#फाजिल्का_के_तोशे
दोस्तों फाजिल्का के तोशे बहुत मशहुर हैं, यह एक मिठाई हैं जो फाजिल्का की पहचान बन चुकी हैं, पाकिस्तान में एक शहर हैं पाकपटन जो भारत-पाकिस्तान सरहद से 50 किमी और फाजिल्का से 65 किमी दूर पाकिस्तान में हैं, बाबा शेख फरीद जो बहुत पहुंचे हुए संत थे और जिनके नाम पर पंजाब का फरीदकोट शहर पड़ा , वह पाकपटन के रहने वाले थे, उनका मकबरा भी पाकपटन में बना हुआ है, पाकपटन धार्मिक तौर पर बहुत मशहूर हैं पाकिस्तान में लेकिन मैं आपको पाकपटन के बारे में कयों बता रहा हूँ ????
कयोंकि आज जो हम फाजिल्का के तोशे की बात कर रहे हैं वह पाकपटन पाकिस्तान से ही आए हैं, आजादी से पहले पाकिस्तान के पाकपटन शहर में तोशे बनाने वाले मुंशी राम गरोवर जी पाकपटन में मिठाई का कार्य करते थे, लेकिन विभाजन के बाद पहले उनका परिवार एक साल सहारनपुर में रहा फिर 1948 में फाजिल्का में आकर बस गया, यहां शुरुआत में उन्होंने विवाह शादियों में मिठाई बनानी शुरु कर दी, फिर 1949 में शुरु हो गई पाकपटनीआ दी हटटी , जिसे आज उनकी तीसरी और चौथी पीढ़ी चला रही हैं। इस मिठाई की नकल की नाकामयाब कोशिश भी की गई लेकिन रेसिपी की सामग्री की मात्रा का हिसाब केवल इसी परिवार के पास है। कहा जाता है कि " जिसने फाजिल्का के तोशे वालों का तोशा नहीं खाया , वो फाजिल्का आया ही नहीं " इस बात को ध्यान में रखते हुए मैं भी पहुंच गया पाकपटनीआ दी हटटी फाजिल्का में तोशे खाने, यह दुकान फाजिल्का के घंटा घर के पास ही हैं, मैंने पहले दो तोशे खाकर टेस्ट किये फिर घर के लिए एक किलो तोशे पैक करवा लिए जिसकी कीमत 250 रूपये हैं, तोशे को खोया, मैदा, पनीर से बनाया जाता हैं, जो डब्बा पाकपटनीआ दी हटटी ने मुझे एक किलो तोशे का दिया उसके पीछे तोशे के बारे में बहुत बढिय़ा जानकारी दी हुई हैं वहीं से पढ़कर मैंने तोशे की जानकारी आपको दी हैं,
आप भी आओ कभी फाजिल्का तोशे खाने फाजिल्का आपका इंतजार कर रहा हैं।