पश्चिम बंगाल के उत्तर 24 परगना जिले के बसीरहाट ब्लॉक में एक गांव पड़ता है जिसका नाम है टाकि। यह इलाका चारों ओर से विद्याधारी नदी से घिरा हुआ है। इस इलाके में बहुत मात्रा में मछली पालन होता है। टाकि इलाका बांग्लादेश से सटा हुआ है। यह भारत-बांग्लादेश का सीमावर्ती इलाका है। विद्याधरी नदी के उस पार बांग्लादेश आराम से आपको देख सकता है।
यहां कई सारे सुंदर-सुंदर पार्क है।इसके अलावा एक चिड़िया खाना है।नदी में आप घूम फिर सकते हैं। बारिश के मौसम में यह इलाका बहुत ही खूबसूरत दिखता है। इसके अलावा भी सर्दियों के मौसम में भी आप यहां आ सकते ।हैं यहां कई सारे होटल है जहां आप ठहर सकते हैं। यहां के लोग काफी वेलकमिंग है।
इस इलाके में एक गांव है जिसका नाम है धन्यकुरिया। धन्यकुरिया गांव में तीन जमींदार के बड़े-बड़े आलीशान महल आपको मिल जाएंगे। साल भर देश दुनिया के कई सैलानी यहां पर घूमने आया करते हैं। इस गांव में तीन जमींदार परिवार है जिनका नाम है बल्लभ, गायन और साहू परिवार। इनके महल आज भी आपको अंग्रेजों के जमाने की याद दिला सकते हैं। यहां घूमना फिरना एकदम फ्री है। कोई भी टिकट नहीं लगता है । कोलकाता से आप ट्रेन पकड़ के बारासात आ सकते हैं। इसके बाद बारासात चपाडली इलाके से बसीरहाट जाने के लिए बस मिल जाएगा यहां पर आपको धन्यकुरिया स्टॉपेज में उतरना होगा। इसके बाद आप गांव वालों से बात करके आराम से घूम फिर सकते हैं। अगर आप गाड़ी से आना चाहते हैं तो जैसोर रोड होते हुए बारासत चंपादली से टाकी रोड की तरफ आपको आना पड़ेगा।