भारत मैं सबसे लंबी दूरी तय करने वाली पर्यटक ट्रेन

Tripoto
15th May 2022
Photo of भारत मैं सबसे लंबी दूरी तय करने वाली पर्यटक ट्रेन by Rohit Gautam
Day 1

हम सभी ने विवेक एक्सप्रेस का नाम तो सुना ही होगा जोकि भारत में सबसे लंबी दूरी तय करने वाली ट्रेन है जो असम के डिब्रूगढ़ से लेकर कन्याकुमारी तक की यात्रा करती है। जॉकी असम के डिब्रूगढ़ से लेकर कन्याकुमारी तक  4234 किलोमीटर की यात्रा की जा सकती है। अब भारत सरकार ने 21 जून 2022 को पर्यटकों के लिए एक स्पेशल ट्रेन की शुरुआत की है जोकि विवेक एक्सप्रेस से भी ज्यादा दूरी तय करेगी यह ट्रेन 21 जून को दिल्ली के सफदरजंग स्टेशन से रवाना होगी और नेपाल के भी धार्मिक स्थलों की यात्रा करवाई जाएगी जोकि 8000 किलोमीटर इस ट्रेन द्वारा सफर तय किया जा सकेगा। वे स्थान स्थानों पर आप इस ट्रेन में जाकर और स्थानों की यात्रा कर सकते हैं।भगवान श्रीराम की नगरी अयोध्या से लेकर नेपाल के जनकपुर की धार्मिक यात्रा कराने के लिए देश की पहली भारत गौरव पर्यटन ट्रेन 21 जून को दिल्ली के सफदरजंग रेलवे स्टेशन से रवाना होगी।आईआरसीटीसी की यह ट्रेन स्वदेश दर्शन् के अंतर्गत चिह्नित रामायण सर्किट पर प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों के साथ ही नेपाल स्थित जनकपुर में राम-जानकी मंदिर का भ्रमण भी कराएगी। 18 दिन के टूर में आठ हजार किलोमीटर की यात्रा होगी। इसमें 600 यात्री सफर कर सकेंगे।इसके अंतर्गत आईआरसीटीसी द्वारा पहली भारत गौरव ट्रेन 21 जून से प्रारंभ की जा रही है।
नेपाल का जनकपुर स्थल वातानुकूलित भारत गौरव ट्रेन श्रीरामायण यात्रा के लिए चलाई जाएगी। इसमें नेपाल स्थित जनकपुर भी एक महत्वपूर्ण स्थल होगा। यह होगा रूटइस यात्रा का पहला पड़ाव अयोध्या होगा। यहां भगवान श्रीराम मंदिर, हनुमान मंदिर व नंदीग्राम में भरत मंदिर के दर्शन कराए जाएंगे। यहां से रवाना होने के बाद यह ट्रेन बक्सर जाएगी। जहां श्रीविश्वामित्र का आश्रम देखने के साथ ही रामरेखा घाट पर गंगा स्नान कर सकेंगे। यहां से जयनगर होते हुए जनकपुर तक जाएगी। जहां रात्रि विश्राम होगा व राम जानकी मंदिर के दर्शन कर सकेंगे।
आगरा और इसके आसपास के क्षेत्रों से इस ट्रेन में सफर करने के इच्छुक यात्री टूंडला जंक्शन से इस ट्रेन में बैठ सकेंगे। लौटने में यह ट्रेन आगरा और मथुरा में यात्रियों को उतारेगी।

यात्रा का किराया 62,370 रुपये प्रति यात्री होगा

इस टूर पैकेज मे यात्रियों को रेल यात्रा के अतिरिक्त शाकाहारी भोजन, बसों द्वारा पर्यटक स्थलों का भ्रमण, एसी होटलों में ठहरने की व्यवस्था, गाइड व इश्योरेंस आदि की सुविधा भी उपलब्ध कराई जाएगी। टूर की राशि का भुगतान आसान किश्तों मे भी किया जा सकेगा।

अगला पड़ाव भगवान शिव की नगरी काशी होगी। यहां पर्यटक बसों द्वारा काशी के प्रसिद्ध मंदिरों सहित सीता समाहित स्थल, प्रयाग, श्रृंगवेरपुर व चित्रकूट की यात्रा करेंगे। काशी, प्रयागराज व चित्रकूट में रात्रि विश्राम होगा। चित्रकूट से चलकर यह ट्रेन नासिक पहुंचेगी। जहां पंचवटी व त्रयंबकेश्वर मंदिर का भ्रमण किया जा सकेगा। इसके बाद प्राचीन किष्किंधा नगरी हम्पी इस ट्रेन का अगला पड़ाव होगा। यहां से रामेश्वरम, कांचीपुरम जाएगी। इस ट्रेन का अंतिम पड़ाव तेलंगाना स्थित भद्राचलम होगा। जिसे दक्षिण की अयोध्या के नाम से भी जाना जाता है।

आईआरसीटीसी की यह ट्रेन स्वदेश दर्शन् के अंतर्गत चिह्नित रामायण सर्किट पर प्रभु श्रीराम के जीवन से जुड़े स्थलों के साथ ही नेपाल स्थित जनकपुर में राम-जानकी मंदिर का भ्रमण भी कराएगी। 18 दिन के टूर में आठ हजार किलोमीटर की यात्रा होगी। इसमें 600 यात्री सफर कर सकेंगे।

श्रेय-देनिक जागरण

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श्रेय- विकिपिडिया

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