४/५ घंटे लग जायेंगे यानी आप दोपहर 3/4 बजे तक पूरी तरह फ्री हो जायेंगे ( आप चाहे तो दोनो जगह में से किसी एक को भी चुन सकते है.. क्युकी अनुभव लगभग दोनो जगह का समान ही हैं, अगर बात एक को चुनने की है तो मेरी राय में चंडी देवी सही निर्णय होगा)
इसके बाद आप कनखल में कुछ बेहतरीन मंदिर का अनुभव ले सकते हैं, फिर सप्तऋषि आश्रम रोड पर कुछ बेहतरीन मंदिर और वहा की कलाकारी को देखे और अंत में सर्वानंद घाट पर जाकर रात्रि आरती देखिए और कुछ वक्त वहा शांत मन से बैठिए

#कहां रुके?
आजकल ऑनलाइन ऐप से अपने अपने बजट और पसंद के अनुसार चुना जा सकता है,लेकिन मेरी हर यात्रा में मैंने होटल या रिजॉर्ट को ना चुनते हुए केवल एक ही जगह को चुना है जिसका अनुभव आपको अगली बार वापस यही आने के लिए मजबूर कर देगा जिसका नाम है "सिया राम जानकी वल्लभ सेवा सदन" जोकि एक ट्रस्ट के द्वारा संचालित हैं, यहां शुद्व भोजन की व्यवस्था 150/थाली के हिसाब से उपलब्ध हैं
यहां से हर जगह बिना ट्रैफिक में फसें e rikshaw या ऑटो से जगह जगह आराम से जाया जा सकता है

सिया राम जानकी वल्लभ सेवा सदन
Room rent #1000-1200
Nearby landmark- दूधाधारी चौक.
Contact- 094129 50693

For booking cab and tour planing।

Mahehwari tour & travels
गौरव माहेश्वरी
+91 99972 40899

Photo of गढ़वाल _ उत्तराखंड का दिल ❤️। by Travel with vishal
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